गरियाबंद: पुलिस ने एक बार फिर अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्करों को पकड़ा है. छुरा थाना पुलिस ने तस्करों के कब्जे से एक दुर्लभ वन्यजीव पैंगोलिन बरामद किया है. तीनों तस्कर ओडिशा राज्य के बताए जा रहे हैं. वह पैंगोलिन बेचने की फिराक में उसे लेकर छत्तीसगढ़ आए हुए थे. इस दौरान मुखबीर ने जिले के एसपी भोजराम पटेल को इसकी सूचना दी. जिसपर उन्होंने तत्काल छुरा थाना से पुलिस की एक टीम रवाना की. मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस टीम ने कोठी गांव के पास तीनों तस्करों को पकड़ लिया. पुलिस ने वन विभाग को भी घटना की जानाकारी दे दी है.
गरियाबंद जिला पुलिस लगातार वन्यजीव तस्करों पर लगाम कस रही है. बीते सालभर में मुखबिरों का नेटवर्क इतना मजबूत कर लिया गया है कि, अपराध और तस्करी जैसे मामलों में तत्काल खबर सीधे जिले की एसपी तक पहुंच जाती है. इसी का नतीजा है कि सोमवार को फिर तीन अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं.
![3 interstate wildlife smugglers arrested](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9057638_img.jpg)
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एसपी ने दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश
जिले के एसपी भोजराम पटेल को मुखबिर से सूचना मिली कि ओडिशा के 3 तस्कर किसी दुर्लभ वन्यजीव को बेचने के लिए छुरा थाना क्षेत्र के कोठी गांव के आसपास घूम रहे हैं. एसपी ने तत्काल छुरा थाना प्रभारी राजेश जगत को इसपर कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए टीम को रवाना किया. मौके पर पहुंची पुलिस टीम को 3 लोग कोठी गांव के पास मिले. उनकी तलाशी लेने पर पुलिस को एक जूट के बोरे में बंद जिंदा पैंगोलिन मिला.
![3 interstate wildlife smugglers arrested](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9057638_img-1.jpg)
पैंगोलिन के शरीर के अंग से बनती है दवाइयां
पैंगोलिन काफी दुर्लभ जीव माना जाता है. जिसकी विदेशों में लाखों में कीमत होती है. पैंगोलिन के शरीर के कई अंग दवाइयां और झाड़-फूंक में इस्तेमाल करने की भी जानकारी है. यहीं कारण है कि तस्कर जंगलों से इन्हें पकड़ बेचने की फिराक में रहते हैं. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर पैंगोलिन को बरामद कर लिया है. तस्करों पर छत्तीसगढ़ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए, जांच शुरू कर दी है.