कांकेर: केबीसी में 25 लाख की लाटरी लगने का झांसा देकर ग्रामीण युवक से 1 लाख रूपये से अधिक की ठगी का मामला समाने आया है. ठगी का शिकार युवक शिकायत लेकर पुलिस थाने पहुंचा था. उसने शिकायत दर्ज कराई है. मलांजकुडुम क्षेत्र के ग्राम पुसाघाटी निवासी महरू मंडावी के वाट्सएप पर 11 फरवरी को 25 लाख रूपये की लाटरी लगने का संदेश आया था.
पैसों के बदले पैसों की मांग
महरूराम के पास नए नंबर से फोन आया. ठगों ने उसे जानकारी की दी कि कौन बनेगा करोड़ पति में उसकी 25 लाख रूपये की लाटरी लगी है. जिसकी जानकारी महरू ने अपने साथी दिलीप गोटी को दी. ठगों ने महरू से वाट्सएप पर फर्जी चेक भेजा. एक बैंक अकाउंट नंबर देकर उसमें 16 हजार रूपये जमा करने को कहे. जिस पर महरू मंडावी ने कांकेर आकर स्टेट बैंक के पास स्थित लोक सेवा केंद्र से 16 हजार रूपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए. इसके बाद कभी जीएसटी के नाम पर तो कभी टैक्स और ईनाम में कार मिलने के नाम पर महरूराम से पैसों की मांग करते रहे.
![Victim Familie of Fraud case](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-knk-thagi-online-kbc-udhar-cg10032_27022021200024_2702f_1614436224_972.jpg)
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महरू मंडावी और उसका साथ दिलीप गोटी कांकेर आकर ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करते रहे. 1 लाख रूपये अधिक की राशि ट्रांसफर करने बाद ठगों ने और पैसों की मांग की. महरू और दिलीप को ठगी होने का अहसास हुआ.
ब्याज पर पैसे लेकर ठगों को दिया
25 लाख रूपए के लॉटरी के झांसे में आकर महरू ने पहले तो अपने पास रखे पैसों को जमा किया. फिर उसने अपने रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए और उसके बाद भी पैसे कम पड़ने पर पांच प्रतिशत महीने के ब्याज पर उसने 40 हजार रूपये लेकर ठगों के खाते में डाले. महरू ने बताया कि उसका बैंक खाता पूरा खाली हो गया है. उसने घर में रखे लाख और धान को बेचकर ठगों के खाते में पैसे डाले हैं.
सावधानी बरतने की जरूरत
साइबर एक्सपर्ट विराज मंडल बताते हैं कि ठग नए-नए तरीकों से ठगी करते हैं. जिसके चलते लोग अक्सर झांसे में आ जाते हैं. ठग फर्जी दस्तावेज भी भेजते हैं. ताकि लोग उन्हें सही मान लें. लोगों को किसी भी प्रकार की लाटरी या ईनाम के लालच में नहीं आना चाहिए. किसी के खाते में पैसे नहीं जमा कराने चाहिए. साथ ही अपनी बैंक संबंधी जानकारी, ओटीपी और अन्य जानकारियों को किसी भी व्यक्ति के साथ साझा नहीं करना चाहिए.