रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले सप्ताह लगातार हुई बेतहाशा बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. इस बारिश ने किसानों को बड़ी मुसीबत में डाल दिया है. लगातार हुई बारिश से किसानों की फसलों पर बड़ा नुकसान हुआ है. खासकर सब्जी और बाड़ियों में इस बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. टमाटर, मिर्ची, लौकी, भिंडी समेत तमाम हरी सब्जियां जो खेतों में तैयार थी. वह बारिश में बर्बाद हो चुकी है. पहले से ही कोरोना की मार झेल रहे किसान बड़ी मुश्किल से उम्मीद के साथ खेतों में जमकर पसीना बहाकर अपनी फसलों को तैयार किए थे, लेकिन हद से ज्यादा हुई बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है.
खासकर सब्जी उत्पादक किसानों के लिए यह बारिश कहर बनकर टूटी है. एक समय ऐसा था जब किसान पानी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन अब लगातार हो रही बारिश किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. बारिश के कारण पानी किसानों के खेतों तक घुस गया है.
25 एकड़ में लगा बैंगन की फसल बर्बाद
सब्जी उत्पादक किसानों को तो इस बारिश ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है. टमाटर, भाटा, भिंडी, खीरा लौकी जैसे सब्जी के उत्पादक किसानों के लिए यह बारिश ने उन्हें बर्बाद कर दिया है. बहुत से किसान सब्जी की पैदावार के लिए कर्ज लिए थे. अब उन्हें इस बर्बाद हुई फसल को लेकर चिंता सताने लगी है. रायपुर से लगे एक गांव के किसान 25 एकड़ में बैगन की फसल लगाए थे. पहले ही कोरोना की मार से परेशान होने के बाद उन्होंने बड़े हिम्मत से कर्ज लेकर सब्जी लगाई थी, लेकिन बारिश ने पूरी फसलों को बर्बाद कर दिया है. सब्जी की फसल खेतों में ही बर्बाद हो गई है.
बारिश ने खेतों में खड़ी फसल को किया बर्बाद
कोरोना के दौर में पहले ही किसान पिछले 4 महीने से बेहद परेशान चल रहे हैं. बड़ी मुश्किल से अधिया में खेतों को लेकर किसान अपनी खेती में जुटे थे. अंधाधुंध तरीके से हो रही बारिश ने किसानों के लिए बड़ी मुसीबत ला दी है. खेतों में खड़ी फसलों को पानी से बर्बाद होते देखना किसानों के लिए अपनी बर्बादी खुद देखने जैसा रहा है. छत्तीसगढ़ में हर जिले के हर गांव में ऐसे हजारों किसान हैं, जो धान की खेती के अलावा बाड़ियों में सब्जी बाजी लगाकर नगदी फसल की उम्मीद करते हैं.
बारिश ने धान की फसलों को किया बर्बाद
इसके अलावा धान की फसलों में भी इस बारिश ने नुकसान पहुंचाया है. जहां पर तेजी से बहाव के साथ पानी खेतों की ओर घुसा है. वहां पर धान की फसल बह गई है. यह फसल भी अब दोबारा खड़ी नहीं हो सकती है. ऐसे हालात में किसानों को फसल बीमा का लाभ भी समय पर नहीं मिल पाता है. कृषि विशेषज्ञ भी मानते हैं कि किसानों को उनकी मेहनत और लागत का मूल्य नहीं मिल पाता है. बहुत उम्मीदों के साथ वे अपने खेतों में काम के लिए जुटे थे, लेकिन इस तरह की बारिश ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा है.
बरसात की वजह से पके टमाटर हुए खराब
बारिश से बर्बाद हुई फसलों से किसानों की परेशानी तो बड़ी ही है. बाजार में भी सब्जियां पहुंचने कम हो गई है. बारिश से होने वाली फसलों के नुकसान का असर अब आम लोगों पर भी दिखने लगा है. बाड़ियों से तैयार सब्जियों की आवक कम हो गई है. इनमें पत्ता गोभी, पालक, टमाटर जैसी सब्जी के पत्ते और फसलें खराब हो गए हैं. अन्य सब्जियों को भी नुकसान हुआ है. बरसात की वजह से पके टमाटर खराब होने लगे हैं. जमीन पर पड़े रहने से वे सड़ने भी लगे हैं. इससे किसानों की पूरी लागत भी नहीं निकल पा रही है.