नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबीपीएम-जेएवाई) के तहत रोजाना 10 लाख आयुष्मान कार्ड वितरित करना सरकार का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि अबतक योजना के तहत 3.95 करोड़ मरीजों के इलाज पर करीब 45,294 करोड़ रुपये खर्च हो चुका है.
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लागू करने के चार साल पूरे होने और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू होने के एक साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित 'आरोग्य मंथन-2022' का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने बताया कि अबतक 19 करोड़ आयुष्मान लाभार्थी कार्ड बनाया गया है. मांडविया ने कहा कि पहले रोजाना एक से डेढ़ लाख आयुष्मान कार्ड बनते थे, अब चार से पांच लाख कार्ड रोजाना बनते हैं. मेरा लक्ष्य रोजाना 10 लाख कार्ड बनाने का है.
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत प्रत्येक जिले में 100 करोड़ रुपये का निवेश देश के स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिए किया जाएगा. मंत्री ने ट्वीट किया, "मंच से संबोधित करते हुए स्वास्थ्य को अधिक किफायती और सुलभ बनाने पर जोर दिया और एबीपीएम आरोग्य योजना एवं आयुष्मान भारत डिजिटल योजना को राज्यों और निजी साझेदारों के साथ मिलकर नयी ऊंचाई पर ले जाने का आह्वान किया."
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण 2021-2022 की वार्षिक रिपोर्ट जारी की गई. राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) भारत सरकार का एक शीर्ष निकाय है, जो भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, राज्य सरकारों और निजी क्षेत्र/नागरिक समाज संगठनों के साथ तालमेल से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के कार्यान्वयन का नेतृत्व करता है. यह डिजिटल हाइवेज के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल इकोसिस्टम विभिन्न हितधारकों के बीच मौजूदा अंतर को पाटने का काम करता है.