सीएम भगवंत मान के बिना केजरीवाल ने ली पंजाब के अफसरों की मीटिंग, विपक्ष भड़का

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Published : Apr 12, 2022, 7:31 PM IST

meeting with punjab officer with arvind kejriwal

दिल्ली बुलाकर पंजाब के बिजली विभाग के अधिकारियों की मीटिंग लेने का मामला तूल पकड़ने लगा है. सीएम भगवंत मान के बगैर पंजाब के अफसरों से मीटिंग करने के बाद अरविंद केजरीवाल विरोधियों के निशाने पर हैं. कांग्रेस, बीजेपी समेत तमाम विपक्ष का आरोप है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पंजाब की सत्ता को कंट्रोल कर रहे हैं.

चंडीगढ़ : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब के मुख्य सचिव, ऊर्जा सचिव और पावरकॉम के अध्यक्ष को दिल्ली बुलाकर 300 यूनिट तक फ्री बिजली देने के मुद्दे पर प्लानिंग की. इस मीटिंग में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और बिजली मंत्री हरभजन सिंह को भी नहीं बुलाया गया.

  • चलने दो आंधियाँ हकीकत की, न जाने कौन से झोंके से बहरूपियों के मुखौटे उड़ जाएं
    Punjabs IAS officers summoned by @ArvindKejriwal in CM @BhagwantMann’s absence. This exposes the Defacto CM & Delhi remote control. Clear breach of federalism, insult to Punjabi pride. Both must clarify

    — Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) April 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पंजाब के अफसरों को दिल्ली तलब करने पर बीजेपी ने केजरीवाल पर निशाना साधा है. बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में यह बैठक बुलाई वह पूरी तरह से और असंवैधानिक है. उन्होंने कहा कि हैरानी की बात यह है कि इस मीटिंग में न ही पंजाब के सीएम थे और न ही पावर मिनिस्टर. जबकि, पंजाब में चुनी हुई सरकार है.

meeting with punjab officer with arvind kejriwal
बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा का ट्वीट.

सिरसा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने किस हैसियत से यह मीटिंग बुलाई. क्या उनको लगता है कि पंजाब में जिन 92 MLA को जनता ने जिताया क्या वह नालायक हैं. या किसी काम के नहीं हैं. या अपने आपको केजरीवल सुपर सीएम समझते हैं. क्या भगवंत मान को भी नालायक समझते हैं. सिरसा ने ट्वीट में लिखा है कि क्या भगवंत मान को इस बैठक के बारे में पता है.अगर हां, तो उन्हें और केजरीवाल को पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने पंजाब के कद और उसकी इज्जत को सरेंडर किया है. ये बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.

meeting with punjab officer with arvind kejriwal
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी उठाए बैठक पर सवाल.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, नवजोत सिद्धू और विधायक सुखपाल खैहरा ने भी भगवंत मान सरकार की आलोचना की है. राजा वड़िंग ने ट्विटर पर लिखा कि क्या पंजाब की सरकार कठपुतली है, यह दिल्ली से चल रही है? पंजाब के अधिकारियों के साथ किस अधिकार के साथ दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने मीटिंग की. राजा वड़िंग ने भगवंत मान पर टिप्पणी करते हुए लिखा कि, ‘सर तो झुका दिया ही था अब माथा भी टेक दिया है क्या?’ इसके अलावा कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शायराना अंदाज में भगवंत मान पर तंज कसा. उन्होंने लिखा कि अब साबित हो गया है कि पंजाब की सरकार दिल्ली के रिमोट कंट्रोल से चल रही है.

meeting with punjab officer with arvind kejriwal
प्रताप सिंह बाजवा ने भी की अरविंद केजरीवाल की आलोचना.

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया कि जिस बात का डर था वही हुआ. केजरीवाल ने संभावनाओं से पहले ही पंजाब पर कब्जा कर लिया था. पहले से यह निष्कर्ष निकाला था कि मान एक रबर स्टैंप है और अब केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करके इसे सही साबित कर दिया है.

  • Worst was feared, worst happened. @ArvindKejriwal has taken over Punjab much before it was expected to happen. That @BhagwantMann is a rubber stamp was a foregone conclusion already, now Kejriwal has proved it right by chairing Punjab officers' meeting in Delhi.

    — Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) April 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल ने 300 यूनिट तक बिजली फ्री करने का वादा किया था. बताया जाता है कि राज्य की माली हालत को देखते हुए यह वादा पूरा करना आसान नहीं है.

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