रायपुर: केंद्री गांव में 5 लोगों की मौत के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने न्यायिक जांच की मांग की है. रमन सिंह ने कहा कि ये सामान्य घटना नहीं है. ये असाधारण परिस्थिति में लिया गया फैसला है. इसलिए सामान्य जांच के काम नहीं चलेगा. रमन ने कहा कि स्मार्ट कार्ड न होने की वजह से इलाज न करा पाने की निराशा उनके मन में थी. स्मार्ट कार्ड बंद होने की वजह से ये परिस्थिति उसके सामने आई और कमलेश इतना बड़ा निर्णय लेने के लिए मजबूर हो गया.
पूर्व सीएम रमन ने कहा कि एक सीधे और सामान्य व्यक्ति के इस कदम के बाद लोगों के मन में शंका है. ये संदेह सरकार को जांच के बाद दूर करना चाहिए. उन्होंने परिवार से मुलाकात के बाद कहा कि मामला रहस्यमय लगता है. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि आज तक छत्तीसगढ़ में ऐसी घटना सुनने को नहीं मिली कि 4 सदस्यों की हत्या के बाद किसी ने आत्महत्या की हो.
पढ़ें: 5 लोगों की मौत पर सियासत तेज: बघेल ने रमन से पूछा- 15 साल में कहीं गए थे ?
आमने-सामने रमन और बघेल
सीएम बघेल ने रमन सिंह के दौरे को लेकर निशाना साधा था और कहा था कि, '15 साल में रमन सिंह आत्महत्या की किसी घटना के बाद कहीं नहीं गए और न ही उनका कोई मंत्री गया. इस पर रमन सिंह ने पलटवार किया है. पूर्व सीएम रमन ने कहा कि वो राजनीति करने नहीं आए हैं. रमन ने कहा कि, 'उनके घर में बैठने के लिए कोई मंत्री तक नहीं आया. मुख्यमंत्री नहीं आ सकते थे लेकिन मंत्री तो आ सकते थे.
5 लोगों का मिला था शव
अभनपुर के केंद्री गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों का शव मिला था. एक साथ पांच लोगों की मौत ने इलाके को दहलाकर रखा दिया था. पांच व्यक्तियों के शव मिलने के बाद छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जांच के आदेश दिए थे. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कमलेश साहू मां और पत्नी की बीमारी से परेशान रहता था. पुलिस ने बताया कि कमलेश साहू ने सबकी हत्या की और फिर खुदकुशी कर ली.