ETV Bharat / bharat

चंडीगढ़ के PGI डॉक्टर का दावा, रक्तदान करने से कमजोर नहीं होती इम्यूनिटी

author img

By

Published : May 8, 2021, 9:29 AM IST

कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से लोग पहले के मुकाबले कम रक्तदान कर रहे हैं. इस बारे में चंडीगढ़ पीजीआई के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के एचओडी डॉक्टर रतिराम शर्मा ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत की.

चंडीगढ़ पीजीआई
चंडीगढ़ पीजीआई

चंडीगढ़: कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से लोग पहले के मुकाबले कम रक्तदान कर रहे हैं, जिससे अस्पतालों में मरीजों को खून नहीं मिल पा रहा है. हालात ये है कि अधिकतर मरीज खून ना मिलने की वजह से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं.

रक्तदान करने वाले लोगों में इस बात की डर है कि अगर वो रक्तदान करेंगे तो उनके शरीर में कमजोरी आएगी, जिससे वो कोरोना की चपेट में आ सकते हैं. इस बारे में चंडीगढ़ पीजीआई के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के एचओडी डॉक्टर रतिराम शर्मा ने ईटीवी भारत, हरियाणा से बातचीत की.

डॉक्टर रतिराम शर्मा

ये भी पढ़ें- क्या ऑक्सीजन सिलेंडर की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है नेबुलाइजर? PGI के डॉक्टर से जानें सच्चाई

डॉक्टर रतिराम शर्मा ने कहा कि इस वक्त अस्पतालों में भर्ती कई मरीजों को खून की जरूरत है, लेकिन जब से कोरोना संकट आया है, तब से लोग पहले के मुकाबले कम रक्तदान कर रहे हैं, जिससे मरीजों को खून नहीं मिल पा रहा है. इसलिए डॉक्टरों ने लोगों से रक्तदान करने की अपील की.

इन तीन बातों का रखें ध्यान

उन्होंने कहा कि तीन बातों का ध्यान रखना जरूरी है. पहला ये कि युवा लोग या फिर कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र जो बिल्कुल स्वस्थ हैं और फिलहाल घर पर हैं, वो रक्तदान कर सकते हैं. दूसरा जिन लोगों को कोई गंभीर बीमारी, जैसे डायबिटीज, हाइपरटेंशन, किडनी या लिवर की नहीं है, वो भी रक्तदान कर सकते हैं. रक्तदान करने से शरीर में किसी भी तरह की कमजोरी नहीं होती. डॉक्टर का मानना है कि हर 3 महीने में रक्तदान किया जा सकता है.

डॉक्टर रतिराम शर्मा ने कहा कि जो मरीज कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं और उन्हें ठीक हुए 4 हफ्ते हो गए हैं, वो भी रक्तदान कर सकते हैं. रक्तदान करना लोगों के जीवन को बचाने का काम है. इसलिए लोगों को ये महादान जरूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में कई ब्लड बैंक हैं और हर ब्लड बैंक में रक्तदान में कमी देखी गई है.

ये भी पढ़ें- कोरोना मरीज घर पर रहकर कैसे करें इलाज? PGI के डॉक्टर से जानें किन बातों का रखें ध्यान

अगर चंडीगढ़ पीजीआई की बात की जाए तो यहां पर भी पहले के मुकाबले 20 फीसदी कम रक्तदान हो रहा है, लेकिन पीजीआई में आपातकालीन सेवाएं लगातार जारी हैं और मरीज भी आ रहे हैं. उन मरीजों को खून की जरूरत पड़ती है, लेकिन रक्तदान कम होने की वजह से मरीजों को खून पहुंचाने में परेशानी हो रही है.

डॉक्टर ने बताया कि रक्तदान से रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) पर कोई असर नहीं पड़ता है. ये एक भ्रांति है और लोगों को इससे बचना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.