कोरबा: जिले के कटघोरा में 5 लाख रुपए से बना सरकारी यात्री प्रतिक्षालय के निर्माण का लायंस क्लब ने क्रडिट लिया है. इस प्रतिक्षालय का निर्माण लगभग 3 वर्ष पहले हुआ था, लेकिन शनिवार को खुद को अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन बताने वाले लायंस क्लब ने इसका लोकार्पण कर दिया. भवन के सामने खड़े होकर ग्रुप फोटो खिंचवाई गई और अपने नाम का शिलालेख भी स्थापित कर दिया गया. जिसके बाद लायंस क्लब की किरकिरी होने लगी है.
ये है पूरा मामला
लायंस क्लब को जब इसके निर्माण को लेकर सवाल किए गए तो उसके पदाधिकारियों ने कहा कि प्रतिक्षालय का निर्माण उन्होंने नहीं कराया, यात्री प्रतिक्षालय उपेक्षित था. उन्होंने उसका रंगरोगन करावाकर लोकार्पण कर दिया है.
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सरकारी निधि से बने प्रतीक्षालय को गैर सरकारी संगठन द्वारा लोकार्पण करने के बाद इसकी खूब आलोचना हो रही है. लोकापर्ण के बाद लायंस क्लब ने जो शिलालेख लगाया उसमें क्लब के सदस्यों के नाम लिखे गए हैं. इतना ही नहीं कटघोरा के पूर्व विधायक और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लखनलाल देवांगन को लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया गया था. कटघोरा नगर पालिका के अध्यक्ष रतन मित्तल और भाजपा नेताओं की उपस्थिति में यह लोकार्पण हुआ है.
लायंस क्लब ने इस यात्री प्रतीक्षालय में लायंस क्लब का बोर्ड लगाकर इसे एक तरह से अपना बता दिया. शिलापट में कहीं भी सरकार/जनपद का जिक्र ही नहीं है. इस संबंध में नगर पालिका परिषद कटघोरा के अध्यक्ष रतन मित्तल ने कहा कि लोकार्पण के दौरान वह स्वयं भी वहां मौजूद थे. लायंस क्लब के पदाधिकारियों ने ही उन्हें आमंत्रण दिया था. लायंस क्लब ने केवल इसका रंग रोगन कराया है. शिलालेख में लायंस क्लब ने अपना नाम अंकित कर दिया है, यह नहीं होना चाहिए था.