ETV Bharat / bharat

चीन से बाहर निकल रहीं बहुराष्ट्रीय कंपनियां, वजह है कोविड

author img

By

Published : Oct 9, 2022, 11:58 AM IST

Updated : Oct 9, 2022, 12:08 PM IST

चीन की जीरो-कोविड नीति और इसके छिटपुट लॉकडाउन बहुराष्ट्रीय कंपनियों को वहां से अपना कारोबार समेटने के लिए विवश कर रहे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में यूरोपीय संघ चैंबर ऑफ कॉमर्स की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है.

बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पलायन के लिए जिम्मेदार चीन की COVID नीति: रिपोर्ट
बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पलायन के लिए जिम्मेदार चीन की COVID नीति: रिपोर्ट

बीजिंग (चीन) : चीन की जीरो-कोविड नीति और इसके छिटपुट लॉकडाउन बहुराष्ट्रीय कंपनियों को वहां से अपना कारोबार समेटने के लिए विवश कर रहे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में यूरोपीय संघ चैंबर ऑफ कॉमर्स की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है. फाइनेंशियल पोस्ट ने बताया कि हाल ही में, सितंबर में, यूरोपीय संघ के चैंबर ऑफ कॉमर्स ने एक रिपोर्ट जारी की थी कि चीन के बारे में कुछ अनुमान नहीं लगाया जा सकता, साथ ही उसकी विश्न कम विश्वसनीय और कम कुशल हो गया है.

जिसके परिणामस्वरूप कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने परिचालन को चीन से बाहर अन्य बाजारों में स्थानांतरित करने पर विचार कर रही हैं. यूरोपियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के सर्वेक्षण के अनुसार, 50 प्रतिशत पश्चिमी फर्मों ने बताया कि चीन में व्यापार पहले के वर्षों की तुलना में 2021 में अधिक राजनीतिकरण हो गया है. यूरोपीय कंपनियां चीन में निवेश नहीं कर रही हैं. वे बाजार में अपनी स्थिति का पुनर्मूल्यांकन कर रही है. साथ ही इस बात का इंतजार कर ही हैं कि यह अनिश्चितता कब तक जारी रहेगी. कई भविष्य की परियोजनाओं के लिए अन्य गंतव्यों की ओर देख रहे हैं.

पढ़ें: अमेरिका का सेमीकंडक्टर निर्यात पर सख्ती बरतना नियमों का उल्लंघनः चीन

फाइनेंशियल टाइम्स ने यूरोपीय चैंबर के उपाध्यक्ष बेटिना शोएन-बेहानजिन के हवाले से कहा. फाइनेंशियल पोस्ट के अनुसार, 2022 में, चीन से बहुराष्ट्रीय कंपनियों के स्थानांतरण से पता चलता है कि विश्वास में गिरावट आई है. 3 अक्टूबर को, अमेरिकी टेक दिग्गज Google (स्थानीय समय) ने घोषणा की कि वह देश में कम उपयोग का हवाला देते हुए, चीन में Google अनुवाद सेवा को बंद कर रहा है. द हिल द्वारा उद्धृत एक बयान में Google ने कहा कि हम चीन में Google अनुवाद को कम उपयोग के कारण बंद कर रहे हैं. इससे पहले, कई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि अनुवाद सेवा का हांगकांग संस्करण वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के बिना क्षेत्र में उपलब्ध नहीं है.

Google की इस घोषणा के साथ, अमेरिकी टेक दिग्गज को भी चीन छोड़ने वाली अन्य कंपनियों की सूची में जोड़ा रहा है. अमेज़ॅन, लिंक्डइन, याहू और माइक्रोसॉफ्ट कुछ ऐसी कंपनियां हैं जिन्होंने चीन में अपना ऑपरेशन बंद कर दिया. फाइनेंशियल पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेज़ॅन ने 2013 में चीन में एक ई-रीडर ऐप किंडल लॉन्च किया था. सभी रुचियों की लाखों ई-बुक्स के साथ, किंडल जल्द ही चीनी नागरिकों के बीच जगह बना लिया. 2019 तक, इसने चीन के तेजी से बढ़ते ई-बुक बाजार के 65 प्रतिशत पर कब्जा कर लिया.

पढ़ें: कोविड-19 के मद्देनजर चीन के शिनजियांग प्रांत में कड़े यात्रा प्रतिबंध लगाए गए

ABCNews के अनुसार, 2021 में 506 मिलियन से अधिक चीनी उपयोगकर्ताओं ने किंडल का उपयोग करने की सूचना दी थी. इसके बावजूद, जून 2022 में, अमेज़न ने अगले साल चीन में अपने ई-बुकस्टोर को बंद करने की घोषणा की. इसी तरह, अमेरिका की बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी, माइक्रोसॉफ्ट के एक सोशल नेटवर्क लिंक्डइन ने अक्टूबर 2021 में अपने सोशल नेटवर्क को बंद करने की घोषणा करते हुए कहा कि चीनी राज्य का पालन करना उसके लिए अधिक चुनौतीपूर्ण होता जा रहा था. फाइनेंशियल पोस्ट के अनुसार, सभी सूचीबद्ध कंपनियों ने निकट भविष्य में देश में वापस आने का कोई वादा किए बिना चीन छोड़ दिया है.

(एएनआई)

Last Updated : Oct 9, 2022, 12:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.