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SPECIAL: सिरपुर की खूबसूरती बढ़ाने स्टूडेंट्स पेड़ों पर कर रहे अद्भुत पेंटिंग

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Published : Mar 12, 2021, 6:11 PM IST

ईंटों से बना हुआ प्राचीन लक्ष्मण मंदिर आज भी सिरपुर का दर्शनीय स्थल है. उत्खनन में यहां प्राचीन बौद्ध मठ भी पाये गये हैं. देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग यहां पहुंचते हैं. सिरपुर को विश्व धरोहर में शामिल कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन, NSS और नेहरू युवा केंद्र के छात्रों ने अनोखी पहल की है. कुहरी मोड़ से सिरपुर तक पांच जगहों के 500 पेड़ों पर चित्रकारी की जा रही है.

Sirpur chhattisgarh
सिरपुर की खूबसूरती

महासमुंद: छत्तीसगढ़ की पुरातत्विक नगरी सिरपुर को कौन नहीं जानता. सोमवंशी राजाओं ने यहां राम मंदिर और लक्ष्मण मंदिर का निर्माण करवाया था. ईंटों से बना हुआ प्राचीन लक्ष्मण मंदिर आज भी यहां का दर्शनीय स्थान है. उत्खनन में यहां प्राचीन बौद्ध मठ भी पाये गये हैं. देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग यहां पहुंचते हैं. इस शहर को और आकर्षक बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने अनोखी पहल की है. कुहरी मोड़ से सिरपुर तक पांच जगहों के 500 वृक्षों पर चित्रकारी की जा रही है. यह चित्रकारी राष्ट्रीय सेवा योजना और नेहरू युवा केंद्र के 150 छात्र-छात्राओं ने की है.

सिरपुर की खूबसूरती बढ़ाने छात्र-छात्राएं पेड़ों पर कर रहे अद्भुत पेंटिंग

छात्र-छात्राओं ने पेड़ों के तनों पर और सड़क किनारे पड़े बड़े-बड़े पत्थरों पर बौद्ध के चित्र उकेरे हैं. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की संस्कृति-परंपरा, रीति-रिवाज और देवी-देवताओं के बेहतरीन चित्र बनाए गए हैं. जिसकी सभी तारीफ कर रहे हैं.

राष्ट्रीय सेवा योजना की जिला संगठक मालती तिवारी कहती हैं कि स्टूडेंट्स की प्रतिभा को बढ़ावा देने और सिरपुर को विश्व धरोहर में शामिल करवाने के उद्देश्य से पेंटिंग कराई जा रही है. वृक्ष पर चित्रकला बनाकर छात्र-छात्राएं भी काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सिरपुर की संस्कृति को लोगों को बताने के लिए ये चित्रकारी की है. छात्रों ने बताया कि जिले में सिरपुर जैसी ऐतिहासिक धरोहर है. इसे देखने देश-विदेश से भी लोग आते हैं. उन्हें रास्ते में छत्तीसगढ़ की परंपरा, रीति-रिवाज, देवी देवताओं के भी दर्शन हो पाएंगे. इस उद्देश्य से हमने पेड़ों पर कलाकृतियां बनाई है.

सिरपुर में खुदाई के दौरान निकले बौद्ध विहार को जानने के लिए अध्ययन यात्रा

जिला प्रशासन कर रहा सहयोग

सिरपुर को विश्व धरोहर में शामिल कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन, NSS और नेहरू युवा केंद्र के छात्र-छात्राओं का पूरा सहयोग कर रही है. ये युवा पेड़ के तनों और बीच में पड़े बड़े-बड़े पत्थरों में चित्रकारी के माध्यम से सिरपुर को और आकर्षक बना रहे हैं.

सिरपुर महानदी के तट स्थित एक अहम पुरातात्विक स्थल है. इस स्थान का प्राचीन नाम श्रीपुर है. यह एक विशाल नगर हुआ करता था. यह दक्षिण कौशल की राजधानी थी. उत्खनन में प्राचीन बौद्ध मठ पाये जाने के बाद इस जगह का महत्व और भी बढ़ गया.

सम्राट अशोक के काल का स्तूप भी खुदाई में मिला

माना जाता है कि सिरपुर बौद्धों का शिक्षा का केंद्र रहा है. यहां 10 हजार विद्यार्थी शिक्षण करते थे. यहां 1 किलोमीटर में फैला व्यापार केंद्र मिला है, जो सर्व सुविधायुक्त है. यहां 11 बौद्ध विहार मिले हैं. सिरपुर में सम्राट अशोक के काल का स्तूप भी खुदाई में मिला है.

कैसे पहुंचें सिरपुर ?

सिरपुर छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले का एक गांव है, रायपुर से 78 किलोमीटर दूर और महासमुंद शहर से 35 किमी दूर है.

  • सड़क मार्ग- महासमुंद जिला मुख्यालय से 37.9 किलोमीटर (54 मिनट) तुमगांव रोड पर सिरपुर स्थित है.
  • हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा रायपुर में है.
  • रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन महासमुंद में है.
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