ETV Bharat / bharat

बिहार के गोपालगंज में बाढ़ से भारी तबाही, सरकारी इंतजामों की खुली पोल

author img

By

Published : Jul 27, 2020, 9:49 PM IST

मुश्किल से मुश्किल काम आप जो करते है या सोच सकते है, उससे भी ज्यादा मुश्किल है, गोपालगंज के बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंच पाना. लेकिन आज हमारे संवाददाता अटल बिहारी पांडे उन इलाकों में पहुंचे जहां अब तक सरकारी मदद तक नहीं पहुंची.

gopalganj
गोपालगंज में बाढ़ से भारी तबाही

गोपालगंज: बिहार की बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं है. इसे सरकार की बदइंतजामी ने बाकायदा दावत दी है और सरकारी दावत में आई बाढ़, कई गांवों को डुबाकर अपनी भूख मिटा रही है. और कम से कम बिहार के गोपालगंज के आई तस्वीरें तो यहीं गवाही दे रहीं हैं. गोपालगंज में मांझा प्रखंड के इमलिया गांव के लोगों की जिंदगी कैसे कट रही है आज हम आपको दिखाएंगे, लेकिन इस गांव में पहुंचना आसान नहीं था.

जिले के मांझा प्रखंड के इमलिया गांव के लोग बाढ़ की विभीषिका का दंश झेल रहे हैं. यहां के लोगों को न ही प्रशासनिक मदद मिल रही है और न ही बाहर निकलने के लिए कोई नाव की व्यवस्था हो सकी है. मजबूरन यहां के लोग बाढ़ के पानी में ही रहने को विवश हैं.

गोपालगंज में बाढ़ से भारी तबाही देखें ग्राउंड रिपोर्ट

नहीं मिली मदद
दरअसल, गोपालगंज जिला हमेशा ही बाढ़ की विभीषिका का दंश झेलता रहा है. हर साल की तरह इस साल भी गंडक नदी ने तबाही मचाकर न जाने कितनों को बेघर कर दिया है. जिले के 6 प्रखंडों में बाढ़ की तबाही का मजहर देखने को मिल रहा है. वहीं बात करें मांझा प्रखंड के इमलिया गांव की तो इस गांव के लोग बाढ़ की विभीषिका का दंश इस कदर झेल रहे हैं कि इन्हें प्रशानिक मदद का आज भी इंतजार है, लेकिन फिर भी प्रशानिक मदद इनके पास अब तक नहीं पहुंची है.

gopalganj
गोपालगंज में बाढ़ के कारण कई इलाकों में जमा पानी

घरों में प्रवेश कर रहा पानी
इस गांव में पानी घुटने, कमर और कहीं-कहीं तो छाती तक भर गया है. लोगों के घरों में पानी लगातार प्रवेश कर रहा है. वहीं गांव की महिला देवंती देवी ने कहा कि 'हमार घर में कमर भर पानी भर गईल बा, हमार सब समान घरे में पड़ल बा, खाए-पीए के कौनों व्यवस्था नईखे, मजबुरन पानिए में दिन औरी रात गुजारे के पड़ता, पानी लगातार बढ़ने के कारण पड़ोसी के घर से खाना बनवा के अपना पेट पालत बानी जा.'

गोपालगंज में बाढ़ से भारी तबाही

यह भी पढ़ेंः राजस्थान : कांग्रेस ने की राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की अपील

मदद का इंतजार
वहीं चिंता देवी ने कहा कि 'हमरो पूरा घर में पानी भर गईल बा. जेकरा वजह से सब सामान बर्बाद हो गईल बा, घर में कुछू नईखे बचल. हमार बेटा बीमार बा, लेकिन इलाज नईखें हो पावत, हमनी के कईसहू चूड़ा-सतु खाके दिन गुजार रहल बानी जा. लेकिन प्रशानिक मदद अभी तक नईखे मिलल.'

gopalganj
बाढ़ और जलजमाव के कारण सामानों को लाने में कड़ी मशक्कत

नाव की सुविधा नहीं
गौरतलब हो कि गांव में प्रशासन की तरफ से कोई नाव की सुविधा नहीं होने के कारण केले के तना को ही ये लोग नाव बनाकर गले तक पानी पार कर अपने बीमार बच्चों को घर से बाहर निकाल रहे हैं. कुल मिलाकर इस गांव किस स्थिति काफी भयावह है, लेकिन फिर भी सूबे के मुखिया और आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय प्रदेश में सब कुछ ठीक-ठाक होने का दावा कर रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.