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"मंत्री रहते भ्रष्ट अधिकारियों का किया विरोध और अब वो जेल में, जनता सब समझती है": जयसिंह अग्रवाल

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 14, 2023, 2:24 PM IST

Updated : Nov 14, 2023, 8:13 PM IST

Chhattisgarh Minister Jai Singh Agrawal छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर चुनावी सरगर्मियां अपने चरम पर हैं. तीन दिन बाद 70 सीटों के लिए दूसरे चरण का मतदान होना है. ऐसे में सभी प्रत्याशी धुआंधार चुनावी अभियान में जुटे हुए हैं. इस बीच ईटीवी भारत ने प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से चुनाव की तैयारियों को लेकर खास बातचीत की है. CG Assembly Election 2023

Chhattisgarh Minister Jai Singh Agrawal
जयसिंह अग्रवाल का SUPER EXCLUSIVE INTERVIEW

राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का इंटरव्यू

कोरबा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दूसरे और अंतिम चरण के लिए 17 नवंबर को मतदान होने हैं. इसके चलते प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है. प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से ETV भारत की टीम ने खास बातचीत की है. मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए काम को लेकर जनता के बीच जाने की बत कही. आइ ये जानते हैं कई प्रदेश के राजनीतिक मुद्दों पर मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने क्या कहा है.

सवाल: मंत्री जी इन दिनों आप कितने व्यस्त हैं, रूटीन क्या रहता है, कितने समय घर में वापसी होती है?

जवाब: सुबह के वक्त हमारे दौरे की शुरुआत हो जाती है. मेरा रूटीन तो 5 साल चलता है. मैं 12 महीना जनता के बीच सक्रिय रहता हूं. अभी चुनाव के समय में कार्यक्रम निर्धारित रहते हैं. आज मेरा गुजराती समाज के साथ एक कार्यक्रम है. बैलगाड़ी बस्ती रूमगड़ा में तीन स्थानों में जनता को संबोधित करूंगा और इसके बाद रात के लगभग आठ नौ बजे तक मेरी वापसी हो जाती है. जिसके बाद अगले दिन फिर से इस तरह की तैयारी रहती है.

सवाल: अभी जब आप जनता के बीच जा रहे हैं, तब किस तरह की प्रतिक्रिया मिल रही है?

जवाब: अभी प्रतिक्रिया काफी सकारात्मक है. हमने अपने विधानसभा सरीट के हर क्षेत्र में विकास किया है. बिजली, पानी, सड़क की समस्याओं का समाधान किया. शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में काम किया. फिर चाहे वह मेडिकल कॉलेज, हमर क्लीनिक हो, शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी आत्मानंद स्कूल और कॉलेज खुलवाए हैं. स्कूलों का उन्नयन हुआ है. स्कूलों का जीणोद्धार क्या गया है. इस प्रकार से सामुदायिक विकास का भी कार्य हुआ है. साथ ही साथ समाजों का विकास किया है. सभी समाजों को आपस में संगठित होने के लिए सामाजिक भवन बनवाए हैं. कई समाजों को हमने जमीनों का आवंटन कराया. ताकि वह अपना सामाजिक भवन बनवा सके. हर क्षेत्र में काम करने वाला व्यक्ति यहां के जनता को चाहिए. क्योंकि कोरबा एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है, जहां हर वर्ग हर जाति के लोग रहते हैं. इसे हम मिनी भारत के नाम से भी जानते हैं.

सवाल: सोशल मीडिया का जमाना है. आप भी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं. हम देखते हैं कि आपके विरोधी आप पर निजी और चरित्र को लेकर हमले कर रहे हैं. आप क्या कहेंगे?

जवाब: देखिए मेरे खिलाफ बहुत सारे षड्यंत्र करने की कोशिश की गई. पहले भी मेरे खिलाफ फर्जी मुकदमा बनाया गया, उसमें क्या मिला, कुछ भी नहीं. उसी प्रकार अगर चरित्र की बात करें तो आपको मालूम है मुझे हर वर्ष रक्षाबंधन में 25000 बहनें राखी बांधती है. लोग कीचड़ उछालने की कोशिश करते हैं, ब्लैकमेलिंग करने की कोशिश भी करते हैं. ना इससे मुझे कोई फर्क पड़ता है, ना मैं ऐसे ब्लैकमेलरों की परवाह करता हूं. लोग झूठी अफवाह फैला के फर्जी बातें करके यह सोचते हैं की वोट हासिल कर लेंगे. उन्हें मैं बताना चाहूंगा कि हमारे क्षेत्र की जनता बहुत ही समझदार है. वह अपना भला बुरा बहुत अच्छे से समझती है.

सवाल: ऐसे आरोप लगने पर आप भावनाओं पर कैसे नियंत्रण रखते हैं? खासतौर पर जब दोबारा फिर से आपको जनता के बीच जाना होता है?

जवाब: फर्जी बातें जो होती है, वह ज्यादा लंबे समय तक लोगों के बीच टिक नहीं पाती. कोई व्यक्ति जरूर अपने आप को यह सोचकर संतुष्ट कर लेता हो कि उसने ऐसा कर दिया. मोबाइल के माध्यम से इंटरनेट में कुछ डाल दिया. लेकिन क्षेत्र की जनता भी समझदार है. वह 15 साल से मेरे काम को देखते आ रहे हैं. मैं किस प्रकार से लोगों के सुख-दुख में शामिल होता हूं. किस प्रकार से लोगों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास करता हूं, किस प्रकार से लोगों की मदद करता हूं. इस बात को चाहे वह सामाजिक हों या फिर धार्मिक सब समझते हैं. छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर का निर्माण करना हो या राम दरबार का निर्माण हो हर क्षेत्र में हमने काम किया है.

सवाल: कुछ समय पहले जब रानू साहू कोरबा कलेक्टर थी, तब आपने उन्हें सबसे भ्रष्ट कलेक्टर कहा था. फिर ईडी की कार्यवाही हुई. क्या हुआ था तब?

जवाब: देखिए, रानू साहू जब जिले में थी, जिस तरह से वह कार्य कर रही थी, उनके काम करने का जो तरीका था, वह जिले के विकास के काम को रोकना चाहती थी. जिले का डेवलपमेंट रोकना चाहती थी. डीएमएफ फंड का दुरुपयोग कर उन्होंने करोड़ों रुपए हासिल किये. उस समय के एसपी के साथ मिलकर दोनों ने यहां अवैध धंधे चलवाया. डीजल, कोयला, कबाड़ का काला कारोबार किया. इसलिए वह आज जेल में हैं, क्योंकि वह अवैध कार्य में संलिप्त थी. इसलिए हमने उसे भ्रष्ट कहा था. तभी हमने कहा था कि वह जेल जाएगी और आज वह जेल में है.

सवाल: लेकिन विरोधी इसका दूसरा मतलब निकालते हैं. वह कहते हैं कि मंत्री जी की अधिकारियों से नहीं बनती?

जवाब: देखिए, हमने जिन अधिकारी पर आरोप लगाया, वह गलत तरह के काम कर रहे थे. मंत्री होते हुए अगर यहां कोई गलत काम हो रहा है, तो मैं उसका विरोध करता हूं. लोग यह सोचते हैं कि गलत काम हो रहा है और मंत्री जी चुप हैं. तो हमने लोगों को यह संदेश भी दिया कि हम इस तरह के गलत कामों को रोकना चाहते हैं. जो एसपी और कलेक्टर हैं. वह अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे. क्योंकि कलम की ताकत उनके पास है. आज कोई भी एसआई और टीआई की हिम्मत नहीं होती कि वह एसपी की बातों को नजरअंदाज करें. एक बार वह होम मिनिस्टर की बात को अनदेखा कर सकते हैं, लेकिन ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार एसपी के पास होता है. वह एसपी की बातों को अनसुना नहीं कर सकते. हमने जो कहा था. वह सच भी साबित हुआ. निर्वाचन आयोग ने चुनाव मीटिंग ली थी. उन्होंने भांप लिया कि कौन एसपी, कलेक्टर काम के हैं, कौन नहीं. मेरे ख्याल से कोरबा एसपी, बिलासपुर कलेक्टर और राजनांदगांव एसपी, इन तीनों को जब हटाया गया. यह तीनों ही अलग प्रवृत्ति के लोग थे. निर्वाचन के लायक नहीं थे, इसलिए निर्वाचन आयोग ने बिल्कुल सही निर्णय लिया.

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सवाल: जब विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण का समय आया, तब उसमें आपकी किस तरह की भूमिका थी. अचानक आपको एक दिन दिल्ली भी बुला लिया गया था?

जवाब: टिकट वितरण कमेटी का मैं सदस्य रहा. जो पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी है, उसका भी मैं सदस्य हूं. टिकट वितरण के मामले में कोरबा सहित मेरे प्रभार वाले जिले चाहे जांजगीर, सक्ति, गौरेला पेंड्रा मरवाही और पूर्व प्रभार बिलासपुर जिला. इन सभी जिलों के बारे में मुझे सलाह ली गई थी. काफी टिकट मेरे सलाह के आधार पर दिए भी गए हैं. उस हिसाब से पार्टी ने बहुत ही सोच समझकर टिकटों का वितरण किया है. अच्छे कैंडिडेट को टिकट दिए हैं. अचानक दिल्ली मुझे बुलाया गया था. उसमें कुछ जिलों में जो हमने राय दी थी. उसके बारे में डिस्कस करना था. टिकट वितरण में कई चीजों को देखना पड़ता है. जातिगत समीकरण भी हैं. क्षेत्र में कौन प्रभावशाली है, कौन नहीं है. किसके जीतने की संभावना ज्यादा है. इन सभी चीजों में राय रखने के लिए मुझे बुलाया गया था.

सवाल: बीजेपी आपके विधानसभा में हर बार एक नया चेहरा उतरती है, आप हर बार जीत जाते हैं. जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं, इसे आप किस तरह से देखते हैं?

जवाब: हर पार्टी का अपना सिस्टम होता है, कैंडिडेट तय करने का हमारी पार्टी का अपना तरीका है. बीजेपी का अपना तरीका है. वह लोग कोशिश करते हैं कि अलग प्रत्याशी लेकर आए हैं. शायद नंबर लग जाए, लेकिन वो अब तक तो कामयाबी हासिल नहीं कर पा रहे हैं. इस बार भी वह बहुत पीछे रहेंगे.

सवाल: जवाब पहली बार चुनाव लड़े थे तो 500 वोट से जीते थे, तब आप एक युवा थे. अब प्रदेश के राजस्व मंत्री हैं, कितना अंतर आया है, तब से लेकर अब तक?

जवाब: देखिए, उम्र का राजनीति में कोई पैमाना नहीं होता. 25 साल की उम्र होते हुए भी कोई व्यक्ति विधायक बन जाता है. कोई व्यक्ति 70-80 साल तक विधायक नहीं बन पाता. कोई फार्मूला नहीं है. कई विधायक मंत्री नहीं बन पाए. बहुत सारे पहली बार में बन जाते हैं. कोई तीसरी बार जीतने के बाद में बनता है. मैं तीन बार चुनाव जीता और फिर मंत्री बना. रही बात उम्र की तो आज भी मैं किसी युवा से किसी मामले में काम नहीं हूं.

सवाल: आपके अपने राजस्व विभाग में तहसीलों का निर्माण हुआ, जिले बने, सबसे बड़ी उपलब्धि किसे मानते हैं?

जवाब: देखिए, मैं तो बहुत बड़ी उपलब्धि मानता हूं. राजस्व विभाग में 100 तहसीलों का निर्माण करना, 29 अनुभाग और 6 जिले बनाना. मेरे ख्याल से ऐसा भारतवर्ष में कोई राज्य नहीं होगा. छत्तीसगढ़ से कई गुना बड़े राज्य हैं. लेकिन किसी भी राज्य के बारे में मैंने ऐसा नहीं सुना की एक कार्यकाल में किसी ने 100 तहसीलों का निर्माण किया हो.

सवाल: यदि फिर कांग्रेस की सरकार बनती है, तो आप कौन सा विभाग लेना चाहेंगे, क्या फिर से राजस्व प्राथमिकता होगी, आपका फेवरेट विभाग कौन सा है?

जवाब: देखिए, यह तो पार्टी हाईकमान और मुख्यमंत्री जो बनते हैं, तो वहां तय होता है. उसका निर्णय बाद में होगा. पहले चुनाव हो जाए, चुनाव जीत जाएं, सरकार बन जाय, तब इस बारे में बात करेंगे. फेवरेट विभाग तो ऐसा है कि जब राजस्व मुझे मिला था, तब लोगों ने कहा था कि यह विभाग प्राथमिकता में नहीं होता. तो जो भी विभाग मुझे मिलेगा, उसे मैं प्राथमिकता में ले जाऊंगा. उसमें बेहतर काम होगा और आज आप देख लीजिए राजस्व विभाग ने जिस तरह से जमीनों का आवंटन किया गया है. नए जिले बने, जिले के कार्यालय बने, वह एक बड़ी उपलब्धि है.

सवाल: हम देख रहे हैं कि आप जनता के बीच जा रहे हैं, कुछ लोग फूल माला लेकर खड़े हैं, सब आपके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहते हैं, मुश्किल होता होगा सबको संतुष्ट करना?

जवाब: जनता का उत्साह है. हमारे क्षेत्र की जनता कांग्रेस पार्टी की नीतियों से और हमारे कामकाज से संतुष्ट है, खुश है. इसलिए आपने देखा होगा वह उत्साह के साथ स्वागत कर रहे हैं. आज मैं रूमगड़ा में सभा लेने आया हूं तो खुद यहां की जनता ने हमसे कहा कि हमारे साथ कुछ दूर पैदल चलिए और हम पैदल चल रहे हैं. पदयात्रा करने की मेरी आदत है. सुबह मैं मॉर्निंग वॉक करने जाता हूं, आज भी मैं मॉर्निंग वॉक किया हूं. तो मुझे पैदल चलने में कभी कोई दिक्कत नहीं होती.


सवाल: चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस ने कर्जमाफी और महिलाओं को सालाना ₹15000 देने की घोषणा की है. इससे कितना प्रभाव पड़ेगा?

जवाब: देखिए, जो भारतीय जनता पार्टी के लोग फर्जी तरीके से फार्म भरवा रहे थे और प्रदेश की जनता को गुमराह कर रहे थे. मैं यह बोलना चाहता हूं कि हमारे क्षेत्र की जनता, प्रदेश की जनता जागरुक है. वह गुमराह नहीं होने वाली है. हमारी पार्टी ने जो नीति बनाई, जो फैसले किये हैं. उससे जनता पूरी तरह से संतुष्ट है. जो भी हमने घोषणाएं की, उन घोषणाओं को हमने लागू किया. इसलिए यहां की जनता, कांग्रेस पार्टी पर भरोसा करती है. कांग्रेस पर पूरा विश्वास करती है.

Last Updated : Nov 14, 2023, 8:13 PM IST
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