बिलासपुर के मस्तूरी में बाल विवाह, समझाने के बाद वापस लौटी बारात
Published: Dec 6, 2022, 11:56 AM

बिलासपुर के मस्तूरी में बाल विवाह, समझाने के बाद वापस लौटी बारात
Published: Dec 6, 2022, 11:56 AM
Action on child marriage आज के डिजिटल युग में भी बाल विवाह हो रहे हैं. सुनकर काफी हैरानी होती है. बिलासपुर के एक गांव में 16 साल की नाबालिग की शादी घर वाले कर रहे थे. बारात भी पहुंच चुकी थी लेकिन इसी बीच चाइल्डलाइन की टीम वहां पहुंच गई और शादी रुकवाई. घर वालों को समझाने के बाद दोनों पक्षों से शपथपत्र भरवाया गया.child marriage in Masturi
बिलासपुर: जिले के मस्तूरी क्षेत्र के पचपेड़ी थाना अंतर्गत एक गांव में बाल विवाह होने की जानकारी चाइल्डलाइन की टीम को मिली. टीम को पता चला कि गांव में 16 साल की नाबालिग की शादी होने वाली है. बारात गांव पहुंच चुकी है. सूचना मिलते ही टीम बाल विवाह रोकथाम के लिए गांव पहुंची और घरवालों को समझाइश देते हुए शपथ पत्र भरवाकर बाल विवाह रुकवाया.Bilaspur Childline stops child marriage
बिलासपुर चाइल्डलाइन ने बाल विवाह रुकवाया: जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव में बाल विवाह होने की सूचना चाइल्डलाइन के साथ पुलिस को मिली. टीम विवाह स्थल पहुंची और बच्ची के परिवार को कानून के तहत 18 साल से कम उम्र में बालक बालिका की शादी करना कानूनन अपराध बताया गया. साथ ही दूसरे नियमों की भी जानकारी दी. टीम ने बच्ची का आधार कार्ड, स्कूल की मार्कशीट चैक की. जिसके बाद बच्ची के बालिग होने पर ही शादी करने की जानकारी दी.
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दोनों पक्षों से भरवाया शपथ पत्र: इस दौरान परिवार के लोगों ने शादी रोकने से परिवार में बदनामी और समाज में मान सम्मान की बात कही. लेकिन चाइल्डलाइन ने नियमों का हवाला देते हुए शादी रोकने और बालिग होने पर ही शादी की बात कही. दोनों पक्षों से शपथ पत्र भरवाया. लड़के पक्ष के लोग सहमति देते हुए बिना शादी के वापस लौट गए. इस पूरी प्रक्रिया में चाइल्ड लाइन बिलासपुर बाल संरक्षण इकाई पचपेड़ी थाना का योगदान रहा.
