हैदराबाद : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने रविवार को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बीबीनगर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) सेवाओं का उद्घाटन किया और कहा कि नई सुविधाएं तेलंगाना के लोगों के लाभ के लिए रोगी देखभाल बढ़ाने तथा समग्र डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम को मजबूत करने में मदद करेंगी. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि एबीडीएम देश भर में स्वास्थ्य रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण करने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई पहल है और इसमें क्यूआर कोड-आधारित रोगी पंजीकरण, स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) समेत कई डिजिटल सेवाएं शामिल हैं.
मांडविया ने कहा कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (आभा) कार्ड की मदद से मरीज देश भर में कहीं भी, कभी भी अपने मेडिकल रिकॉर्ड की जानकारी ले सकते हैं. उन्होंने देश भर में नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण करके और मेडिकल सीट की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि करके चिकित्सा शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर भी प्रकाश डाला. एमबीबीएस छात्रों के नए बैच (2022-23) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दिलाई गई महर्षि चरक की शपथ ली.
मांडविया ने कहा, 'एम्स एक प्रतिष्ठित संस्थान है और इसकी प्रतिष्ठा ऐसी है कि लोग सोचते हैं कि अगर यहां इलाज उपलब्ध नहीं है, तो पूरे देश में कहीं और इलाज उपलब्ध नहीं है.' उन्होंने दोहराया कि स्वास्थ्य को व्यवसाय के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए, बल्कि यह मानवता की सेवा है. यह याद करते हुए कि कैसे भारत ने संकट का लाभ उठाए बिना कोविड से पहले की कीमतों पर दुनिया के बाकी हिस्सों में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और एज़िथ्रोमाइसिन की आपूर्ति की, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धांत के अनुसार था.
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(पीटीआई-भाषा)