जगदलपुर: यूं तो बस्तर अपने प्राकृतिक सौंदर्य व घने जंगलों की वजह से देश भर में मशहूर है लेकिन बस्तर अपने आप में कई राज छिपा कर रखा हुआ है. 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर ETV भारत आपको बापू के ऐसे राज के बारे में बता रहा है जिसे शायद काफी कम लोग जानते हैं. बापू की भस्म कलश जगदलपुर में भी दफनाई गई है. Mahatma Gandhi ashes buried in jagdalpur
जगदलपुर में दफन की गई बापू की भस्म: बस्तर के विशेष जानकर हेमंत कश्यप ने बताया " सन् 1948 में गांधी जी की शहादत हुई. तब गांधीजी की भस्म कलश को देश के विभिन्न हिस्सों में दर्शन करने के लिए भेजा गया था. दर्शन करने के बाद नदियों में भस्म को विसर्जन करना था. देश के कई हिस्सों में गांधी जी के भस्म कलश को ठंडा किया गया. लेकिन देश के दो जगहों में भस्म कलश को दफन किया गया. एक भस्म कलश मध्य प्रदेश के धार जिले के नर्मदा नदी किनारे दफनाया गया. दूसरा बस्तर जिले के जगदलपुर गोल बाजार में दफनाया गया. Gandhi jayanti 2022
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सालभर पहले स्थापित की गई बापू की प्रतिमा: कश्यप बताते है कि महात्मा गांधी की भस्म कलश दफनाने के बारे में खुद बस्तरवासी अनजान है. बस्तर के कुछ सीमित लोगों को ही इस बात की जानकारी है. एक साल पहले इसी स्थान पर गांधी जी की प्रतिमा स्थापित की गई थी. तब इसकी जानकारी शहर के लोगों को लगी, जिसके बाद अब लोगों का कहना है कि गांधी जी के भस्म कलश के बारे में लोगों को जानकारी होनी चाहिए. यह भस्म कलश जगदलपुर शहर के गोलबाजार में स्थित है, इस जगह पर बस्तर दशहरा की एक रस्म निभाई जाती है.
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