कोरिया : जिले में पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिये प्रतिवर्ष लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक विपरीत है. राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेशों का भी पालन नहीं हो रहा है. मनेंद्रगढ़ में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला. पॉलीथिन और थर्माकोल को उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है. वहीं पर्यावरण की सुरक्षित रखने के लिए नगर पालिका की ओर से भी किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है.
बता दें कि मनेंद्रगढ़ में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से पॉलीथिन और थर्माकोल का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है. एनजीटी की ओर से पॉलीथिन और थर्माकोल के उपयोग पर प्रतिबंध संबंधी आदेश को डेढ़ साल से अधिक का समय हो गया है. इसके बावजूद इसके इस्तेमाल पर अब तक रोक नहीं लगाई है. एक तरफ सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम तो बनाया गया है, लेकिन उसका भी उपयोग नहीं हो रहा है.
शहर के बाहर फेंका जा रहा कचरा
शहर से निकलने वाले कचरे को शहर के बाहर फेंका जा रहा है और उन कचरे के ढेर पर आग लगा दी जा रही है. इसकी वजह से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. एनजीटी के सख्ती के बाद भी प्लास्टिक सामानों को जलाया जा रहा है. इसके बावजूद भी नगरपालिका परिषद इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
कचरे में लगे आग की सूचना पर तुरंत कार्रवाई
अधिकारियों से पूछे जाने पर उनका कहना था कि एक टीम बनाई गई है. साथ ही हमारे स्टाफ के लोग रोज भ्रमण भी करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कचरे में लगे आग की सूचना पर कार्रवाई भी की जाती है.