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राहत : आज शाम से रात तक दिल्ली सहित कई राज्यों में चल सकती है धूल भरी आंधी

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Published : Apr 14, 2022, 7:46 AM IST

Updated : Apr 14, 2022, 3:21 PM IST

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में इस मौसम (weather report) की पहली धूल भरी आंधी आने की संभावना है. जिससे मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत मिलने की संभावना है. दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहने का पूर्वानुमान है. इधर, जम्मू-कश्मीर में पहला पश्चिमी विक्षोभ पहले ही पहुंच चुका है. जम्मू क्षेत्र में जहां तेज गर्मी रहीं, वहीं कश्मीर में हल्की बारिश दर्ज की गई. वहीं पश्चिमी ओडिशा का एक बड़ा हिस्सा बुधवार को भीषण लू की चपेट में रहा. झारसुगुडा शहर में इस मौसम में सबसे अधिक 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. बुधवार को केरल में भारी बारिश के बीच केरल के इडुक्की जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया. जिले में 24 घंटों में बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया गया है.

weather report
उत्तर भारत में चल सकती है धूल भरी आंधी

हैदराबाद/ नई दिल्ली/ भुवनेश्वर/ इडुक्की : उत्तर भारत (North India) के मैदानी इलाकों दिल्‍ली-एनसीआर सहित जम्‍मू और कश्‍मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्‍तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्‍थान, पूर्वी और पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है. पिछले कुछ दिनों के कई इलाकों में लू की स्थिति गंभीर हो गई थी. हालांकि अब पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में इस मौसम की पहली धूल भरी आंधी आने की संभावना है. जिससे मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत मिलने की संभावना है.

स्काईमेट वेदर (weather report) के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ से प्रेरित चक्रवाती हवाओं के कारण हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों में तापमान में थोड़ी गिरावट आई है. हालांकि तापमान अभी भी 40 डिग्री के आसपास है. 14 और 15 अप्रैल को पहली आंधी और धूल भरी आंधी चलने की उम्मीद है. पहले दिन यानी आज आंधी और धूल भरी आंधी की तीव्रता सबसे अधिक होगी. उसके बाद इसका असर कम हो जाएगा. स्काईमेट वेदर के अनुसार उत्तर भारत, जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा झारखंड में एक के बाद एक कई पश्चिमी विक्षोभ की गतिविधि बन रही है. इसके अलावा इन इलाकों में प्री-मॉनसून आंधी की भी संभावना जताई जा रही है.

अब तक प्री-मॉनसून मौसम की गतिविधियां गायब रही : उत्तर भारत में पहाड़ों और मैदानी इलाकों में भी अब तक प्री-मॉनसून मौसम की गतिविधियां गायब रही हैं. मार्च के महीने में, उत्तर पश्चिम भारत में अत्यधिक कमी रही और 47.5 मिमी के सामान्य के मुकाबले मात्र 5.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई. मैदानी इलाकों और पहाड़ी राज्यों में बारिश की कमी के कारण अप्रैल के महीने में ही अप्रत्याशित गर्मी अनुभव की गई. अप्रैल में स्पष्ट रूप से, इस क्षेत्र में संचयी वर्षा 59.6 मिमी के सामान्य के मुकाबले 5.2 मिमी हुई. पिछले 24 घंटों के दौरान कश्मीर घाटी में हल्की बारिश हुई लेकिन बाकी हिस्सों में लोगों को अब भी राहत का इंतजार है. स्काईमेट वेदर के अनुसार पूरे उत्तर भारत में मौसम में बदलाव की संभावना है. अगले 7 दिनों के दौरान एक के बाद एक कई पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय से गुजरने की संभावना है. इन मौसम प्रणालियों को मैदानी इलाकों में प्रेरित परिसंचरण का समर्थन प्राप्त होगा. स्थानीय गर्मी की सहायता से दोहरी प्रणालियों का संयुक्त प्रभाव, पहाड़ों, तलहटी और मैदानी इलाकों में बहुप्रतीक्षित प्री-मानसून गतिविधि को गति देगा.

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जम्मू-कश्मीर में पहला पश्चिमी विक्षोभ पहुंचा : जम्मू-कश्मीर में पहला पश्चिमी विक्षोभ पहले ही पहुंच चुका है. जम्मू क्षेत्र में जहां तेज गर्मी रहीं, वहीं कश्मीर में हल्की बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिन का तापमान जहां मौसम के औसत से 6.4 डिग्री अधिक है, वहीं रात का तापमान भी सामान्य से 5.6 डिग्री अधिक है. दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैली एक ट्रफ रेखा के साथ, पंजाब और हरियाणा के उत्तरी भागों में प्रेरित परिसंचरण चिह्नित है. 13 से 15 अप्रैल के बीच पर्वतीय क्षेत्र में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है, जिसकी तीव्रता कम होने के क्रम में है. पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की तलहटी और उत्तरी भागों में कुछ स्थानों पर प्री-मानसून गरज/ धूल भरी आंधी चलने की संभावना है. अनुमान है कि मौसम की ये गतिविधियां दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तलहटी क्षेत्रों में तेज और मैदानी इलाकों में हल्की होगी. प्री-मानसून गरज/ धूल भरी आंधी की गतिविधियां ज्यादातर देर शाम और रात के दौरान होगी.

दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 17 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर तक पहुंचेगा जो धीरे-धीरे 21 अप्रैल तक पहाड़ी राज्यों तक जा सकता है. पहाड़ी राज्यों में 19 और 20 अप्रैल अधिक हलचल होने की उम्मीद है. इस प्रणाली का विस्तार तलहटी क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगा. अमृतसर, जालंधर, पठानकोट, रोपड़, चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, करनाल और यमुना नगर में 19 और 20 अप्रैल को गरज के साथ गरज के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है. इन गतिविधियों के बाद भी उत्तरभारत के कई इलाकों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहेगा.

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दिल्ली में अगले पांच से छह दिनों तक लू चलने का अनुमान नहीं : मौसम विभाग द्वारा गर्मी को लेकर कुछ राहत का पूर्वानुमान जताये जाने के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में लोगों को बुधवार को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा. वहीं, जम्मू क्षेत्र में जहां तेज गर्मी रहीं, वहीं कश्मीर में हल्की बारिश दर्ज की गई. हरियाणा और पंजाब के भी अधिकतर हिस्सों में बुधवार को भीषण गर्मी रही. दिल्ली के लिए मौसम के आधिकारिक आंकड़े एकत्र करने वाली सफदरजंग वेधशाला ने बुधवार का अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जोकि सामान्य से पांच डिग्री अधिक रहा.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली में अगले सप्ताह 18 अप्रैल की शुरुआत से लू चलने का अनुमान जताया है. राष्ट्रीय राजधानी पिछले हफ्ते से भीषण लू का सामना कर रही है जबकि मंगलवार को बादल छाए रहने के कारण तापमान 39.5 दर्ज किया गया था. दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहने का पूर्वानुमान है. इसके बाद, पारा धीरे-धीरे बढ़कर 18 अप्रैल तक 42 डिग्री तक पहुंचने के आसार हैं. राष्ट्रीय राजधानी में अगले पांच से छह दिनों तक लू चलने का अनुमान नहीं है.

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लू की घोषणा : मैदानी इलाकों के लिए लू की घोषणा तब की जाती है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो. और सामान्य तापमान से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है. राष्ट्रीय राजधानी पिछले हफ्ते से भीषण लू का सामना कर रही है. अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक ही रहा है. आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में इस साल अप्रैल में अभी तक पांच दिन लू चली है. अप्रैल 2017 में छह दिनों तक लू चली थी. राजधानी में 21 अप्रैल 2017 को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. इस महीने आज तक सबसे अधिक तापमान 29 अप्रैल 1941 को 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

ओडिशा में भीषण लू का प्रकोप जारी: पश्चिमी ओडिशा का एक बड़ा हिस्सा बुधवार को भीषण लू की चपेट में रहा. झारसुगुडा शहर में इस मौसम में सबसे अधिक 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. विभाग ने बताया कि 12 स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया. झारसुगुड़ा के बाद सोनपुर में 43.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन-चार दिनों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा और इसके 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने का अनुमान है.

केरल में भारी बारिश के बीच इडुक्की जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी : बुधवार को राज्य में भारी बारिश के बीच केरल के इडुक्की जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया. जिले में 24 घंटों में बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. उसका कहना है कि 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है. राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले एक सप्ताह से मध्यम से भारी बारिश हो रही है. सीएमडी ने तमिलनाडु के दक्षिणी तट पर बने चक्रवात के प्रभाव के कारण भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. विभाग ने कहा कि गर्मियों में बारिश गरज के साथ होती है और तेज़ हवाएं चल सकती हैं जो खतरनाक साबित होती हैं. उसने जनता को अतिरिक्त सतर्क रहने की सलाह दी, खासकर बाढ़ और भूस्खलन जोखिम वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को. जब मौसम की स्थिति तेज हवाओं और भारी बारिश से चिह्नित की जाती है तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है.

Last Updated : Apr 14, 2022, 3:21 PM IST
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