अजमेर. सिक्किम में 3 अक्टूबर को बादल फटने से आई बाढ़ में लापता हुए एक और जवान का शव मिला है. जवान की पहचान राजस्थान के अजमेर जिले के रूपनगढ़ क्षेत्र के अमरपुरा गांव निवासी हनुमान राम के रूप में हुई है. हनुमान राम जाट सेना में सिपाही थे. जवान के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव लाया जाएगा, जिसके बाद मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ शहिद हनुमान राम का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
लापता होने की खबर से परिजन सदमे में : अमरपुरा गांव के सरपंच रामदेव चौधरी ने बताया कि हनुमान राम जाट के लापता होने की सूचना सेना की ओर से दी गई थी, अब उनका शव मिल गया है. उनके परिजनों को फिलहाल इसके बारे में नहीं बताया गया है, क्योंकि हनुमान राम जाट के लापता होने की सूचना से ही उनका परिवार सदमे में है. उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को पैतृक गांव पहुंचेगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
रविवार को शव मिलने की सूचना दी गई : उन्होंने बताया कि हनुमान राम जाट का परिवार उनके यूनिट के एक और सैनिक से लगातार संपर्क में था. 3 अक्टूबर को सिक्किम में बादल फटने की घटना के बाद से ही सेना का रेस्क्यू कार्यक्रम जारी है. रविवार को सूचना मिली थी कि हनुमान राम जाट का शव मिल गया है. सोमवार शाम को उनका पार्थिव शरीर किशनगढ़ में मार्बल सिटी हॉस्पिटल पहुंचेगा.
किसान परिवार ने खोया लाल : सरपंच चौधरी ने बताया कि 29 वर्षीय हनुमान राम जाट किसान परिवार से हैं. उनके परिवार में पिता सुंडाराम, माता सोनकी देवी, तीन बड़ी बहने, एक छोटा भाई के अलावा पत्नी लीला देवी, 5 वर्षीय पुत्र यश और 2 वर्षीय पुत्री दक्षिता है. सेवानिवृत्त कैप्टन रतन लाल ढाका ने बताया कि हनुमान राम जाट उनके रिश्तेदार हैं. हनुमान राम सेना में फील्ड अस्पताल (एएमसी) में चालक थे.