कोरिया: रब के हम पर करम नहीं होते मां नहीं होती तो हम नहीं होते. ये पंक्तियां कोरिया के मनेंद्रगढ़ में रहने वाले अमन पर एक दम सटीक बैठती हैं. अमन ने मां की बदौलत ही नई जिंदगी पाई है. 14 साल पहले जिस मां ने जन्म देकर जिंदगी दी थी, एक बार फिर उनसे किडनी देकर बेटे को पुनर्जन्म दिया है.
जन्म के कुछ दिन बाद बिगड़ने लगी तबीयत
जन्म के कुछ दिन बाद से ही अमन की तबीयत बिगड़ने लगी. इलाज कराने पर कुछ दिन तक तो सब कुछ ठीक चलता रहा, लेकिन 4 साल की उम्र होने पर जब परिजन उसे लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो, पता लगा की उसकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं. बार-बार इलाज कराने के बाद भी जब कोई फायदा नहीं हुआ तो, डॉक्टरों की सलाह पर अमन की मां ने उसे अपनी एक किडनी देने का फैसला लिया
डॉक्टर बनना चाहता है अमन
अमन का कहना है कि बड़ा होकर वो डॉक्टर बनने के साथ-साथ एक ऐसी खोज करना चहाता है जिससे आर्टीफीशियल किडनी बनाना चाहता ताकि, किसी और को किडनी ट्रांस्प्लांट की जरूरत न पड़े.