अगरतला: प्रतिबंधित नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) विश्वमोहन गुट के चार विद्रोहियों ने अपने दो सहयोगियों के साथ शुक्रवार को त्रिपुरा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. इनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार मिले हैं.
पुलिस सूत्रों के अनुसार 21 जुलाई को चार सशस्त्र एनएलएफटी (बीएम) समूह के उमेश कोलाई उकलाई (42), विक्टर जमातिया (47) उर्फ हलम, फनिजॉय रियांग सथुकरी उर्फ अथुकरी (39) और उत्तम किशोर जमातिया (42) उर्फ उषा ने अपहरण, जबरन वसूली आदि की के लिए धलाई जिले की गंगानगर सीमा के माध्यम से बांग्लादेश से त्रिपुरा में प्रवेश किया. बाद में जंगलों में छिपते रहे.
सुरक्षा बलों के दबाव में इन चारों ने आज 5 अगस्त को त्रिपुरा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस ने कहा कि उनके दो सहयोगियों गोमती जिले के सूर्य किशोर जमातिया (60) लवरीश और खोवाई जिले के ब्रजेंद्र रियांग (60) तापशी ने भी उनके साथ आत्मसमर्पण कर दिया है.
सरेंडर के दौरान उन्होंने एक एके-56 राइफल और 60 राउंड, एक एम-20 पिस्टल और 05 राउंड, एक 38 एम पिस्टल और 15 राउंड सौंपे हैं. पुलिस ने कहा कि शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि एनएलएफटी (बीएम) समूह वित्तीय और अन्य कठिनाइयों का सामना कर रहा है. राज्य के अंदर उनके ठिकानों पर सुरक्षा बलों के लगातार दबाव के कारण उनका बचना मुश्किल हो गया है.
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