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सूरजपुर: झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर कर रहे थे उगाही, आईजी ने किया सस्पेंड

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Published : May 20, 2019, 1:12 PM IST

टीआई ने महिला को रात करीब 11 बजे थाने बुलाया और उसके पति और भाई को छोड़ने के एवज में रुपये की मांग करने लगा. पैसा न देने पर पति और भाई को झूठे मामले में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दी.

सूरजपुर: झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर कर रहे थे उगाही, आईजी ने किया सस्पेंड

सूरजपुरः चांदनी बिहारपुर थाने में पदस्थ निरीक्षक बाजी लाल सिंह और आरक्षक महेंद्र तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है. दोनों पुलिसकर्मियों पर दो व्यक्ति को झूठे मामले में फंसा कर पैसे मांगने का आरोप है, जिसकी शिकायत पर दोनों को आईजी ने निलंबित कर दिया है.

सूरजपुर: झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर कर रहे थे उगाही, आईजी ने किया सस्पेंड

बताया जा रहा है, 15 अप्रैल को बिहारपुर निवासी सुभाष गिरी और राजेंद्र पूरी को चांदी बिहारपुर पुलिस घर से उठाकर ले गई थी. इसके बाद सुभाष की पत्नी शिव कुमारी गिरी थाने पहुंची और मामले की जानकारी मांगी. पुलिस ने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया, जिसके बाद महिला अपने बेटी के साथ थाने का चक्कर लगाती रही.

बेटी से साथ किया अभद्र व्यवहार!
बताया जा रहा है कि टीआई ने महिला को रात करीब 11 बजे थाने बुलाया और उसके पति और भाई को छोड़ने के एवज में रुपये की मांग करने लगा. पैसा न देने पर पति और भाई को झूठे मामले में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दी. थाना प्रभारी बाजी लाल सिंह और आरक्षक महेंद्र तिवारी पर महिला और उसकी बेटी के साथ अभद्र व्यवहार करने का भी आरोप है.

इसकी शिकायत महिला ने आईजी केसी अग्रवाल से की. आईजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी और आरक्षक को तत्काल सस्पेंड कर दिया है.

Intro:खाकी फिर भी बदनाम रिश्वत लेने के आरोप में आईजी ने किया टीआई को निलंबित


Body:सूरजपुर जिले में इन दिनों थाना प्रभारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं महीने भर की ही बात करें संभाग में अलग-अलग थानों में पदस्थ थाना प्रभारियों के खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही है एक और मामला सामने आया है जहां एक महिला ने चांदनी ब्याह को थाने में पदस्थ निरीक्षक बाजी लाल श्री और आरक्षक महेंद्र तिवारी पर उनके पति और भाई को झूठे मामले में फंसा कर रुपए गाड़ी करने का गंभीर आरोप लगाते हुए आईजी से शिकायत की महिला ने बताया कि 24:00 कि आई ने उसे आने में बुलाया था और इस दौरान उन्होंने उसे और उसकी बेटी से अभद्रता तिथि की थी आईजी केसी अग्रवाल ने पीड़ित परिवार के आरोप को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी और आरक्षक को तत्काल सस्पेंड कर दिया सूरजपुर जिले के चांदी व्यापर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिहार पुर निवासी शिव कुमारी गिरी पति सुभाष गिरी ने चांदी बिहार को थाना प्रभारी बाजी लाल सिंह व आरक्षण महेश तिवारी के खिलाफ झूठे मामले में फंसा कर जबरन रुपए उगाही करने का गंभीर आरोप लगाया था है महिला ने शनिवार को अंबिकापुर पहुंचकर थाना प्रभारी युवा आरक्षक के खिलाफ आई जी को ज्ञापन सौंपा न्याय की गुहार लगाई महिला का आरोप है कि 15 अप्रैल की सुबह पति सुभाष गिरी और भाई राजेंद्र पूरी को चांदी बिहार पुर पुलिस घर से उठा ले गई थी इसके बाद महिला और उसकी बेटी ने थाने पहुंचकर पुलिस से जानकारी लेनी चाही तो कुछ भी बताने से इंकार कर दिया सुबह से शाम तक महिला अपनी बेटी के साथ आने में के चक्कर लगाती रही लेकिन पुलिस ने नहीं बताया कि आखिरकार उसके पति और भाई को पुलिस थाने क्यों लाई है टीआई ने पत्नी को रात में बुलाया था ने महिला का आरोप है कि आरक्षक महेश तिवारी रात करीब 11:00 बजे उसे थाने बुलाया आरक्षित ने महिला के पति और भाई को छोड़ने के एवज में रुपए की मांग करने लगा पैसा नहीं देने पर झूठे मामले में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देने लगा महिला जब थाना प्रभारी बाजी लाल सिंह के पास आई तो उसने भी आरक्षक के रिमांड को पूरा करने की बात कही और महिला व उसके बेटे से अभद्र व्यवहार करने लगा इसके बाद थाना प्रभारी और अगर शक में महिला के पति और भाई की दोनों बाइट थाने में मंगवाया उसके बाद दोनों की बाइक के दस्तावेज व हस्ताक्षर करवा पंकज गुप्ता और उपेंद्र गुप्ता के व्यक्ति को ₹30000 30000 में बेच कर रख रख ली परिवार ने आरोप लगाया था थाना प्रभारी ने धमकी दी थी कि घटना की शिकायत किसी से भी की तो उसे झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज दूंगा हालांकि महिला और उसके परिवार ने हिम्मत दिखाई और घटना की शिकायत आई जिससे कि वही आई जी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी और आरक्षक को निलंबित कर दिया एसपी से भी पीड़ित परिवार ने लगाई थी गुहार पीड़ित परिवार ने सूरजपुर अधीक्षक से भी थाना प्रभारी और आरक्षण के खिलाफ शिकायत की थी एसपी ने एसडीओपी मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था लेकिन विभागीय जांच के नाम पर एसडीओपी द्वारा खानापूर्ति कर मामले को रफा-दफा कर दिया इसके बाद पीड़ित परिवार ने किसी अग्रवाल से मामले की गुहार लगाई है वहीं अब विभाग हरकत में आया है और उच्च अधिकारियों से जांच करा रही है और जांच के बाद कुछ भी का पाना संभव होगा

बाईट - हरीश राठौर ,,,,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरजपुर


Conclusion:
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