दंतेवाड़ा: चिटफंड कंपनियों से पैसा वापस पाने अब निवेशक और एजेंट दोनों सड़क की लड़ाई लड़ने तैयार हैं. बुधवार को छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता सेवा संघ की दंतेवाड़ा जिला इकाई ने जोरदार प्रदर्शन किया. रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और कलेक्टर से मिलकर अपनी पीड़ा बताई. संघ पदाधिकारियों ने बताया कि "प्रदेश सरकार ने चिटफंड कंपनियों से पैसा वापसी की शुरुआत की है. यह अच्छा संकेत है. लेकिन दंतेवाड़ा जिले के निवेशकों का एक रुपया भी वापस नहीं मिला है. जिले के करीब 19 करोड़ रुपये निवेशकों ने जमा किए हैं.". (Dantewada Chit fund investors submitted memorandum )
दंतेवाड़ा में चिटफंड निवेशकों ने ज्ञापन सौंपा: दंतेवाड़ा में करीब 13 हजार 609 चिटफंड निवेशक एकजुट हुए. निवेशकों ने पहले सभा की और फिर रैली निकाली. इसमें संघ के जिलाध्यक्ष सरजू नाग, उपाध्यक्ष राजू प्रसाद, सचिव उत्तम सहित अरूण तेलाम, सुनील यादव, सुकमन करताम, महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष बेला तेलाम, उपाध्यक्ष सुखमती और जिला प्रभारी राजकुमारी पटेल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. रैली कलेक्ट्रेट पहुंची. जहां जिला प्रशासन को सीएम भूपेश बघेल के नाम लिखित में आवेदन देकर पैसा वापसी की गुहार लगाई गई.
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निवेशकों ने बताया कि " दूसरे जिलों में राशि वापस कराई जा रही है. लेकिन दंतेवाड़ा में इसकी शुरुआत नहीं हुई है. इससे सभी चिंतित हैं. चुनावी घोषणा पत्र में भी इसका जिक्र कांग्रेस ने किया था. आज रैली के बाद कलेक्टर से मुलाकात भी हुई तो उन्होंने नियमानुसार रकम वापसी के लिए पहल की है. कुछ चिटफंड कंपनियों से ही राशि वापस करायी जा रही है.दंतेवाड़ा जैसे जिले के अंदरूनी इलाकों के ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिन निवेशकों के पैसे वापस भी हो रहे हैं. उसकी कोई स्पष्ट रणनीति नहीं है. कंपनियों की पूरी जानकारी प्रशासन उन्हें मुहैया कराए ताकि वे अपने स्तर पर दबाव बना सके". जिला मुख्यालय में यह पहला प्रदर्शन था जब निवेशक और अभिकर्ता मुखर होकर सड़क पर उतरे.