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Surguja News :अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हादसा, प्लास्टर गिरने से महिला कर्मी घायल

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Published : Aug 8, 2023, 4:57 PM IST

Surguja News सरगुजा के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्लास्टर गिरने से महिला कर्मी घायल हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब महिला वार्ड में साफ सफाई का काम कर रही थी.

Female Worker Injured
प्लास्टर गिरने से महिला कर्मी घायल
अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हादसा

सरगुजा : अंबिकापुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दीवार का प्लास्टर गिरा. जिसकी चपेट में वार्ड की आया आ गई. जिस जगह की दीवार से प्लास्टर गिरा वो पुरुष सर्जिकल वार्ड है. वार्ड में जब आया अपना काम कर रही थी.तभी छत का प्लास्टर नीचे गिरा.जिसमें आया के सिर पर चोट आई है. डॉक्टरों ने वार्ड आया के सिर में टांका लगाने के बाद सिटी स्कैन कराने की सलाह दी है. फिलहाल डॉक्टर महिला का इलाज कर रहे हैं.

पुरानी बिल्डिंग में है अस्पताल : अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रियासतकालीन पुराने भवन में संचालित हो रहा है. ये बिल्डिंग पुरानी होने के कारण जर्जर हो चुकी है. हाल ही में नए मेडिकल कॉलेज का काम शुरु हुआ है.लेकिन अस्पताल के नए भवन का काम पूरा नहीं हो सका है.इसलिए पुरानी बिल्डिंग में ही अस्पताल को चलाया जा रहा है.जिस बिल्डिंग में प्लास्टर गिरने से हादसा हुआ,वो आजादी के पहले बना है.जर्जर होने के कारण प्लास्टर गिरा और वार्ड की आया चोटिल हो गई.

"झाड़ू पोछा कर रही थी. तभी प्लास्टर गिर गया और चोट लग गई. तो अधिकारी बोलता है कि देखकर हट जाना था. काम करते वक्त नीचे देखेंगे कि ऊपर देखेंगे, डर बना रहता है. मेरे साथ हो गया किसी और के साथ भी हो सकता है" - शर्मिली, वार्ड की आया

क्यों नहीं बना नया भवन ? : अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति मिलने के बाद इसी भवन में किसी तरह मेडिकल कॉलेज अस्पताल का सेटअप संचालित किया गया था. अस्पताल की नई बिल्डिंग का काम अधर में है. कोरोना काल में अस्पताल निर्माण का काम रुका. इसके बाद जब स्थिति सामान्य हुई तो काम दोबारा शुरु नहीं हुआ. वहीं जिस अस्पताल में हादसा हुआ वहां के जिम्मेदारों की माने तो अस्पताल में शेड लगाने का काम चल रहा है.

"लगातार बारिश हो रही है और हमारी बिल्डिंग काफी पुरानी है. सीजीएमएससी को शेड लगाने को कहा गया है. शेड लगाने का काम भी शुरू हो चुका है. जहां जहां ऐसी स्थिति है. वहां बिल्डिंग के ऊपर शेड लगाया जा रहा है" - डॉ. विकास पांडेय,ब्लड बैंक प्रभारी

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आपको बता दें छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य सुविधाओं को अपग्रेड करने की बात कही है.लेकिन उन्हीं की विधानसभा में जर्जर बिल्डिंग के अंदर मेडिकल कॉलेज अस्पताल संचालित हो रहा है. जहां काम करने वालों के साथ मरीजों की जान भी खतरे में है. जब तक नया भवन का काम पूरा नहीं हो जाता तब तक बारिश के दौरान ये जर्जर भवन लोगों के लिए मुसीबत से कम नहीं है.

अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हादसा

सरगुजा : अंबिकापुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दीवार का प्लास्टर गिरा. जिसकी चपेट में वार्ड की आया आ गई. जिस जगह की दीवार से प्लास्टर गिरा वो पुरुष सर्जिकल वार्ड है. वार्ड में जब आया अपना काम कर रही थी.तभी छत का प्लास्टर नीचे गिरा.जिसमें आया के सिर पर चोट आई है. डॉक्टरों ने वार्ड आया के सिर में टांका लगाने के बाद सिटी स्कैन कराने की सलाह दी है. फिलहाल डॉक्टर महिला का इलाज कर रहे हैं.

पुरानी बिल्डिंग में है अस्पताल : अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रियासतकालीन पुराने भवन में संचालित हो रहा है. ये बिल्डिंग पुरानी होने के कारण जर्जर हो चुकी है. हाल ही में नए मेडिकल कॉलेज का काम शुरु हुआ है.लेकिन अस्पताल के नए भवन का काम पूरा नहीं हो सका है.इसलिए पुरानी बिल्डिंग में ही अस्पताल को चलाया जा रहा है.जिस बिल्डिंग में प्लास्टर गिरने से हादसा हुआ,वो आजादी के पहले बना है.जर्जर होने के कारण प्लास्टर गिरा और वार्ड की आया चोटिल हो गई.

"झाड़ू पोछा कर रही थी. तभी प्लास्टर गिर गया और चोट लग गई. तो अधिकारी बोलता है कि देखकर हट जाना था. काम करते वक्त नीचे देखेंगे कि ऊपर देखेंगे, डर बना रहता है. मेरे साथ हो गया किसी और के साथ भी हो सकता है" - शर्मिली, वार्ड की आया

क्यों नहीं बना नया भवन ? : अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति मिलने के बाद इसी भवन में किसी तरह मेडिकल कॉलेज अस्पताल का सेटअप संचालित किया गया था. अस्पताल की नई बिल्डिंग का काम अधर में है. कोरोना काल में अस्पताल निर्माण का काम रुका. इसके बाद जब स्थिति सामान्य हुई तो काम दोबारा शुरु नहीं हुआ. वहीं जिस अस्पताल में हादसा हुआ वहां के जिम्मेदारों की माने तो अस्पताल में शेड लगाने का काम चल रहा है.

"लगातार बारिश हो रही है और हमारी बिल्डिंग काफी पुरानी है. सीजीएमएससी को शेड लगाने को कहा गया है. शेड लगाने का काम भी शुरू हो चुका है. जहां जहां ऐसी स्थिति है. वहां बिल्डिंग के ऊपर शेड लगाया जा रहा है" - डॉ. विकास पांडेय,ब्लड बैंक प्रभारी

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आपको बता दें छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य सुविधाओं को अपग्रेड करने की बात कही है.लेकिन उन्हीं की विधानसभा में जर्जर बिल्डिंग के अंदर मेडिकल कॉलेज अस्पताल संचालित हो रहा है. जहां काम करने वालों के साथ मरीजों की जान भी खतरे में है. जब तक नया भवन का काम पूरा नहीं हो जाता तब तक बारिश के दौरान ये जर्जर भवन लोगों के लिए मुसीबत से कम नहीं है.

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