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Assam flood: असम में बाढ़ से तबाही, 16 जिलों में करीब 4.89 लाख लोग प्रभावित

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Published : Jun 24, 2023, 12:02 PM IST

असम बाढ़
Assam flood

असम में लगातार बारिश के कारण 16 जिलों में करीब 4.89 लाख लोग प्रभावित बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. एएसडीएमए की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार अकेले बजाली जिले में लगभग 2.67 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित जिलों में 140 राहत शिविर और 75 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं. एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 4,27,474 घरेलू जानवर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

असम में 16 जिलों में करीब 4.89 लाख लोग प्रभावित.

गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. 16 जिलों के लगभग 4.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. पिछले 24 घंटों में नलबाड़ी जिले में एक व्यक्ति बाढ़ के पानी में डूब गया, जिससे मरने वालों की संख्या दो हो गई है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार अकेले बजाली जिले में लगभग 2.67 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद नलबाड़ी में 80,061 लोग, बारपेटा में 73,233, लखीमपुर में 22,577, दर्रांग में 14,583, तामुलपुर में 14180, बक्सा में 7,282 और गोलपारा जिले में 4,750 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के पानी से 10,782.80 हेक्टेयर फसल भूमि डूब गई है.

  • VIDEO | The flood situation in Assam continues to remain grim with the death toll rising to two and over 4.88 lakh people reeling under the deluge across 16 districts. #AssamFloods pic.twitter.com/ODO3h9VvaA

    — Press Trust of India (@PTI_News) June 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस जलप्रलय में बजाली, बक्सा, गोलपारा, गोलाघाट, कामरूप, बोंगाईगांव, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, तामुलपुर, बारपेटा, बिश्वनाथ, डिब्रूगढ़ और उदलगुरी जिलों के 54 राजस्व मंडलों के तहत 1,538 गांव प्रभावित हुए हैं. मूसलाधार बारिश के बाद, ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर जोरहाट जिले के नेमाटीघाट और धुबरी में, मानस नदी एनएच रोड क्रॉसिंग पर, पगलादिया नदी एनटी रोड क्रॉसिंग पर, पुथिमारी नदी एनएच रोड क्रॉसिंग पर खतरे के स्तर के निशान से ऊपर बह रही है.

  • #WATCH | The flood situation in Assam is still grim as nearly 4.89 lakh people in 19 districts have been affected. In the last 24 hours, one person died in the Nalbari district after drowning in flood waters. Total death toll of Assam floods stands at 2 pic.twitter.com/DPRZsR3Gv2

    — ANI (@ANI) June 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित जिलों में 140 राहत शिविर और 75 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं और 35142 लोगों ने इन राहत शिविरों में शरण ली है. दूसरी ओर, कई अन्य लोगों ने सड़कों, ऊंचे इलाकों और तटबंधों पर शरण ली है. एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 4,27,474 घरेलू जानवर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी ने 1 तटबंध को तोड़ दिया, जबकि 14 अन्य तटबंध प्रभावित हुए हैं. इसके साथ ही बाढ़ से राज्य की 213 सड़कें, 14 पुल, कई कृषि बांधों, स्कूल भवनों, सिंचाई नहरों और पुलियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस बीच बजाली जिले में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर है क्योंकि 191 गांवों के 2,67,253 लोग प्रभावित हुए हैं. एएसडीएमए के अनुसार जिले के बजली राजस्व सर्कल में 1,76,678 लोग और सरूपेटा राजस्व सर्कल में 90,575 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के पानी में जिले की 368.30 हेक्टेयर फसल भी डूब गई.

पाहुमारा नदी के बाढ़ के पानी के कारण तटबंध का एक बड़ा हिस्सा टूटने से डोलोई गांव शांतिपुर गांव क्षेत्र के लगभग 200 परिवार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और ग्रामीण अब अस्थायी तंबू बनाकर तटबंध, सड़क पर शरण ले रहे हैं. बाढ़ प्रभावित ग्रामीण कमल बर्मन ने कहा कि गांव में 8-10 घर बाढ़ के पानी में बह गये हैं. सुबह करीब 3 बजे बाढ़ के पानी ने तटबंध तोड़ दिया और उस समय सभी ग्रामीण सो रहे थे. ग्रामीण अपना सामान बाहर नहीं निकाल पाए. लोग बस सुरक्षित स्थान पर चले गए. ग्रामीणों को अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बहुत सारी समस्याएं हैं क्योंकि बारिश भी जारी है और वे भोजन संकट का भी सामना कर रहे हैं.

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एक अन्य ग्रामीण अबनिता दास ने कहा कि बाढ़ के पानी ने पूरे गांव को जलमग्न कर दिया और उनके घरों में घुस गया. पानी का स्तर अधिक होने के कारण हम अपना घरेलू सामान बाहर नहीं निकाल पाए. अब हम इस तटबंध पर शरण ले रहे हैं. बाढ़ का पानी हमारे घर का सारा सामान बहा ले गया. हमारे पास खाने को कुछ नहीं है. अबनिता दास ने कहा कि हमारे पास अस्थायी तंबू बनाने के लिए तिरपाल या खाना पकाने के लिए सामान नहीं है. अब सड़क पर 4-5 फीट पानी है और हम दूसरी जगह नहीं जा सकते. हमें पीने के पानी की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं और नागरिक सुरक्षा कर्मी विभिन्न बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव अभियान में लगे हुए हैं.

(एजेंसी)

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