'किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं, उद्योगपतियों का है ये बजट'
केंद्र सरकार ने 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश किया है. बजट में कई तरह की घोषणाएं की गई हैं. हमेशा की तरह भाजपा इसे जनहितैषी करार दे रही है तो वहीं कांग्रेसी इसकी तीखी आलोचना कर रहे हैं. कोरबा जिले के नेताओं से भी ईटीवी भारत ने चर्चा की. वामपंथी नेताओं ने कहा कि बजट पूरी तरह से किसान विरोधी है. धान खरीदी की राशि को घटाया गया है. जिससे यह प्रतीत होता है कि किसान की फसल खरीदने से सरकार अब बचना चाहती है.