ETV Bharat / bharat

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ महुआ मोइत्रा की मानहानि याचिका पर फैसला सुरक्षित

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 20, 2023, 4:40 PM IST

Moitra Defamation Case: तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा की ओर से दायर मानहानि मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को फैसला सुरक्षित रख लिया. मोइत्रा ने BJP सांसद निशिकांत दुबे और वकील अनंत देहादराय पर झूठे आरोप लगाकर छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया है. तृणमूल कांग्रेस नेता पैसा लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप में लोकसभा से निष्कासित हो चुकी हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat

नई दिल्लीः दिल्ली हाईकोर्ट ने तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा की ओर से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील अनंत देहादराय के खिलाफ दायर मानहानि याचिका पर सुनवाई करते हुए फैसला टाल दिया. बुधवार को सुनवाई करते हुए जस्टिस सचिन दत्ता ने फैसला सुरक्षित रखने का आदेश दिया. TMC नेता ने याचिका में कहा है कि निशिकांत दुबे और देहादराय ने झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की है.

15 अक्टूबर को दुबे ने स्पीकर को लिखा था पत्रः BJP सांसद दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उन्होंने दर्शन हीरानंदानी से पैसे और उपहार लेकर संसद में सवाल पूछे. इनमें से कुछ सवाल अडानी समूह से जुड़े थे, जो हीरानंदानी का बाजार में प्रतिस्पर्धी है. दुबे को वकील देहादराय ने पत्र लिखकर बताया कि उन्होंने सीबीआई से इस बात की शिकायत की है कि मोइत्रा ने हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे. देहादराय ने अपनी शिकायत के समर्थन में सीबीआई को साक्ष्य भी पेश किया था.

यह भी पढ़ेंः Lalan Singh: 'निशिकांत दुबे जी आप आए थे नीतीश कुमार के पास.. कहा था BJP तंग कर रही है, ज्वाइन करा लीजिए'

देहादराय का ये है दावाः देहादराय ने दावा किया है कि महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी को लोकसभा के ऑनलाइन अकाउंट का एक्सेस दिया था. इसका हीरानंदानी ने अपनी मनपसंद सवाल पूछने के लिए दुरुपयोग किया. मोइत्रा ने इस आधार पर 50 से 61 सवाल पूछे थे. TMC नेता ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर करने से पहले निशिकांत दुबे, देहादराय और मीडिया संगठनों को लीगल नोटिस भेजा था.

लोकसभा से निष्कासित हो चुकी हैं मोइत्राः 8 दिसंबर को लोकसभा ने महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दिया था. संसद की एथिक्स कमेटी ने पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप को सही मानते हुए उनकी संसद सदस्यता खत्म करने की अनुशंसा की थी. इसके बाद ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित कर उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई.

यह भी पढ़ेंः Mahua on Taking Gifts : मुश्किल में फंसी महुआ, गिफ्ट लेने की बात मान भी रहीं और मना भी कर रहीं, हर रोज बयान बदल रहीं

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.