नई दिल्ली : चौथे चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल के आसनसोल से हिंसा की घटनाएं लगातार सामने आई. कहीं कार्यकर्ताओं में झड़प तो कहीं उम्मीदवार पर ही हमला हो गया. आसनसोल से भाजपा उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो की गाड़ी के साथ भी तोड़ फोड़ हुई लेकिन इन सभी घटनाओं के बाद तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलने पहुंचा और बाबुल सुप्रीयो के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में तैनात केंद्रीय पुलिस बल पर भी चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया.
तृणमूल कांग्रेस की तरफ से चंदन मित्रा चुनाव आयोग को शिकायत सौंपने पहुंचे थे. उनका सीधा सीधा आरोप था कि कई बूथों पर केंद्रीय पुलिस बल लोगों को मतदान करने से रोक रहे हैं, वहीं एक बूथ से तो फायरिंग तक की खबर सामने आई.
तृणमूल नेताओं ने चुनाव आयोग से इन शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
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वहीं दूसरी ओर भाजपा का प्रतिनिधिमंडल भी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ इसी तरह की शिकायत ले कर चुनाव आयोग पहुंचा था.
लगभग चारो चरणों में विशेष कर पश्चिम बंगाल से लगातार हिंसा की खबरें आई और सभी पार्टियों ने इसकी शिकायत आयोग से भी की है. चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान के लिये चौथे चरण में 98% बूथों पर केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती की है, बावजूद इसके हिंसा की खबरें सामने आई हैं और बंगाल की सभी विपक्षी पार्टियां तृणमूल और ममता बनर्जी सरकार को इसके लिये जिम्मेदार ठहराती रही हैं.