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बेनतीजा रही किसानों और सरकार के बीच बातचीत, तीन दिसंबर को अगली बैठक

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Published : Dec 1, 2020, 7:43 AM IST

Updated : Dec 1, 2020, 10:21 PM IST

farmers protest
किसानों को मनाने की कवायद तेज: सरकार ने बातचीत के लिए किया आमंत्रित

18:57 December 01

नरेंद्र सिंह तोमर की प्रतिक्रिया

नरेंद्र सिंह तोमर की प्रतिक्रिया

बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बैठक अच्छी रही और हमने फैसला किया है कि तीन दिसंबर को फिर से बातचीत करेंगे. हम चाहते थे कि एक कमेटी बनाई जाए लेकिन किसान नेता चाहते थे कि बातचीत सभी के साथ हो, हमें इससे कोई समस्या नहीं है.

हम किसानों से अपील करते हैं कि वे विरोध प्रदर्शनों को स्थगित करें और वार्ता के लिए आएं. हालांकि, यह निर्णय किसानों की यूनियनों और किसानों पर निर्भर करता है.

18:43 December 01

बैठक के बाद जानकारी देते किसान नेता

सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक खत्म

सरकार और किसान नेताओं के बीच चल रही बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद किसानों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे नेता चंदा सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में हो रहा किसान आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही सरकार के साथ बातचीत भी जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि सरकार के साथ अगली बैठक गुरुवार (तीन दिसंबर) को होगी.

16:53 December 01

किसान नेता हनन मोल्लाह से बातचीत

सरकार ने समिति बनाने का ऑफर, किसान संगठनों से मांगे नाम

किसान नेताओं के साथ बातचीत में सरकार की तरफ से कहा गया कि किसान अपने संगठनों से 4-5 लोगों के नाम दें, जिसके बाद हम एक समिति का गठन करेंगे. इसमें सरकार के प्रतिनिधियों के साथ कृषि विशेषज्ञ भी नए कृषि कानूनों पर भी चर्चा करेंगे.

16:25 December 01

एमएसपी और एपीएमसी पर चर्चा

विज्ञान भवन में किसान नेताओं और सरकार के बीच बैठक जारी है. सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) एक्ट के बारे में किसान नेताओं को विस्तार से जानकारी दे रही है. 

16:24 December 01

बिल्किस बानो को हिरासत में लिया गया

शाहीन बाग आंदोलन में शामिल रहीं प्रदर्शनकारी बिल्किस बानो भी किसानों के समर्थन में सिंघू बॉर्डर पहुंची थीं. पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. उन्होंने कहा कि वह किसान की बेटी हैं और इसलिए किसानों का समर्थन करने आई हैं. हम अपनी आवाज उठाएंगे, सरकार को हमारी बात सुननी चाहिए.

15:59 December 01

मीडिया से बातचीत के दौरान अजय चौटाला

दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि किसानों की यही मांग है कि उनकी फसल को कोई न्यूनतम गारंटी मिले, जिसपर वे अपनी फसल बेच सकें. मेरा सिंघू बॉर्डर और बुराड़ी में जाने का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि किसानों को जो बुनियादी चीज चाहिए, वह उन्हें मिल रही है या नहीं. 

जेजेपी अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि किसानों की समस्या का जितना जल्द समाधान निकल जाए उतना अच्छा है. हमने सरकार में बैठे लोगों से आग्रह किया है. सरकार में बैठे लोग बार-बार यह बयान देते हैं कि हम एमएसपी को जारी रखेंगे तो उसको जोड़ दे, एक लाइन लिखने में क्या दिक्कत है.

15:28 December 01

विज्ञान भवन में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ किसान नेताओं की बैठक चल रही है.

जानकारी देतीं संवाददाता

15:11 December 01

बैठक से पहले नरेंद्र सिंह तोमर की मीडिया से बातचीत

विज्ञान भवन पहुंचे किसान नेता

सरकार से बातचीत करने के लिए किसान नेता विज्ञान भवन पहुंच चुके हैं. सरकार से बातचीत करने के लिए किसानों का प्रतिनिधित्व कर रहे 36 नेता पहुंचे हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया है. 

बैठक में उनके अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोम प्रकाश भी मौजूद रहेंगे. बैठक से पहले केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि सरकार समाधान करने के लिए चर्चा करने के लिए पूरी तरह तैयार है.

14:50 December 01

किसानों से खुले मन से बातचीत करे सरकार

आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस तैयारी से किसान आए हैं, वो सोच कर आए हैं कि केंद्र सरकार इनकी बात आसानी से नहीं मानेगी. उनके पास 6 महीने का तेल, गैस, आटा, दाल, चावल हैं. वे इन तीनों कानूनों को वापस कराकर अपने घर जाएंगे. सरकार को इनसे खुले मन से बातचीत करनी चाहिए.

14:45 December 01

यूपी गेट पहुंचे चंद्रशेखर और पप्पू यादव

इस बीच भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद दिल्ली में गाजीपुर-गाजियाबाद (दिल्ली-यूपी) सीमा पर किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. उनके अलावा पप्पू यादव भी यूपी गेट पहुंचे.

14:22 December 01

किसानों से बातचीत

नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने केन्द्र का वार्ता का प्रस्ताव स्वीकार करने का फैसला किया है. कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सोमवार को कोविड-19 और ठंड का हवाला देते हुए किसान संगठनों के नेताओं को तीन दिसंबर की बजाय मंगलवार (एक दिसंबर) को ही बातचीत के लिए बुलाया था.

केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली से लगी सीमा पर आज छठे दिन भी डटे हैं. किसानों को आशंका है कि इन कानूनों के कारण न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा.

13:58 December 01

रणदीप सुरजेवाला का बयान

किसानों को लेकर बोले कांग्रेस प्रवक्ता

कांग्रेस ने किसान संगठनों के साथ केंद्र की सरकार की प्रस्तावित बातचीत से पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वह आज ही कृषि से संबंधित तीनों 'काले कानूनों' को निलंबित करने तथा प्रदर्शनकारी किसानों पर दर्ज मामले वापस लेने की घोषणा करें.

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि सरकार को सभी किसान संगठनों के साथ मन खोलकर बातचीत करना चाहिए तथा बिना किसी दिखावे और पूर्वाग्रह के मामले का समाधान निकालना चाहिए.

13:24 December 01

भाजपा की बैठक समाप्त

कृषि कानूनों के लेकर किसान आंदोलनरत हैं. इन सब विषयों को लेकर आज भाजपा की पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक बैठक हुई. जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहे. अब तीन बजे होने वाली बैठक में केंद्र सरकार किसानों के साथ वार्ता करेगी. किसानों के साथ होने वाली बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. ऐसी जानकारी सुनने को मिल रही है कि गृह मंत्री अमित शाह भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं. हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. 

13:19 December 01

निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने हरियाणा सरकार से वापस लिया समर्थन

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पत्र

चंडीगढ़ः चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद अब उन्होंने सरकार से समर्थन भी वापस ले लिया है. सोमबीर सांगवान ने कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दिया था. बता दें कि निर्दलीय विधायक सोमबीर, सांगवान खाप के प्रधान भी हैं. उन्होंने एक दिसंबर को खाप के हजारों लोगों के साथ दिल्ली कूच करने का ऐलान भी किया है.  

किसान आंदोलन में हरियाणा सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने सोमवार को पशुधन विकास बोर्ड चेयरमैन के पद से इस्तीफा दिया था. मंगलवार को उन्होंने सरकार से अपना समर्थन भी वापस ले लिया. हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष को पत्र लिखकर समर्थन वापसी की घोषणा की है.

'नहीं चल सकता सरकार के साथ'

समर्थन वापस लेने की बात पर सांगवान ने कहा कि वो मनोहर सरकार के साथ नहीं चल सकते. इस दौरान पत्र में सोमबीर सांगवान ने लिखा कि किसान विरोधी और किसानों के साथ जुल्म करने वाली सरकार का साथ नहीं दे सकता. राजनीति से पहले किसान और भाइचारा है. सोमबीर सांगवान ने कहा तुरंत प्रभाव से उनका समर्थन वापिस लिया समझा जाए.

बलराज कुंडू भी ले चुके हैं समर्थन वापस

बता दें सोमबीर सांगवान ने हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ था. इससे पहले भ्रष्टाचार के मुद्दे पर निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू पहले ही मनोहर लाल सरकार से समर्थन वापस ले चुके हैं.

13:10 December 01

सिंघु बॉर्डर पर 300 ट्रैक्टरों का जत्था पहुंचा

दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर छठे दिन भी किसानों का जमावड़ा लगा हुआ है. पंजाब से किसान लगातार सिंघु बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर इस वक्त 25 से 30 हजार किसान मौजूद हैं. थोड़ी देर पहले ही 300 ट्रैक्टरों का एक जत्था सिंघु बॉर्डर पहुंचा है. हर रोज़ सिंघु बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है.

11:16 December 01

3 बजे होने वाली बैठक की अध्यक्षता राजनाथ सिंह करेंगे

किसानों के साथ होने वाली बैठक से पूर्व भारतीय जनता पार्टी हाई लेवल मीटिंग कर रही है.  बैठक में शामिल होने के लिए गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर पहुंचे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक आज 3 बजे किसानों के साथ होने वाली बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. 

11:15 December 01

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पहुंचे.

10:58 December 01

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़कों पर डटे हुए हैं

वीडियो

सोनीपत : कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़कों पर डटे हुए हैं. अब केंद्र सरकार ने सड़कों पर उतरे किसानों को बातचीत का न्योता दिया है. आज यानी मंगलवार को केंद्र सरकार इन किसान संगठनों से बातचीत करेगी. सरकार ने सिर्फ 32 ही किसान संगठनों को बातचीत की टेबल पर बुलाया है.  

इसके चलते कई किसान संगठन नाराज हो गए हैं. पूरे देश में करीब 500 किसान संगठन है जो बातचीत में शामिल होना चाहते हैं. पंजाब किसान संघर्ष समिति के ज्वाइंट सेक्रेटरी सुखविंदर सिंह सभरान ने कहा कि देश में इस वक्त किसानों के 500 से ज्यादा जत्थे हैं. लेकिन सरकार ने सिर्फ 32 संगठनों को ही बातचीत के लिए बुलाया है. इस जब तक सबको बातचीत के लिए नहीं बुलाया जाता, तब तक हम बातचीत करने नहीं जाएंगे.

बता दें कि कोरोना संकट और ठंड को देखते हुए सरकार ने 3 दिसंबर को होने वाली बातचीत पहले ही बुला ली. ऐसे में सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच बातचीत से कोई हल निकल सकता है. सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बातचीत की अगुवाई करेंगे. किसान पिछले 6 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं.

09:44 December 01

'किसान एकता जिंदाबाद' के नारे 

अम्बाला में किसानों ने 'किसान एकता जिंदाबाद' के नारे लगाए और कल पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा के बाहर हरियाणा के मंत्री अनिल विज को काले झंडे दिखाए.

07:43 December 01

सारे किसान समूहों को नहीं किया आमंत्रित: सुखविंदर एस सभरन

सुखविंदर एस सभरन ने दी प्रतिक्रिया

दिल्ली में पंजाब किसान संघर्ष समिति ज्वाइंट सेक्रेटरी सुखविंदर एस सभरन ने कहा कि देश में किसानों के 500 से ज्यादा समूह हैं लेकिन सरकार ने केवल 32 समूहों को ही बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. जब तक सारे समूहों को नहीं बुलाया जाता, तब तक हम बातचीत नहीं करेंगे. 

06:59 December 01

किसान आंदोलन-लाइव अपडेट

नरेंद्र सिंह तोमर (केंद्रीय कृषि मंत्री)

नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों को मनाने की कवायद तेज हो गई है. केंद्र सरकार ने तीन दिसंबर की जगह आज दोपहर बाद तीन बजे बातचीत के लिए आमंत्रित किया है.

बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के नेताओं को कोविड-19 महामारी एवं सर्दी का हवाला देते हुए तीन दिसंबर की जगह मंगलवार को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है.

बैठक एक दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में दोपहर बाद तीन बजे बुलाई गई है.  

गौरतलब है कि हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर पिछले पांच दिनों से धरने पर हैं. केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ उनका यह धरना सोमवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया.

इन कानूनों के बारे में किसानों को आशंका है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा.

कृषि मंत्री ने कहा...

'कोरोना वायरस महामारी एवं सर्दी को ध्यान में रखते हुए हमने किसान यूनियनों के नेताओं को तीन दिसंबर की बैठक से पहले ही चर्चा के ​लिए आने का न्यौता दिया है.'  

उन्होंने बताया कि अब यह बैठक एक दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में दोपहर बाद तीन बजे बुलायी गयी है. उन्होंने बताया कि 13 नवंबर को हुई बैठक में शामिल सभी किसान नेताओं को इस बार भी आमंत्रित किया गया है.

इस बीच कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने 32 किसान यूनियनों के प्रतिनिधियों को पत्र लिख कर एक दिसंबर को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है . अग्रवाल ने जिन संगठनों को पत्र लिखा है उनमें क्रांतिकारी किसान यूनियन, जम्मुहारी किसान सभा, भारतीाय किसान सभा (दकुदा), कुल हिंद किसान सभा और पंजाब किसान यूनियन शामिल हैं.

अगर किसानों की मांगें दो दिन में नहीं पूरी की गई तो हड़ताल पर जाएंगे : टैक्सी यूनियन

वहीं दूसरी तरफ ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर जाएंगे। युनियन के अध्यक्ष ने इसकी जानकारी दी.

यूनियन के अध्यक्ष बलवंत सिंह भुल्लर ने कहा कि वे किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए उन्हें दो दिन का समय दे रहे हैं.

इससे पहले 13 नवंबर को हुई बैठक बेनतीजा रही थी और केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसानों को तीन दिसंबर को दूसरे दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया था ताकि तीन नए कृषि कानूनों से उपजी उनकी चिंताओं का निराकरण किया जा सके. 

Last Updated :Dec 1, 2020, 10:21 PM IST
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