ETV Bharat / bharat

दलाई लामा ने ऑनलाइन टीचिंग के माध्यम से किया मार्गदर्शन

author img

By

Published : May 17, 2020, 1:33 PM IST

कोरोना महामारी के चलते तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा ने तीन महीने बाद ऑनलाइन वर्चुअल शिक्षा का आयोजन किया. लाइव टीचिंग कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आंतिरक शांति विकसित करने, मानव सेवा, धर्म के माध्यम से हर जगह शांति, आधुनिक युग में धर्म व विज्ञान और पर्यावरण संरक्षण के विषयों की महता को लेकर अनुयायियों का मार्गदर्शन किया.

ETV BHARAT
दलाई लामा

धर्मशाला : तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा कोरोना महामारी के चलते तीन महीने के लंबे अंतराल के बाद शनिवार को ऑनलाइन वर्चुअल क्लास के माध्यम से अपने अनुयायियों से बात की .

दलाई लामा ने अपने अनुयायियों को कोरोना के चलते दुनियाभर में व्याप्त भय और चिंता की नकारात्मक भावनाओं से निबटने के लिए आंतरिक शांति विकसित करने की सलाह दी.

लाइव टीचिंग कार्यक्रम के दौरान दलाई लामा ने विशेष रूप से चार बिंदुओं को लेकर अपने विचार प्रकट किए.

उन्होंने आंतिरक शांति विकसित करने, मानव सेवा, धर्म के माध्यम से हर जगह शांति, आधुनिक युग में धर्म व विज्ञान और विश्वभर में पर्यावरण के संरक्षण के विषयों की महत्ता को लेकर अपने विचार रखे.

धर्म गुरु दलाई लामा ने विश्व के तमाम नागरिकों से अपील की है कि वह इस वैश्विक जलवायु परिवर्तन के दीर्घकालिक मुद्दे पर भी ध्यान दें. अगले दो दशकों के भीतर इसके दूरगामी परिणाम होने की उम्मीद है.

पढ़ें: लॉकडाउन : ठेले पर सपरिवार दिल्ली से मुजफ्फरपुर चल पड़ा प्रवासी मजदूर

दलाई लामा ने कहा कि तिब्बती बौद्ध दर्शन मन के परिवर्तन को स्वयं के भीतर और दुनिया में शांति और खुशी प्राप्त करने की कुंजी के रूप में बताता है.

वर्तमान परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए दलाई लामा ने कहा कि एक व्यक्ति जीवित रहने के लिए समुदाय पर निर्भर है, जो हमें एक दूसरे के प्रति दया और करुणा की सीख देता है. यह मानव स्वभाव का आंतरिक गुण है.

इसी तरह आज जिस कोविड-19 संकट का हम सामना कर रहे हैं, इसके लिए हमें वैश्विक सहयोग पर जोर देना चाहिए, ताकि हम सभी एक मानव परिवार के सदस्यों के रूप में एकजुट होकर लड़ सके.

दलाई लामा की ऑनलाइन वर्चुअल शिक्षा का आयोजन रविवार को भी जारी रहेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.