ETV Bharat / bharat

भविष्य में आईएसएफ के साथ गठबंधन नहीं चाहते बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर चौधरी

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने साफ किया है कि भविष्य में वह इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ कोई संबंध नहीं रखना चाहते. उन्होंने वाम मोर्चा पर भी ठीकरा फोड़ा.

अधीर रंजन चौधरी
अधीर रंजन चौधरी
author img

By

Published : May 10, 2021, 6:00 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि भविष्य में वह इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ कोई संबंध नहीं रखना चाहते हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा कि संदेह के कारण उन्होंने वाम मोर्चा से भी आईएसएफ के साथ गठबंधन नहीं करने को कहा है.

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, वाम मोर्चा और आईएसएफ का संयुक्त मोर्चा कोई भी कमाल दिखाने में असफल रहा. गठबंधन को राज्य में सिर्फ एक सीट मिली और वह भी इस्लामिक धर्मगुरु द्वारा जनवरी में गठित पार्टी (आईएसएफ) के हिस्से में गई.

लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने बताया, 'मैं कभी नहीं चाहूंगा कि आईएसएफ ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा बने जहां हम भी हों.'

उन्होंने दोहराया कि उनकी पार्टी कभी आईएसएफ के साथ गठबंधन करने नहीं गई थी, वाम मोर्चा उनसे मिला था.

कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैंने उनसे (वाम मोर्चा) ऐसा नहीं करने को कहा था, लेकिन उन्होंने कहा कि वे वादा कर चुके हैं. और अब आप परिणाम देख सकते हैं.'

चौधरी ने कहा कि चूंकि कांग्रेस और वाम मोर्चा के बीच पहले से साझेदारी थी, इसलिए संयुक्त मोर्चा का गठन हुआ.

पढ़ें- कोरोना तो उनको भी हो रहा जिनके पास इंटरनेट नहीं : राहुल

उन्होंने कहा कि मोर्चे का असफल होना तय था क्योंकि 'पश्चिम बंगाल के लोगों ने गठबंधन को स्वीकार करने से इनकार कर दिया.'

(पीटीआई/भाषा)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि भविष्य में वह इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ कोई संबंध नहीं रखना चाहते हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा कि संदेह के कारण उन्होंने वाम मोर्चा से भी आईएसएफ के साथ गठबंधन नहीं करने को कहा है.

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, वाम मोर्चा और आईएसएफ का संयुक्त मोर्चा कोई भी कमाल दिखाने में असफल रहा. गठबंधन को राज्य में सिर्फ एक सीट मिली और वह भी इस्लामिक धर्मगुरु द्वारा जनवरी में गठित पार्टी (आईएसएफ) के हिस्से में गई.

लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने बताया, 'मैं कभी नहीं चाहूंगा कि आईएसएफ ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा बने जहां हम भी हों.'

उन्होंने दोहराया कि उनकी पार्टी कभी आईएसएफ के साथ गठबंधन करने नहीं गई थी, वाम मोर्चा उनसे मिला था.

कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैंने उनसे (वाम मोर्चा) ऐसा नहीं करने को कहा था, लेकिन उन्होंने कहा कि वे वादा कर चुके हैं. और अब आप परिणाम देख सकते हैं.'

चौधरी ने कहा कि चूंकि कांग्रेस और वाम मोर्चा के बीच पहले से साझेदारी थी, इसलिए संयुक्त मोर्चा का गठन हुआ.

पढ़ें- कोरोना तो उनको भी हो रहा जिनके पास इंटरनेट नहीं : राहुल

उन्होंने कहा कि मोर्चे का असफल होना तय था क्योंकि 'पश्चिम बंगाल के लोगों ने गठबंधन को स्वीकार करने से इनकार कर दिया.'

(पीटीआई/भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.