जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ के नये जिले सक्ती में जिला मुख्यालय दूर बनाए जाने को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. तीन बार अधिकारियों से बातचीत के बाद भी जिला मुख्या सक्ती से 10 किमी दूर बनाये जाने से नगरवासी आक्रोशित हैं. अब सक्ती नगर के सर्व समाज के लोग व्यापारी संगठन, अधिवक्ता और पत्रकार संघ के लोग कल से नगर बंद के साथ काले झंडे लगाकर आंदोलन की शुरुआत कर रहे हैं.
सक्ती विधायक चरणदास महंत से मिला था आश्वासन: इस मुद्दे पर पांच महीने पहले एक दल ने सक्ती विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत से मुलाकात की थी. जिसमें महंत ने नगर के लोगों को आश्वासन भी दिया था कि नगर के लोगों की मांग के अनुरूप जिला मुख्यालय बनाया जायेगा. हालांकि जिला प्रशासन ने रातों-रात अस्थाई जिला मुख्यालय को सक्ती से 10 किमी दूर बनाने का आदेश जारी कर दिया है. जिसके बाद से नगर के लोगों में आक्रोश पैदा हो चुका है.
छात्रों ने भी किया जेठा में मुख्यालय का विरोध: जेठा में जिला मुख्यालय बनाए जाने को लेकर जेठा में संचालित शासकीय कॉलेज क्रांति कुमार महाविद्यालय के छात्रों ने भी इसका विरोध किया है. क्योंकि कलेक्टर ऑफिस के लिए कॉलेज भवन को अधिग्रहण कर छात्रों को कॉलेज से वंचित किया जा रहा है, जिसका छात्र संघ भी विरोध कर रहे हैं.
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क्या कहते है सक्ती नगरवासी: सक्ती नगर के लोगों का कहना है कि सक्ती को जिला बनाने के लिए पिछले 22 साल से वो संघर्ष कर रहे है. ताकि सक्ती के जिला बनने पर यहां हर वर्ग के लोगों को इसका लाभ मिले. लेकिन जन भावना के विपरीत जिला मुख्यालय को नगर से 10 किमी दूर बनाया जा रहा है. जिससे आस-पास के लोगों को अपने काम के लिए जेठा जाना पड़ेगा. ऐसे में सक्ती को जिला बनाने का क्या औचित्य है?
क्या कहते हैं नगर के बुद्धिजीवी: नगर के जानकारों की मानें तो सक्ती नगर के आस-पास 2 से 3 किमी में दर्जनों भवन है. सैकड़ों एकड़ शासकीय जमीन है, जिसमें आसानी से जिला मुख्यालय की स्थापना की जा सकती है. बावजूद इसके नगर से 10 किमी दूर जेठा में कलेक्टर कार्यालय ओर एसपी कार्यालय बनाना समझ से परे है. इसके पीछे बड़ा राजनीतिक षड्यंत्र लग रहा है.