मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के बावजूद जिले में मिले 520 मरीज, ज्यादातर बच्चे और गर्भवती महिलाएं पीड़ित

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Published : Jul 8, 2021, 10:59 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

malaria free bastar

बस्तर जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान Malaria Free Bastar Campaign चलाया जा रहा है. बावजूद इसके जिले में लगातार मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जी रही है. जिले के 7 ब्लॉक में से 6 ब्लॉक में मलेरिया ने बड़ा रूप धारन कर लिया है. बस्तर जिले में मलेरिया के कुल 520 मरीज मिले हैं. इसमें ज्यादातर बच्चे और गर्भवती महिलाएं हैं. संभाग में सबसे ज्यादा कोरोना के एक्टिव के मरीज भी हैं ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने दोहरी चुनौती है.

जगदलपुर: बस्तर में कोरोना महामारी के साथ अब मलेरिया ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. मानसून आते ही बस्तर जिले में लगातार मलेरिया पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. खासकर बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं इससे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं. जिले के ग्रामीण अंचलों में काफी बुरा हाल है. जिले के 7 ब्लॉक में से 6 ब्लॉक में मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है और इसे लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग चिंतित है.

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जिले में 16 जून से 31 जुलाई तक मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का चौथा चरण भी चलाया जा रहा है. बावजूद इसके मलेरिया पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिला प्रशासन के पास पर्याप्त मलेरिया जांच किट और दवाइयां हैं. जिससे मलेरिया से पीड़ित लोगों का बेहतर उपचार किया जा रहा है.

मानसून में बढ़ जाता है केस

बस्तर में हर साल मानसून में मलेरिया अपना असर दिखाना शुरू कर देता है. मलेरिया की रोकथाम के लिए हर वर्ष जिला प्रशासन मलेरिया मुक्त अभियान चलाता है. बावजूद इसके यह अभियान कोई खास असर नहीं दिका पाता है. 16 जून से इस अभियान की शुरुआत की गई है और जांच के दौरान लगातार मलेरिया संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. खासकर बस्तर के ग्रामीण अंचलों में गर्भवती महिला और बच्चे मलेरिया की चपेट में आ रहे हैं. जिले के बास्तानार और लौंहडीगुड़ा ब्लॉक में सबसे ज्यादा मलेरिया पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं.

जिले में मिले 520 केस

मलेरिया मुक्त अभियान के चौथे चरण में 5 जुलाई तक बस्तर जिले में मलेरिया के कुल 520 मरीज मिले हैं. इसमें लौंहडीगुड़ा ब्लॉक में सबसे ज्यादा 170 मिले हैं. इसमें 94 बच्चे हैं. बस्तानार ब्लॉक में 30 जून तक 116 मलेरिया पीड़ितों में 70 बच्चे और तोकापाल ब्लॉक में 12 में 6 बच्चे, दरभा ब्लॉक में 135 पीड़ितों में 64 बच्चे नानगुर में 66 बच्चों में 27 बच्चे बस्तर ब्लॉक में मलेरिया के सिर्फ 23 मरीज मिले जिनमें 9 बच्चे शामिल हैं.

सबसे ज्यादा बच्चे और गर्भवती महिलाएं प्रभावित

बस्तर संभाग की बात की जाए तो इसमें बीजापुर में 389, दंतेवाड़ा में 325 कांकेर में 120, कोंडागांव में 195, सुकमा में 537, नारायणपुर में 414 मरीज मलेरिया से पीड़ित मिले हैं. इसमें 1 से 14 वर्ष तक के बच्चों की संख्या ज्यादा है. इधर बस्तर में मलेरिया से गर्भवती महिलाएं ज्यादा प्रभावित हुई हैं. जिले भर के 7 ब्लाक में 304 महिलाओं की जांच में जहां लौंहडीगुड़ा ब्लॉक में 4 गर्भवती महिलाएं मलेरिया से पीड़ित पाई गई हैं, वहीं जगदलपुर छोड़ अन्य ब्लॉक में 12 गर्भवती महिलाएं मलेरिया की चपेट में आई हैं.

मलेरिया मुक्त बस्तर बनाने नक्सल प्रभावित इलाकों में पहुंचे सीएमएचओ

जिला मलेरिया अधिकारी का कहना है कि जिले के लौंहडीगुड़ा ब्लॉक, बस्तानार ब्लॉक के किलेपाल इलाके और दरभा ब्लॉक में अधिकतर मलेरिया पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. मलेरिया मुक्त अभियान के दौरान लगातार टीम के द्वारा गांव के सभी घरों में जाकर जांच की जा रही है. बास्तानार ब्लॉक के किलेपाल के 42 गांव में भी मलेरिया का प्रकोप अधिक है. प्रशासन की ओर से और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिले के हर उप स्वास्थ्य केंद्रों में मच्छरदानी पहुंचाई जा रही है और अभियान के दौरान सभी को निशुल्क मच्छरदानी वितरित किया जा रहा है. साथ ही मलेरिया से बचने के लिए जागरूक करने का काम भी स्वास्थ्य विभाग की टीम बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में कर रही है. उन्होंने कहा कि विभाग के पास पर्याप्त दवाई है और मलेरिया रोकथाम के लिए पूरे प्रयास विभाग के द्वारा किए जा रहे हैं.

कलेक्टर ने जताई चिंता

बस्तर कलेक्टर ने भी जिले में लगातार मिल रहे मलेरिया पॉजिटिव मरीज के संख्या को देखते हुए चिंता जताई है. कलेक्टर ने कहा कि निश्चित तौर पर जिले में बढ़ रहे मलेरिया के प्रकोप को देखते हुए विभाग के लिए यह चिंता का विषय बना हुआ है, लेकिन इसके रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. कलेक्टर ने कहा कि 16 जून से मलेरिया मुक्त अभियान की शुरुआत की गई है और यह अभियान 31 जुलाई तक चलाई जाएगी और इस दौरान जिले के एक-एक घर में जाकर विभाग की टीम सभी लोगों की मलेरिया जांच करेगी. कलेक्टर ने कहा कि विभाग के पास पर्याप्त दवाइयां और जांच किट है. साथ ही उपचार के लिए भी स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्था की गई है.

स्वास्थ्य विभाग को दिए बेहतर उपचार के आदेश

उन्होंने कहा कि अबतक जिले में मलेरिया से एक भी मौत के मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन लगातार बढ़ रहे मलेरिया पॉजिटिव की संख्या को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. बेहतर उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग को आदेशित किया गया है. कलेक्टर ने कहा कि अभियान का यह चौथा चरण है और जरूरत पड़ने पर इस अभियान को भी बढ़ाया जा सकता है. साथ ही बच्चों को और गर्भवती महिलाओं को बेहतर उपचार देने के लिए सभी चिकित्सकों को आदेशित किया गया है.

बस्तर संभाग में कोरोना के एक्टिव केस :

  • बस्तर - 313
  • कोंडागांव - 97
  • दंतेवाड़ा - 267
  • सुकमा - 515
  • कांकेर - 134
  • नारायणपुर - 71
  • बीजापुर - 556
Last Updated :Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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