ETV Bharat / bharat

हिमाचल प्रदेश: किन्नौर जिले के इन गांवों में आजादी के बाद पहली बार पहुंची बस

author img

By

Published : Apr 29, 2023, 10:49 PM IST

Kinnaur Latest News, किन्नौर लेटेस्ट न्यूज़
किन्नौर जिले के इन गांवों में आजादी के बाद पहली बार पहुंची बस

हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर की सापनी पंचायत में आजादी के 75 साल बाद सड़क पर बस का ट्रायल हुआ. ऐसे में ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. पढ़ें पूरी खबर...

किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर की सापनी पंचायत के लिए शनिवार को बड़ा दिन था. क्योंकि यहां आजादी के बाद पहली बार बस का सफल ट्रायल हुआ. दरअसल यहां आजादी के बाद पहली बार 6.5 किलोमीटर सड़क मार्ग करछम से सापनी तक पहुंची और फिर इसपर एचआरटीसी की बस का सफल ट्रायल हुआ. जिससे अब किन्नौर के सापनी, कनई और बटूरी आदि गांव जल्द ही बस सेवा से जुड़ पाएंगे.

ट्रायल सफल होने के बाद ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. इस अवसर पर एसडीएम कल्पा मेजर शशांक गुप्ता सहित पीडब्ल्यूडी टापरी सहायक अभियन्ता विद्या नेगी समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे. नाबार्ड के तहत करछम से सापनी 6.5 किमी. संपर्क सड़क मार्ग को बन कर तैयार होने में पांच वर्ष का समय लगा है, इस सड़क निर्माण के लिए 8 करोड़ रूपए के करीब लागत आई है. सापनी पंचायत प्रधान कृष्णा नेगी ने बताया कि आज सापनी गांव के लिए एचआरटीसी की बस का सफल ट्रायल हुआ है जिससे ग्रामीणों में खुशी का माहौल है और अब सापनी गांव शीघ्र बस सुविधा से जुड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह सब प्रदेश सरकार और कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी के प्रयासों से मुमकिन हुआ है. उन्होंने इसके लिए किन्नौर से विधायक और कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी का धन्यवाद किया.

बता दें कि किन्नौर जिला के सापनी पंचायत के तहत तीन गांव आते हैं जहां आजादी के 7 दशक बाद सड़क मार्ग पर बस की आवाजाही के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाकर लोगों के लिए बस सेवा शुरू की है. ऐसे में इस सेवा के चलते सैकड़ों लोग बस सेवा का लाभ उठा सकेंगे और सापनी ग्राम पंचायत के लोगो को किन्नौर के जिला मुख्यालय रिकांगपिओ और शिमला जाने के लिए बस सेवा के माध्यम से समय का बचाव भी होगा.

Read Also- सीएम सुक्खू ने शिमला के लोगों को देंगे सौगात, निगम चुनाव प्रचार के दौरान किया ये वादा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.