कांकेर: धुर नक्सल प्रभावित ताड़ोकी थानाक्षेत्र के मुरनार में 14 जून को हुई मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गए थे. मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त दीपक उर्फ पीलाराम कवाची एलजीएस कमांडर और दूसरे नक्सली की शिनाख्त रतिराम एलजीएस सदस्य के रूप में हुई थी. नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इन दोनों को योद्धा बताया है.
उत्तर बस्तर डिवीजन के सचिव सुखदेव कोड़ो ने विज्ञप्ति जारी कर नक्सलियों को योद्धा बताया है. दीपक उर्फ पीलाराम कवाची पर 5 लाख और रतिराम एलजीएस सदस्य पर एक लाख रुपए का इनाम था. पुलिस ने इनके पास से बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए थे.
डीजीपी डीएम अवस्थी ने हथियार के बारे में बताया था
डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा था कि नक्सलियों के पास से जी 3 रायफल मिला है. डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया था कि यह हथियार पाकिस्तानी आर्मी भी इस्तेमाल करती है. लेकिन नक्सलियों ने इससे इनकार किया है.
नक्सलियों ने किया इनकार
डीजीपी ने बताया था कि जी 3 रायफल इसके पहले सुकमा में एक मुठभेड़ के बाद बरामद हुआ था और यह दूसरा मामला है जब नक्सलियों के पास से जी 3 रायफल बरामद हुआ है. वहीं नक्सलियों का कहना है कि हमारे संबध पाकिस्तान और आईएसआई से बता कर पुलिस कर रही हमे बदनाम करने की कोशिश कर रही है. नक्सलियों ने कहा है कि उनकी पाकिस्तान से संबंध नहीं हैं.