रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झीरम के मामले को लेकर गुरुवार को बड़ा बयान दिया है. बघेल ने कहा है कि दो-तीन लोगों को बुलाकर पूछ ले, उनका नार्को टेस्ट कर लिया जाए तो सब सामने आ जाएगा. मामले में अरुण साव ने आरोप लगाए थे कि "झीरम घाटी की जांच रिपोर्ट सरकार की जेब में है. साढ़े चार साल होने जा रहे हैं तो सामने क्यों नहीं रखते." इस पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है.
नार्को टेस्ट में सामने आ जाएगी सच्चाई : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ' किसको दूंगा, मैंने एसआईटी का गठन किया. कुछ नहीं दो-तीन लोगों को बुलाकर पूछ लें. उनका नार्को टेस्ट कर लिया जाए तो सब सामने आ जाएगा. दो तीन सवाल हैं. उसका उत्तर भी है और मुझे इसकी जानकारी है. लेकिन एनआईए जांच करेगी तब ना. वह तो घटनास्थल में जो थे उनकी भी गवाही नहीं लिए हैं. इतने सालों के बाद भी अब उनसे क्या उम्मीद करूं. यदि हम एसआईटी का गठन करते हैं तो कोर्ट चले जाते हैं. जांच नहीं करते हैं. दूसरा FIR करते हैं तब भी चले जाते हैं वे कोर्ट. तो इसका मतलब दाल में कुछ काला है.''
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उतर गया मोदी और शाह का जादू : अरुण साव ने कहा है कि "2018 तक डबल इंजन की सरकार अच्छा काम कर रही थी." इस पर बघेल ने कहा कि ''अरुण साव आजकल तरह-तरह के बयान दे रहे हैं. उनके ट्वीट और बयान को देखकर लगता है कि भारतीय जनता पार्टी का दो फाड़ हो गया है. अरुण साव का विश्वास अब मोदी और शाह से हट चुका है. अब उनकी बात नहीं करके बुलडोजर की बात करने लगे हैं. मतलब योगी आदित्यनाथ के रास्ते पर चलने लगे हैं. मतलब यह अरुण साव ने स्वीकार कर लिया है मोदी और शाह का जादू उतर चुका है. देश में मोदी का जादू उतर गया है. रोजगार दे नहीं पा रहे हैं. महंगाई अलग से बढ़ा रहे हैं. पेट्रोल-डीजल रसोई गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही है. लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा. अडानी के बारे में कोई जवाब नहीं देते तो बुलडोजर का रास्ता अपना लिया है.''