गौरेला पेंड्रा मरवाही\कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा के पसान और गौरेला पेंड्रा मरवाही में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप के झटके से कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल रहा. साथ ही लोग घर छोड़कर सड़कों पर आ गए. कोरबा का पसान भूकंप का केंद्र माना जा रहा है.
सुबह 9 बजकर 9 मिनट पर लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. सुबह सुबह अचानक धरती हिलने से लोगों को पहले तो समझ नहीं आया लेकिन फिर वे घरों से बाहर निकल गए. अचानक जमीन हिलने से लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई. भूकंप के चलते इलाके के कई घरों की दीवारों पर दरारें भी पड़ गई है. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.5 आंकी गई है.
मैं घर में बैठा हुआ था. 9 बजकर 9 मिनट पर अचानक पलंग हिलने लगा और जोर की गड़गड़ाहट की आवाज आई- स्थानीय
अचानक ऐसा लगा कि कुछ हिल रहा है. 2 से 3 सेकेंड तक ऐसा महसूस हुआ-स्थानीय
सूरजपुर में जुलाई के महीने में आया था भूकंप: इससे पहले महीने भर में ही सरगुजा संभाग में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. दो बार कोरिया में और एक बार सूरजपुर जिले में भूकंप के झटके से धरती हिली थी. सूरजपुर में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल में 4.7 मापी गई थी.
भूकंप क्यों आता है : धरती के नीचे जब चट्टानें आपस में टकराते हैं या टूटते हैं तो भूकंप आता है. जियोलॉजिस्ट विभाग के मुताबिक भूकंप की असली वजह टेक्टोनिक प्लेट्स में हलचल होनी है. इसे ऐसे भी समझ सकते हैं, धरती चार परतों से बनी है. इनर कोर, आउटर कोर, क्रस्ट और मेंटल कोर. क्रस्ट और मेंटल कोर सबसे बाहरी परत होती है जो लगभग 50 किलोमीटर की मोटी परत होती है. इसे ही टेक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती रहती है. लेकिन जब ये प्लेट्स बहुत ज्यादा हिलने लगती है तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं.
भूकंप आने पर क्या करें: भूकंप के झटके महसूस होने पर घबराना बिल्कुल नहीं है. यदि किसी बिल्डिंग, भवन या ऊंची इमारत में तो वहां से बाहर निकलने की तुरंत कोशिश कीजिए. इस दौरान लिफ्ट का उपयोग ना कर सीढ़ियों से पैदल चलना है सुरक्षित है. बाहर निकलकर किसी खुली जगह पर रहे.