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आरिफ मोहम्मद के समर्थन में बीजेपी, इतिहासकार इरफान पर बोला हमला

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Published : Dec 30, 2019, 4:06 PM IST

Updated : Dec 30, 2019, 5:45 PM IST

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भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला

भारतीय जनता पार्टी केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के समर्थन में उतर आई है. दरअसल, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने आरोप लगाया है कि एक कार्यक्रम के दौरान इतिहासकार इरफान हबीब ने उन्हें बोलने से रोका और धक्का-मुक्की भी की. इस पर भाजपा ने प्रतिक्रिया देते हुए इरफान हबीब पर जबरदस्त हमला बोला है. जानें क्या है पूरा मामला...

नई दिल्ली : केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के समर्थन में उतरी भारतीय जनता पार्टी ने इतिहासकार इरफान हबीब पर जबर्दस्त हमला बोला है.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि इतिहासकार इरफान हबीब ने जो अभद्रता स्वयं के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के साथ की, उसके संदर्भ में ही केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अपना वक्तव्य दिया है.

भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला से ईटीवी भारत की बातचीत.

प्रेम शुक्ला ने कहा कि संविधान को जानने वाले भली-भांति जानते हैं कि संसद ने जो एक बार कानून बना दिया और उस कानून के विरोध में यदि कोई व्यक्ति कार्यक्रम से हटकर बोल रहा है और वहां मुख्य अतिथि के तौर पर उस राज्य के प्रथम नागरिक स्वयं राज्यपाल बैठे हुए हैं तो वह संविधान के संरक्षक की भूमिका में हैं.

उन्होंने कहा कि उनके समक्ष अनर्गल आरोप लगाए जाएंगे तो वह उत्तर देंगे और जब आरिफ मोहम्मद खान ने प्रत्युत्तर देने के अपने अधिकार का सदुपयोग किया, तब वहां जिस तरह की हंगामेबाजी और अभद्रता हुई, वह इरफान हबीब और उनके मार्क्सवादी तमाम साहित्यकार और इतिहासकारों की असहिष्णुता का जीवंत प्रमाण है.

बता दें, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा था कि इतिहासकार इरफान हबीब ने 'भारतीय इतिहास कांग्रेस' के उनके उद्घाटन भाषण को रोकने का प्रयास किया. इस संंबंध में आरिफ मोहम्मद ने तस्वीरों के साथ कई ट्वीट किए हैं.

आरिफ ने अपने ट्वीट में कहा कि इतिहासकार इरफान हबीब ने अब्दुल कलाम आजाद को उद्धृत करने के आरिफ मोहम्मद खान के अधिकार पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया और ऊंची आवाज में कहा कि उन्हें नाथूराम गोडसे को उद्धृत करना चाहिए.

ये भी पढ़ें : इरफान हबीब ने मुझे रोका, नारेबाजी की : आरिफ मोहम्मद

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के कार्यालय ने कहा कि वह तो सिर्फ पिछले वक्ताओं द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर प्रतिक्रिया देकर संविधान की रक्षा के अपने दायित्व को निभा रहे थे, लेकिन दूसरे मत के प्रति असहिष्णुता के कारण मंच और श्रोताओं द्वारा भाषण को बाधित करने की कोशिश अलोकतांत्रिक है.

इतिहासकार इरफान हबीब पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने उनके ADC और सुरक्षा अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की की है. उन्होंने कहा, 'इरफान हबीब ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर कुछ मुद्दे उठाए थे, लेकिन जब मैंने उन मुद्दों पर अपनी बात रखी तो उन्होंने मुझे रोकने की कोशिश की.' उन्होंने कहा कि ये सब वीडियो में भी पूरी तरह से साफ दिखाई दे रहा है.

Intro:इरफान हबीब व उनके मार्क्सवादी तमाम साहित्यकार, इतिहासकारों ने असहिष्णुता का जीवंत प्रमाण दिया-प्रेम शुक्ला

नयी दिल्ली- केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी आ गई है और इतिहासकार इरफान हबीब पर जबरदस्त हमला बोला है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि इतिहासकार इरफान हबीब ने जो अभद्रता स्वयं के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के साथ कि उसके संदर्भ में ही केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अपना वक्तव्य दिया है.


Body:प्रेम शुक्ला ने कहा कि संविधान को जानने वाले भली-भांति जानते हैं कि संसद ने जो एक बार कानून बना दिया और उस कानून के विरोध में यदि कोई व्यक्ति कार्यक्रम से हटकर बोल रहा है और वहां मुख्य अतिथि के तौर पर उस राज्य के प्रथम नागरिक स्वयं राज्यपाल बैठे हुए हैं तो वह राज्यपाल संविधान के संरक्षण की भूमिका में हैं और उनके समक्ष अनर्गल आरोप लगाए जाएंगे तो वह तो उत्तर देंगे और जब आरिफ मोहम्मद खान ने प्रत्युत्तर देने के अपने अधिकार का सदुपयोग किया तब वहां जिस तरह की हंगामेबाजी और अभद्रता हुई वह इरफान हबीब और उनके मार्क्सवादी तमाम साहित्यकार और इतिहासकारों की असहिष्णुता का जीवंत प्रमाण है


बता दें केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि इतिहासकार इरफान हबीब ने 'भारतीय इतिहास कांग्रेस' के उनके उद्घाटन भाषण को रोकने का प्रयास किया और भिन्न राय को लेकर उनकी 'असहिष्णुता' अलोकतांत्रिक थी. आरिफ मोहम्मद खान ने तस्वीरों के साथ कई ट्वीट किए हैं. ट्वीट में कहा गया कि इतिहासकार इरफान हबीब ने अब्दुल कलाम आजाद को उद्धृत करने के आरिफ मोहम्मद खान के अधिकार पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया और ऊंची आवाज में कहा कि उन्हें नाथूराम गोडसे को उद्धृत करना चाहिए.

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के कार्यालय ने कहा कि आरिफ मोहम्मद खान तो सिर्फ पिछले वक्ताओं द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर प्रतिक्रिया देकर संविधान की रक्षा के अपने दायित्व को निभा रहे थे लेकिन दूसरे मत के प्रति असहिष्णुता के कारण मंच और श्रोताओं द्वारा भाषण को बाधित करने की कोशिश अलोकतांत्रिक है.




Conclusion:इतिहासकार इरफान हबीब पर राज्यपाल आरिफ अहमद खान ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने उनके ADC और सुरक्षा अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की की है. आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि इरफान हबीब ने CAA को लेकर कुछ मुद्दे उठाए थे लेकिन जब मैंने उन मुद्दों पर अपनी बात रखनी चाहिए तो उन्होंने मुझे रोकने की कोशिश की और ऐसा वीडियो में भी पूरी तरह साफ दिख रहा है.
Last Updated :Dec 30, 2019, 5:45 PM IST
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