कानपुरः करौली बाबा इन दिनों अपने ऊपर लगे आरोपों की वजह से काफी चर्चा में आ गए हैं. बाबा पर नोएडा के एक डॉ. सिद्धार्थ द्वारा आरोप लगाया गया है कि वे 20 फरवरी को कानपुर के करौली आश्रम पहुंचे थे, जहां उन्होंने बाबा से चमत्कार दिखाने के लिए कहा था. इस पर बाबा भड़क गए थे और उन्होंने अपने समर्थकों से उन्हें बाहर ले जाने को कहा. वहीं, डॉ. ने जब इसका इसका विरोध किया तो उनके समर्थकों द्वारा उनके साथ मारपीट की गई, जिससे डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. डॉ. द्वारा ने इस पूरे मामले की शिकायत बिधनू थाने में दर्ज कराई गई थी, जिसके आधार पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी हुई है.
हलांकि इस पूरी घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसको लेकर भी पुलिस के आलाअफसर लगातार जांच में जुटे हुए हैं. पुलिस की कई टीमें बीते 2 दिनों से लगातार बाबा के आश्रम में जाकर बाबा से पूछताछ कर रही है. ईटीवी भारत के संवाददाता द्वारा पूछे गए सवाल पर संतोष सिंह भदोरिया उर्फ करोली बाबा ने जवाब दिया कि उनकी अपने गुरू के प्रति काफी आस्था है और उनके द्वारा सिखाए गए नियमों का उन्होंने पालन किया. बस आज उन्हीं कृपा से उन्होंने संतोष सिंह भदौरिया से करौली बाबा तक सफर तय किया है.
करौली बाबा ने कहा कि उन्होंने अपने गुरु के द्वारा सिखाए गए नियमों का पालन किया है और उसकी साधना भी की है, जिसके जरिए वह अपने भक्तों की समस्या का समाधान कर पाते हैं. उनका कहना है कि भक्तों की उनके प्रति आस्था भी है. भक्त अपनी समस्याएं लेकर उनके पास आते हैं और वह बस उस समस्या का उपाय बताते हैं, जिसका भक्त पालन करते हैं और उन्हें आराम मिल जाता है. वायरल वीडियो को लेकर बाबा ने साफ-तौर पर कहा कि जो वीडियो वायरल हुआ है, उसको लेकर जांच की जा रही है. हालांकि इस वायरल वीडियो पर कुछ भी कहना अब उचित नहीं है.
ईटीवी भारत संवादाता ने जब आश्रम में मौजूद कुछ भक्तों से पूछा कि आपको इस आश्रम के बारे में जानकारी कहां से मिली थी तो दिल्ली से आए एक भक्त ने कहा कि उन्हें इस आश्रम की जानकारी यूट्यूब के माध्यम से मिलती है. जिसकी वजह से वजह से आज वह अपनी समस्या को लेकर बाबा के पास आए हुए हैं. वायरल वीडियो को लेकर उनका कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है. जब बाबा चमत्कार दिखाते ही नहीं है तो वह उन्हें चमत्कार कहां से दिखा सकते हैं.
डॉ. द्वारा अभद्रता की गई, जिस पर उन्होंने अपने समर्थकों से बस उन्हें बाहर ले जाने को बोल दिया. भक्तों का तो यह तक कहना है कि जो इलाज मेडिकल नहीं कर सकता वह इलाज बाबा कर सकते हैं. हालांकि इस पूरे मामले को लेकर भक्तों में काफी नाराजगी भी है. उनका कहना है कि लगातार पुलिस प्रशासन की पूछताछ व मीडियाकर्मियों की बातचीत के चलते वह बाबा से नहीं मिल पा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें काफी समस्या भी हो रही है. आश्रम में मौजूद भक्तों का कहना है कि भक्त अपनी समस्या को लेकर बाबा के पास आते हैं और यहां उनकी समस्या का समाधान हो जाता है.
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