सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के प्रेस नोट जारी कर सशर्त बातचीत के मामले में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 'नक्सली भारत के संविधान पर विश्वास व्यक्त करें, फिर उनसे किसी भी मंच पर बात की जा सकती है'. सीएम प्रतापपुर में आयोजित प्रेसवार्ता में मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा कि ' नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राज्य सरकार की योजनाओं ने आदिवासियों का दिल जीता है. अब वहां सड़के बनाने और कैंप खोलने की मांग लोग कर रहे हैं. राज्य सरकार की नीति से अब नक्सली एक छोटे से क्षेत्र में सिमट के रह गए हैं'. (Naxalites press note on conditional talks)
नक्सलियों ने भूपेश बघेल के वार्ता की पेशकश को सशर्त किया स्वीकार
भूपेश बघेल से बातचीत को तैयार नक्सली: शुक्रवार को नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी किया. जिसमें सशर्त बातचीत का जिक्र था. दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प (Spokesperson of Dandakaranya Special Zonal Committee Vikalp) की तरफ से जारी प्रेस नोट में PLGA पर लगाये गए प्रतिबंध को हटाने, नक्सलियों को खुलेआम काम करने के अवसर दिए जाने, हवाई हमले बंद करने, सशस्त्र बलों के कैंपों का हटाने और जेलों में बंद नक्सल नेताओं को वार्ता के लिए रिहा करने की बात लिखी हुई थी. (Naxalites accept Bhupesh Baghel offer)
नक्सलियों से किसी भी प्लेटफॉर्म पर बात करने को हम तैयार: सीएम भूपेश बघेल
8 अप्रैल को रायपुर के हैलीपैड में मीडिया से मुखातिब होते हुए CM बघेल ने कोंडागांव को नक्सल सूची से बाहर करने पर खुशी जताते हुए नक्सलियों को बातचीत का न्योता दिया था. जिस पर नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर जवाब दिया है.