ईटानगर : विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बुधवार को गुवाहाटी उच्च न्यायालय, ईटानगर की स्थायी पीठ से पिछले साल नवंबर की शुरुआत में शि-योमी जिले के पिडी सर्कल के तहत कारो सरकारी आवासीय विद्यालय की जुड़वां नाबालिग छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में तुमकेन बागरा की सुनवाई प्रक्रिया शुरू करने की अपील की.
-
WATCH: The Superintendent of Police (SP) of the Special Investigation Team (SIT), Arunachal Pradesh Police Rohit Rajbir Singh briefs about the sexual abuse case of more than 20 children in a school of Shi-Yomi district.
— DD NEWS ARUNACHAL 🇮🇳 #AmritMahotsav (@DDNewsArunachal) July 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
LINK: https://t.co/Zqf1HhVm5f#POCSOAct#childsexualabuse pic.twitter.com/QFCacRt0Sa
">WATCH: The Superintendent of Police (SP) of the Special Investigation Team (SIT), Arunachal Pradesh Police Rohit Rajbir Singh briefs about the sexual abuse case of more than 20 children in a school of Shi-Yomi district.
— DD NEWS ARUNACHAL 🇮🇳 #AmritMahotsav (@DDNewsArunachal) July 19, 2023
LINK: https://t.co/Zqf1HhVm5f#POCSOAct#childsexualabuse pic.twitter.com/QFCacRt0SaWATCH: The Superintendent of Police (SP) of the Special Investigation Team (SIT), Arunachal Pradesh Police Rohit Rajbir Singh briefs about the sexual abuse case of more than 20 children in a school of Shi-Yomi district.
— DD NEWS ARUNACHAL 🇮🇳 #AmritMahotsav (@DDNewsArunachal) July 19, 2023
LINK: https://t.co/Zqf1HhVm5f#POCSOAct#childsexualabuse pic.twitter.com/QFCacRt0Sa
एसआईटी के पुलिस अधीक्षक रोबिट राजबीर सिंह ने बुधवार को यहां पीएचक्यू में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी बागरा, जो 2014 से 22 के दौरान उक्त स्कूल का वार्डन था, ने छात्रावास में रहने वाले स्कूल के 19 अन्य छात्रों के साथ भी छेड़छाड़ और मारपीट की थी.
उन्होंने कहा कि एसआईटी ने 2019 से 22 के दौरान गहन जांच के दौरान छेड़छाड़ के इन मामलों का खुलासा किया और आरोपियों को दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त सबूत जुटाए. जांच पूरी हो चुकी है, जिसमें पाया गया कि 21 छात्रों में से 16 लड़कियां और 5 लड़के हैं. जिनकी उम्र 6-14 के बीच है. जबकि 6 छात्रों के साथ नियमित रूप से शारीरिक छेड़छाड़ की गई, जिनमें से 4 ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी.
यह बताते हुए कि आरोपियों ने इस तरह के जघन्य अपराध को अंजाम देने के लिए कोई एक समय तय नहीं किया था. जैसा कि जांच के दौरान पता चला, एसपी ने कहा कि पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए आरोपियों की अदालती सुनवाई दिन-प्रतिदिन के आधार पर होनी चाहिए.
यह कहते हुए कि अब तक आरोपी और उसके रिश्तेदार ओ पर्टिन (जिन्हें आरोपी के आपराधिक कृत्य को आश्रय देने के लिए गिरफ्तार किया गया था) जेल से बाहर हैं, उन्होंने कहा कि एसआईटी दो नाबालिग लड़कियों के बयान के आधार पर आरोप पत्र दायर कर सकती थी, लेकिन जांच टीम का इरादा आरोपियों द्वारा किए गए अपराधों की श्रृंखला का पता लगाना था.
इसके बाद, यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र आगे की कार्रवाई के लिए HC को सौंप दिया गया है. उन्होंने कहा, मेडिकल परीक्षण में बागरा को मानसिक रूप से स्वस्थ पाया गया. पुलिस उस पर लगातार निगरानी रख रही है.
ये भी पढ़ें मणिपुर हिंसा को लेकर केजरीवाल का PM मोदी पर वार, कहा- चुप रहना कमजोर नेता की निशानी Manipur Violence: जुबिन नौटियाल का छलका दर्द, कहा- 'मणिपुर मेरा दिल टूट गया, मानवता आज रो रही' |
एसआईटी ने राज्य के लोगों, विशेष रूप से शि-योमी जिले के लोगों से अपील की है कि यदि उनके पास यौन उत्पीड़न के मामलों से संबंधित कोई सबूत है तो वे स्वेच्छा से सामने आएं. एसआईटी ने पीड़ितों के माता-पिता से चाइल्ड हेल्पलाइन और अन्य गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से नियमित मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान करने का भी आग्रह किया.