रायपुर: छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के एमडी अनिल साहू ने आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि विश्व पर्यटन संगठन का संविधान 27 सितंबर 1970 को स्वीकार किया गया था. पर्यटन के महत्व और लोकप्रियता को देखते हुए ही संयुक्त राष्ट संघ ने 1980 से 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया. तब से प्रतिवर्ष विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है. देश की आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि और पर्यटकों के लिए अधोसंरचनाओं को विकसित करने के साथ ही किसी भी देश की कला, संस्कृति, परंपरा, जीवन शैली का दर्शन कराना, पर्यटन का मुख्य उद्देश्य है.
Rethinking Tourism थीम: विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) प्रतिवर्ष विश्व पर्यटन दिवस की एक थीम निर्धारित करता है. इस वर्ष की थीम है 'Rethinking Tourism' अर्थात पर्यटन को एक नई सोच के साथ नई दृष्टि के साथ और उसके नए आयामों को प्रमोट करना जो सस्टेनेबल भी हो और जिन्हें पर्यटक अपनी रिस्पांसिबिलिटी समझकर आगे बढ़ाते रहें. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पर्यटन को मास टूरिज्म से अलग हटकर स्पेशल इंटरेस्ट के रूप में देखते हैं जैसे- वाइल्डलाइफ टूरिज्म एस्ट्रो टूरिज्म, रूरल टूरिज्म, गोल्फ टूरिज्म, हेरिटेज, कल्चर एण्ड फिल्म टूरिज्म.
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल इस साल 27 सितम्बर 2022 (मंगलवार) को एक निजी होटल आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार में प्लेटिनम प्रायोजक के रूप में सहभागिता की जा रही है. जिसमें भारत के अलग-अलग क्षेत्रों से प्रसिद्ध विशेषज्ञ स्पीकर्स शामिल होंगे. Rethinking Tourism Them पर विचार विमर्श करेंगे. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन एवं पड़ोसी राज्यों के पर्यटन से संबंधित स्टेकहोल्डर्स भी शामिल होंगे.
विश्व पर्यटन दिवस पर कार्यक्रम: इस इवेंट में सांस्कृतिक कार्यक्रम, छत्तीसगढ़ पर्यटन पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन एवं पर्यटन स्थलों पर आधारित राज्यगीत का लोकार्पण तथा फोटोग्राफी कॉन्टेस्ट के विजेताओं को पुरस्कृत किया जायेगा. विश्व पर्यटन दिवस के पहले आयोजित कार रैली के प्रतिभागियों को भी प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया जायेगा. इस अवसर पर राष्ट्रीय सेमीनार के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे.
विश्व पर्यटन दिवस पर 'Rethinking Tourism' की थीम पर होगा आयोजन
रायपुर: छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के एमडी अनिल साहू ने आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि विश्व पर्यटन संगठन का संविधान 27 सितंबर 1970 को स्वीकार किया गया था. पर्यटन के महत्व और लोकप्रियता को देखते हुए ही संयुक्त राष्ट संघ ने 1980 से 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया. तब से प्रतिवर्ष विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है. देश की आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि और पर्यटकों के लिए अधोसंरचनाओं को विकसित करने के साथ ही किसी भी देश की कला, संस्कृति, परंपरा, जीवन शैली का दर्शन कराना, पर्यटन का मुख्य उद्देश्य है.
Rethinking Tourism थीम: विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) प्रतिवर्ष विश्व पर्यटन दिवस की एक थीम निर्धारित करता है. इस वर्ष की थीम है 'Rethinking Tourism' अर्थात पर्यटन को एक नई सोच के साथ नई दृष्टि के साथ और उसके नए आयामों को प्रमोट करना जो सस्टेनेबल भी हो और जिन्हें पर्यटक अपनी रिस्पांसिबिलिटी समझकर आगे बढ़ाते रहें. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पर्यटन को मास टूरिज्म से अलग हटकर स्पेशल इंटरेस्ट के रूप में देखते हैं जैसे- वाइल्डलाइफ टूरिज्म एस्ट्रो टूरिज्म, रूरल टूरिज्म, गोल्फ टूरिज्म, हेरिटेज, कल्चर एण्ड फिल्म टूरिज्म.
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल इस साल 27 सितम्बर 2022 (मंगलवार) को एक निजी होटल आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार में प्लेटिनम प्रायोजक के रूप में सहभागिता की जा रही है. जिसमें भारत के अलग-अलग क्षेत्रों से प्रसिद्ध विशेषज्ञ स्पीकर्स शामिल होंगे. Rethinking Tourism Them पर विचार विमर्श करेंगे. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन एवं पड़ोसी राज्यों के पर्यटन से संबंधित स्टेकहोल्डर्स भी शामिल होंगे.
विश्व पर्यटन दिवस पर कार्यक्रम: इस इवेंट में सांस्कृतिक कार्यक्रम, छत्तीसगढ़ पर्यटन पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन एवं पर्यटन स्थलों पर आधारित राज्यगीत का लोकार्पण तथा फोटोग्राफी कॉन्टेस्ट के विजेताओं को पुरस्कृत किया जायेगा. विश्व पर्यटन दिवस के पहले आयोजित कार रैली के प्रतिभागियों को भी प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया जायेगा. इस अवसर पर राष्ट्रीय सेमीनार के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे.