रायपुर: संसदीय सचिव और विधायक विकास उपाध्याय बुधवार को भाजपा के प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी पर कई सनसनी खेज आरोप लगाए. उन्होंने कहा "छत्तीसगढ़ में भाजपा इसलिए अब सफल नहीं हो सकती, क्योंकि उन्हीं के विधायक नहीं चाहते कि भाजपा सत्ता में वापसी करे. उन्होंने दावे के साथ कहा कि भाजपा के 14 में से 10 विधायक ऐसे हैं, जो कांग्रेस के निकट राजनीतिक सहयोगी हैं. इनकी इच्छा बिल्कुल भी नहीं है कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करें. यही वजह है कि ये पौने चार साल तक चुप्पी साधे बैठे रहे. लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार 2024 में फिर से वापसी करना चाहती है. इसलिए एक प्रयोग के तहत छत्तीसगढ़ की कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती देने डबल इंजन को ही बदलकर नया प्रयोग किया. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बदले गए, जो पिकअप नहीं ले पा रहे हैं और ये भी अब पूरी तरह से फेलियर साबित हुए हैं.Chhattisgarh BJP MLA political ally of Congress
भाजपा के 14 में से 10 विधायक कांग्रेस के साथ: विकास उपाध्याय ने पौने चार साल बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन को भाजपा के लिए मुद्दाविहिन व हताशा से भरा बताया है. उन्होंने कहा " देश में छत्तीसगढ़ एकमात्र प्रदेश है जिसे केंद्र की भाजपा सरकार ईडी और आईटी के माध्यम से डरा न सकी. इसलिए पहले तो पार्टी के अंदर ही नया मॉडल का डबल इंजन का प्रयोग किया. इसके बाद पार्टी उस मुद्दे को लेकर राग आलाप रही है, जिस बेरोजगारी को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार खुद करोड़ों युवाओं के निशाने पर है. Vikas Upadhyay statement on Chhattisgarh BJP
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खुद को आइना दिखा रही भाजपा सरकार: विकास उपाध्याय ने भाजपा के बेरोजगारी को लेकर छत्तीसगढ़ में आंदोलन और पार्टी द्वारा पूरी ताकत झोंकने को अपने आप को आइना दिखाने जैसा बताया है. उन्होंने कहा "हाल ही में केंद्र सरकार ने संसद में बताया कि अप्रैल 2014 से मार्च 2022 के बीच इन 8 सालों में केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों में नियमित नौकरी पाने के लिए करीब 22 करोड़ लोगों ने आवेदन किया. जिसमें मात्र 7.22 लाख लोगों को नौकरी मिली. आसान शब्दों में कहा जाये तो जितने लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया उसमें केवल 0.32 प्रतिशत लोगों को ही नौकरी मिल पाई. विकास ने कहा यह तो मात्र एक उदाहरण है जबकि सरकारी आंकड़े के इतर देखा जाये तो पूरे देश में बेरोजगारी जिस तरह बढ़ी है वो देश के इतिहास में कभी नहीं बढ़ी. सीएमआईई (सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी) के मुताबिक कोविड 19 की पहली लहर में करीब 12 करोड़ लोगों ने नौकरी गंवाई. 2021 में दूसरी लहर के चलते एक करोड़ लोगों को नौकरी छोड़नी पड़ी. Vikas Upadhyay statement on BJYM protest
स्वतंत्र स्वराज को लेकर जल्द सड़क पर उतरेगी जनता: विकास उपाध्याय ने कहा "आज देश में महंगाई और आर्थिक बहाली की वजह से बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. जिसे लेकर भाजपा के नेता कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं. सिर्फ ईडी, आईटी और सीबीआई के माध्यम से चुनी हुई सरकारों को एक साजिश के तहत गिराने और अस्थिर करने में लगे हैं. चाहे बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ क्यों न हो, सभी जगह अलोकतांत्रिक शक्तियों का प्रयोग किया जा रहा है. भाजपा के अन्दर सच बोलने वालों को भी कुचलने का प्रयास हो रहा है. मोदी शाह की तानाशाही अब 200 वर्षों तक भारत में शासन किये अंग्रेजों से भी बत्तर स्थिति में पहुंच गई है. जिसके गंभीर परिणाम आगे चलकर देश के लिए बनेंगे. एक बार फिर स्वतंत्र स्वराज को लेकर आम जनता रोड पर उतरेगी.