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राजनांदगांव में कोर्ट परिसर में बने चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारंभ

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Published : Jul 31, 2021, 12:06 PM IST

Updated : Jul 31, 2021, 2:23 PM IST

राजनांदगांव जिले में पॉक्सो एक्ट के मामलों में सुनवाई के लिए कोर्ट पहुंचने वाले बच्चों के लिए परिसर में चाइल्ड फ्रेंडली रूम बनाया गया है. जहां बच्चों के लिए खिलौने, कॉमिक्स और दूसरी एक्टिविटी की चीजें रखी गई है. ताकि कोर्ट में गवाही देने के लिए पहुंचने वाला बच्चा इस माहौल में फ्रेंडली हो सके और गवाही देने से पहले उसके मन से डर निकाला जा सके.

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न्यायालय परिसर में बने चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारंभ

राजनांदगांव: न्यायालय में गवाही देने आने वाले बच्चों के मन से भय को दूर करने के उद्देश्य से राजनंदगांव जिला न्यायालय परिसर में जिला सत्र न्यायाधीश ने चाइल्ड फ्रेंडली रूम (child friendly room ) का शुभारंभ किया. इस दौरान राजनांदगांव के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा भी उपस्थित रहे. चाइल्ड फ्रेंडली रूम में बच्चों के लिए खिलौने और दूसरी एक्टिविटी की चीजें रखी गई है.

न्यायालय परिसर में बने चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारंभ

लैंगिक अपराधों से प्रभावित बच्चे अपने साथ न्याय के लिए गवाही देने कोर्ट में पहुंचते हैं. इस दौरान उनके मन से भय और दबाव को दूर करने के उद्देश्य से उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर राजनांदगांव जिला न्यायालय में चाइल्ड फ्रेंडली रूम का निर्माण किया गया है. इस चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारम्भ जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनय कुमार कश्यप ने किया. यहां बच्चों के लिए खेल-खिलौने और कॉमिक्स रखे गए हैं. वहीं दीवारों पर कार्टून्स की पेंटिंग बनाई गई है. इस चाइल्ड फ्रेंडली रूम को किलकारी कक्ष का नाम भी दिया गया है.

चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारंभ

चाइल्ड फ्रेंडली रूम के निर्माण को लेकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनय कुमार कश्यप ने कहा कि बच्चे जितनी देर भी यहां रहते हैं. तब तक उन्हें अच्छा माहौल मिले और उनके मन से डर निकालकर कोर्ट में भी पारिवारिक माहौल देने के उद्देश्य से चाइल्ड फ्रेंडली रूम का निर्माण किया गया है. राजनांदगांव के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि चाइल्ड फ्रेंडली रूम के निर्माण से बच्चों के मन में एक अच्छी भावना जागृत होगी.

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पाक्सो एक्ट से संबंधित अपराधों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाती है. इस विशेष न्यायालय के बाजू में ही चाइल्ड फ्रेंडली रूम का निर्माण किया गया है. फास्टट्रैक विशेष न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शैलेश शर्मा ने कहा कि पाक्सो एक्ट से संबंधित मामलों का निराकरण के लिए न्यायालय पहुंचे बच्चों को उनके अनुकूल माहौल देने और तनाव को कम करने, उनके मन से डर की भावना को दूर करने के उद्देश्य से चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारंभ किया गया है. विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवाशीष ठाकुर ने कहा कि चाइल्ड फ्रेंडली रूम में बच्चों के लिए खेल खिलौने रखे गए हैं. जिससे यहां गवाही के लिए आने वाले बच्चों के मन से भय दूर होगा और उन्हें अच्छा माहौल मिलेगा.

फास्ट ट्रैक कोर्ट में बच्चे किसी के खिलाफ गवाही देने पहुंचते हैं तो उनके मन में एक भय और झिझक देखी जाती है. लेकिन न्यायालय परिसर में ही अगर उन्हें खेल- खिलौने मिलेंगे तो निश्चित ही उनके मन से भय काफी हद तक कम हो जाएगा. बच्चे बिना किसी डर के आपबीती बता पाएंगे. जिससे दोषियों को उनके किए की सजा देने में आसानी होगी और अपराधों में भी कमी आएगी. फास्ट ट्रैक कोर्ट के पास बने इस चाइल्ड फ्रेंडली रूम का नजारा किसी प्ले स्कूल की तरह ही दिखाई दे रहा है. जो बच्चों और उनके अभिभावकों के मन में कोर्ट के प्रति आस्था को और मजबूत करेगा. जिला न्यायालय परिसर में बने इस चाइल्ड फ्रेंडली रूम के उद्घाटन अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहित सभी न्यायाधीश उपस्थित रहे.

Last Updated : Jul 31, 2021, 2:23 PM IST
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