अंबिकापुर: प्रदेश में दूसरे चरण का मतदान हो चुका है. इसके साथ ही सियासी उठापटक भी थम चुकी है. इस बीच ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव से बातचीत की. मतदान के बाद टीएस सिंहदेव ने कई मुद्दों पर ईटीवी भारत से विस्तार में चर्चा की. इस बीच उन्होंने अपने रिटायरमेंट की बात कह डाली. टीएस सिंहदेव ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि वो जल्द ही सियासत से रिटायर हो रहे हैं.
14 सीटों पर मुकाबला कड़ा: दरअसल, ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान टी एस सिंहदेव ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस बार अगर वो चुनाव जीत जाते हैं, तो 5 साल तक ईमानदारी से अपनी सेवा देंगे. इसके बाद वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. टीएस सिंहदेव ने मतदान को लेकर कहा कि, "लीड कम होगी, ग्रामीण क्षेत्रों में वोटिंग तो अच्छी हुई है. लेकिन 40 हजार की लीड बहुत होती है. उसको दोबारा पाना आसान नहीं होता है. सामने वाले प्रत्याशी ने भी काफी अच्छे तरीके से चुनाव लड़ा तो उसका भी असर रहेगा. संभाग की 14 में से 4 सीटों पर कांग्रेस के लिए मुकाबला कड़ा है. 2 सीट कोरिया में और 2 सीट जशपुर में मुकाबला कड़ा है. लेकिन सरगुजा लोकसभा की 8 सीटों पर कांग्रेस की स्थिति काफी अच्छी है."
इस बार चुनाव में कांटे की थी टक्कर: डिप्टी सीएम ने कहा कि, "दो तिहाई सीटों पर जीत दर्ज कर फिर से सरकार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी. इस बार भी मुख्यमंत्री का चेहरा भूपेश बघेल ही होंगे. लेकिन यदि हाईकमान सीएम बदलना चाहे तो मैं चाहूंगा कि मेरे पर भी उनका ध्यान जाए. इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. अमूमन लोग मुझे उस नाते से नहीं जानते है कि मै कोई कड़ा निर्णय ले सकता हूं. मैं बोलता कम हूं लेकिन अगर किसी प्रकार का निर्णय ले लिया तो उसपर कायम रहता हूं. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी. लेकिन यदि दो तिहाई से कम सीटों पर जीत होती है तो यह निराशाजनक है. मेरी व्यक्तिगत सोच है कि अगर चुनाव के समय ही हार जीत होनी है, तो फिर पांच साल काम क्यों करना. पांच साल तक घर पर बैठे और जब चुनाव आए तो उस समय जो करना है वो कर लीजिए."
14 में से 11 सीटें तय: टीएस सिंहदेव ने बातचीत के दौरान कहा कि, " कांग्रेस ने प्रदेश में 40 लाख लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठा दिया. लोगों को सीधे आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए अनेकों कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. विकास कार्य किए गए हैं. यदि ये सब करने के कोई मायने नहीं है तो फिर आराम से बैठिए, सरकार जैसे चलती है चलने दीजिए. चुनाव के समय आकर सेटिंग कर चुनाव जीत लीजिए. इस बार संभाग में कांग्रेस की 11 सीट कम से कम आएगी."
हाईकमान मुझ पर ध्यान दे: कांग्रेस की सरकार बनने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसे लेकर अभी से चर्चाएं शुरू हो गई है. डिप्टी सीएम ने कहा कि, "मैं पिछली बार भी मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं था. चुनाव जीतने के बाद चार लोगों को दिल्ली बुलाया गया था, जिसमें चरणदास महंत, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल शामिल थे.. उन चार लोगों में मेरा भी नाम शामिल हो गया था. यहीं से सीएम की बात सामने आई. बाकी सभी संभावनाएं थी. मैंने कोई पहल नहीं की थी. इस बार हमारे पास सिटिंग मुख्यमंत्री है और जीतेंगे तो स्वाभाविक है, वे पहली पसंद होंगे. अगर हाईकमान सीएम बदलना चाहे तो मैं चाहूंगा कि मेरे ऊपर भी ध्यान रखे."
इस बीच डिप्टी सीएम ने अब आगे चुनाव न लड़ने की बात कही है. यानी कि उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान कर ही दिया है. वहीं, सीएम बनने को लेकर भी डिप्टी सीएम आशान्वित नजर आए.