रायपुर : छत्तीसगढ़ में चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों के बीच सक्रियता बढ़ चुकी है.छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने भी अपनी तैयारियां जारी रखी हुई है.पिछली बार अजीत जोगी ने नई पार्टी बनाकर काफी हद तक चुनाव में अपनी पार्टी का दबदबा बनाया था.लेकिन इस बार जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की तैयारियां पिछली बार की तरह नहीं दिख रही.छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी से खास बात की.
सवाल : इस बार विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी नहीं हैं. ऐसे में जेसीसीजे को उनकी कितनी कमी खल रही है और चुनाव की क्या तैयारी है?
जवाब : पाटन विधानसभा से 29 अगस्त को जेसीसीजे ने चुनाव प्रचार शुरू किया है. इसके बाद लगभग 45 विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में मैं खुद गया हूं. इसका जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है. मुझे पहले डर था जो प्यार आशीर्वाद पहले प्रदेश की जनता मेरे पिताजी को देती थी, वह मुझको मिलेगा या नहीं. लेकिन जो प्यार अजीत जोगी को मिलता था वही प्यार छत्तीसगढ़ की जनता अब उनके बेटे को भी दे रही है. जो हमारी असली ताकत है. हमारे पास सत्ता और पैसा नहीं है.लेकिन जोगी से एक विरासत में पूंजी मिली है, वह जनता का प्यार है.
सवाल : अजित जोगी के जाने के बाद जेसीसीजे बिखरता नजर आ रहा था, विधायक टूट गए, कई बड़े नेताओं ने दूसरी पार्टी जॉइन कर ली?
जवाब : यह कोई नई बात नहीं है. जब उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र मुख्यमंत्री रहकर अपनी पार्टी और सरकार नहीं बचा पाए. कमलनाथ मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए अपनी सरकार नहीं बचा पाए, पवार साहब अपनी पार्टी को नहीं बचा सके, हमारी पार्टी डे वन से लगातार कभी ऑपरेशन लोटस कभी ऑपरेशन पंजा सब चलता रहा, लेकिन 5 साल बाद भी आज हमारी पार्टी का अस्तित्व बचा हुआ है. हम लोगों के बीच जा रहे हैं. जो हमारी सबसे बड़ी ताकत है. नेताओं वाली पार्टी हमारी नहीं है.जनता की पार्टी है. हमारा हाई कमान दिल्ली में नहीं है. हमारा और अमित जोगी का हाई कमान छत्तीसगढ़ की जनता है, यही मेरी पूंजी है.
सवाल : कांग्रेस लगातार आप पर बीजेपी की 'बी' टीम होने का आरोप लगाती रही है, आखिर क्यों ?
जवाब : मैं तो पहले से कह रहा हूं कि मैं भाजपा की अपेक्षा पूरी कांग्रेस सरकार को पसंद करूंगा.क्योंकि हमारा डीएनए एनडीए में मैच नहीं करता है. मुझे पूरा विश्वास है 15 साल भाजपा को मौका मिला, 5 साल कांग्रेस को मिला, इस बार प्रदेश की जनता नेता को नहीं बल्कि अपने बेटे को मौका देगी.
सवाल: आप दावे कर रहे हैं लेकिन आपकी पार्टी की सरकार बन जाए ऐसा लगता तो नहीं है ?
जवाब : हमारी पूरी तैयारी है चौंकाने वाले रिजल्ट आएंगे.अभी बीजेपी की लिस्ट आई है, लिस्ट आए 24 घंटे भी नहीं हुआ, कि 50 लोगों ने अब तक मुझसे संपर्क कर लिया है. कांग्रेस में भी इसी तरह का भूचाल आएगा.उनकी पार्टी के द्वारा अच्छे-अच्छे लोगों की अपेक्षा की जा रही है, उनकी मेहनत ओर समर्पण का प्रतिफल नहीं मिल रहा है.
सवाल : आप लगातार पाटन पर फोकस कर रहे है, उसकी वजह क्या है वहां से सीएम दावेदार है या फिर उसके पीछे कोई और वजह है ?
जवाब : मेरे पिता ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत अपनी पार्टी का गठन धाटापुर से किया था. रमन सिंह तब हमारे एनिमी नंबर वन थे, आज क्षेत्रीयता की वजह से भूपेश बघेल एनिमी नंबर वन हैं. उनके क्षेत्र से हमने चुनौती देकर अपना चुनाव प्रचार शुरू किया है.
सवाल : मरवाही को अब भूल रहे हैं एक समय मरवाही का जिक्र हर जगह करते थे?
जवाब : मरवाही मेरा घर है, मैं जाऊं या ना जाऊं,पिछली बार मुझे अपने लड़ने से रोक दिया. इस बार कैसे रोकेंगे. कोई ना कोई जोगी के परिवार से वहां से चुनाव लड़ेगा. दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो मरवाही और जोगी को अलग कर सके.
सवाल : जेसीसीजे कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और आप कहां से चुनाव लड़ेंगे ?
जवाब : मेरी पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, हालांकि पिछली बार हमने 3 महीने पहले उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी, वह हमारी गलती थी. लेकिन इस बार बीजेपी ओर कांग्रेस की लिस्ट आएगी उसका समीकरण समझने के बाद सूची जारी करेंगे.
सवाल : क्या खरीद फरोख्त के डर से आप अभी जेसीसीजे के उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं कर रहे हैं ?
जवाब : हमारी पार्टी के नेताओं को ऑप्शन दिया जाता है कि यह कांग्रेस प्रवेश करो या जेल प्रवेश करो. यह पिछले 5 साल चला आ रहा है. उसके बाद भी हमारी पार्टी दमदारी से खड़ी है. जनता के बीच जा रही है लोगों को लग रहा था जोगी का निधन हो गया और पार्टी खत्म हो गई, आज भी लोगों के दिलों में जोगी जिंदा है.
सवाल : जिस संस्कृति की बात आप लगातार कहते आये है, उसी संस्कृति को भूपेश बघेल आगे बढ़ा रहे, सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं. तीज त्योहारों पर छुट्टियां देने के दावे कांग्रेस के द्वारा किए जा रहे हैं ?
जवाब: गेड़ी पर चढ़कर और खुद को कोड़ा मारकर छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया नहीं होगा.जब राज्यसभा देने की बातें आती है, दो सीटें मिलती हैं, एक यूपी वाले को एक बिहार वाले को देते हो और छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया की बात करते हो. क्या छत्तीसगढ़ियावाद की बात कर रहे हैं एक-एक फैसला दिल्ली में बैठे नेता करते हैं. जिन्हें छत्तीसगढ़ के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है. वह छत्तीसगढ़ की तकदीर का फैसला करते हैं.
सवाल : इस बार आदिवासी चुनाव से अलग हो गया और अपनी पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा रहे हैं , अब तक आदिवासियों का आपको समर्थन मिल रहा है, इस चुनाव में आदिवासी वोट बैंक को कितना चुनौती मानते हैं?
जवाब : मै बस्तर गया था,वहां आदिवासी समाज के तीन फाड़ दिखे, जब आप एक होंगे तभी कुछ कर पाएंगे.
सवाल : कितनी सीटें जीत रहे हैं, क्या आपकी पार्टी किंग मेकर के तौर पर काम करेगी ?
जवाब : ना मुझे किंग मेकर बनना है और ना हीं किंग . मुझे छत्तीसगढ़ की जनता को किंग बनाना है, जो घोटालेबाज धोखेबाज दोनों सरकारी रही है उनको मैंने चुनौती दिया है. मैं कोई घोषणा पत्र नहीं दे रहा हूं , मैं 100 रुपये के स्टाम्प पेपर पर शपथ पत्र में लिखकर 10 कदम गरीबी खत्म का नारा दिया है. मेरी सरकार बनेगी यह 10 कदम लूंगा, यदि नहीं लिया तो जनता ओर मतदाता को अधिकार है मुझे झूठे शपथ पत्र देने के जुर्म में 2 साल के लिए जेल भी भेज सकता है.यदि कांग्रेस बीजेपी की घोषणा में दम है. बड़े-बड़े नेता आते हैं सबको गजनी वाली बीमारी हो जाती है. 15 मिनट में सब भूल जाते हैं.