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वाराणसी में G20 के संस्कृति कार्य समूह की बैठक शुरू, चार अहम मुद्दों पर हो रहा मंथन

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 24, 2023, 6:42 AM IST

Updated : Aug 24, 2023, 10:41 AM IST

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वाराणसी में G20 के संस्कृति कार्य समूह की बैठक की शुरू हो गई है. चलिए जानते हैं इस बारे में.

संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सचिव लिली पांडेय ने दी यह जानकारी.

वाराणसी: 170 प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ जी-20 संस्कृति कार्य-समूह (सीडब्लूजी) की बैठक का आगाज हो गया. संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सचिव लिली पांडेय ने कहा कि भारत और वाराणसी की कला और संस्कृति से पूरे विश्व को परिचित कराना हमारा लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि ‘जी-20 कल्चरः शेपिंग दी ग्लोबल नैरेटिव फॉर इंक्लूसिव ग्रोथ’ पर वैश्विक विषयगत वेबिनार रिपोर्ट बैठक के अंग के रूप में जारी की जाएगी. वाराणसी में गुरुवार को बैठक से पूर्व दीप प्रज्जवलन किया गया. इस दौरान समूह के सभी प्रतिनिधि मौजूद रहे.

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वाराणसी में जी20 कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन से हुआ.
सयुंक्त सचिव ने बताया कि सुर वसुधा शीर्षक वाला एक विशेष जी-20 ग्लोबल ऑर्केस्ट्रा का प्रदर्शन वाराणसी में आयोजित किया जाएगा. बुधवार से इसकी शुरुआत हो गई है और समापन 26 अगस्त को संस्कृति मंत्रियों की बैठक के साथ होगा. इस बैठक में जी-20- देशों, 9 आमंत्रित देशों और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सचिव लिली पांडेय ने कहा कि खजुराहो, भुवनेश्वर और हम्पी में पूर्व में होने वाली तीन सीडब्लूजी बैठकों तथा चार वैश्विक विषयगत वेबिनारों की सफलता के क्रम में सीडब्लूजी की चौथी बैठक वाराणसी में 23 से 25 अगस्त, 2023 तक हो रही है. इसका लक्ष्य नीति-निर्माण के केंद्र में संस्कृति को रखकर कारगर परिणामों को प्राप्त करना है.उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूजी में जी-20- देशों, 9 आमंत्रित देशों और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 170 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. ये प्रतिनिधि इस दौरान भारत और वाराणसी कला और संस्कृति से भी परिचित होंगे. सीडब्ल्यूजी के दौरान प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विशेषज्ञ-संचालित वैश्विक विषयगत वेबिनार के विचारों और सिफारिशों को ‘जी-20 कल्चरः शेपिंग दी ग्लोबल नैरेटिव फॉर इंक्लूसिव ग्रोथ’ (जी-20 संस्कृति: समावेशी विकास के लिए वैश्विक विमर्श को आकार देना) नामक एक व्यापक रिपोर्ट में शामिल किया गया है. इस रिपोर्ट को भारत की जी-20 अध्यक्षता में संस्कृति कार्य- समूह द्वारा संस्कृति मंत्रियों की बैठक के एक भाग के रूप में वाराणसी में जारी किया जाएगा.वाराणसी में संस्कृति मंत्रियों की बैठक का उद्देश्य भारतीय अध्यक्षता के तहत व्यक्त किए गए चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर प्रगति के सिलसिले में सामूहिक कार्यों में तेजी लाना होगा. इसके जरिये सांस्कृतिक संपत्ति का संरक्षण और पुनर्स्थापना, एक सतत भविष्य के लिए मौजूदा विरासत का उपयोग, सांस्कृतिक एवं रचनात्मक उद्योगों को बढ़ावा देने तथा रचनात्मक अर्थव्यवस्था, संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों से लाभ उठाने के काम को बढ़ावा दिया जाएगा.भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत सीडब्लूजी ने विविध संस्कृतियों और समुदायों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व पर आधारित बहुपक्षवाद में भारत के अटूट विश्वास को उजागर करने के लिए 'संस्कृति सभी को एकजुट करती है' अभियान शुरू किया था. सीडब्ल्यूजी 26 अगस्त 2023 को अभियान की स्‍मृति में एक विशेष डाक टिकट जारी कर रहा है. 'कल्चर यूनाइट्स ऑल' डाक टिकट को सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रतिनिधित्व करने और सांस्कृतिक संदर्भ स्थापित करने के लिए कनेक्टिविटी, संचार और यात्रा सम्बंधी विचारों को मिलाकर एक विशिष्ट प्रतीक के रूप में तैयार किया गया है.बैठक के दौरान, प्रतिनिधियों को गंगा नदी के तट पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का अनुभव करने और सम्राट अशोक की सिंहचतुर्मुख राजधानी सारनाथ के सुंदर इतिहास को जानने का अवसर मिलेगा. जी-20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के समृद्ध संगीत ज्ञान तथा विरासत का जश्न मनाते हुए "सुर वसुधा'' शीर्षक से जी-20 ग्लोबल ऑर्केस्ट्रा प्रदर्शन वाराणसी में प्रस्तुत किया जाएगा. सभी प्रतिनिधि वाराणसी में अपने समय के दौरान भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य रूपों सहित सांस्कृतिक प्रदर्शन का भी अवलोकन करेंगे.वर्ष 2020 में, सऊदी अरब की अध्यक्षता के तहत, संस्कृति मंत्रियों की पहली बार जी-20 से इतर बैठक हुई थी. वर्ष 2021 में, इटली की अध्यक्षता के दौरान संस्कृति को एक कार्य समूह के रूप में औपचारिक आकार दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप जी-20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक हुई और उसके बाद 'संस्कृति मंत्रियों का घोषणा-पत्र' जारी किया गया. इंडोनेशिया की अध्यक्षता में 2022 के 'बाली घोषणा-पत्र' ने सतत विकास में संस्कृति की भूमिका पर जोर दिया. वाराणसी में, यह चौथी बार होगा जब जी-20 सदस्यों और आमंत्रित देशों के संस्कृति मंत्रियों की बैठक होगी. वही 26 अगस्त को संस्कृति मंत्री समूह की बैठक भी आयोजित होगी इसके बाद गेस्ट डिनर का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे.

उन्होंने बताया कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए विदेश में कैद भारतीय गौरव के प्रतीक ऐतिहासिक धरोहरों को लौटाने की आवाज भी इस जी-20 सम्मेलन में बुलंद की जाएगी. उन्होंने बताया कि भारत सरकार पिछले 7 साल में 320 से ज्यादा बहुमूल्य मूर्तियों को वापस लेकर इंडिया आई है. इसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, हॉलैंड, फ्रांस, कनाडा और जर्मनी से भारत की मूर्तियां वापस लाई गई हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के समय भी उन्हें सांस्कृतिक महत्व की 157 मूर्तियां सुपुर्द की गई थी. इसके पहले 2019 में भी देश के विभिन्न राज्यों से चोरी किए गए पूरा अवशेषों को भारत वापस लाया गया है. वापस लाई मूर्तियों में मध्य प्रदेश से चोरी हुई पैरेट लेडी, जम्मू कश्मीर से दुर्गा महिषासुर मर्दिनी, वाराणसी से चोरी हुई अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा शामिल है. 2014 से 238 मूर्तियां और कलाकृतियों को भारत लाया गया है. इसके अलावा अन्य वस्तुएं भी इस लिस्ट में शामिल हैं. 2022 तक 307 प्राचीन कालीन वस्तुओं को भारत को अमेरिका ने लौटाया था. यह वस्तुएं तस्करी करके चुराई गई थी जिनकी कीमत 4 मिलियन अमेरिकन डॉलर है उन्होंने बताया कि देश में मूर्ति चोरी साबित होने पर संबंधित देश को लौटाने की प्रक्रिया शुरू करने का कानून बना है. इसके तहत हम बैठक में अपनी आवाज को बुलंद करके देश से गई और कीमती चीजों और मूर्तियों को वापस लाने पर सभी की सहमति बनाएंगे.

26 अगस्त की बैठक में विशेष डाक टिकट भी जारी होगा
जी-20 संस्कृति कार्य समूह की 24 व 25 और संस्कृति मंत्री समूह की बैठक 26 अगस्त को काशी में होगी. संस्कृति समूह के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, संस्कृति मंत्री राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी व प्रदेश के संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति रहेगी. संस्कृति मंत्री समूह की बैठक 26 अगस्त को होटल ताज में होगी. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ मिनट के वीडियो संदेश के साथ इसकी शुरुआत होगी. इसमें संस्कृति सभी को एकजुट करती है थीम पर डाक टिकट भी जारी होगा. इस टिकट को सांस्कृतिक आदान- प्रधान के विशिष्ट पहचान के रूप में तैयार किया गया है. इस बैठक में जी-20 सदस्य देशों, दो दर्जन से अधिक आमंत्रित देशों और विभिन्न अंतरराराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे.

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Last Updated :Aug 24, 2023, 10:41 AM IST
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