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बिलासपुर: वायरल फीवर के बढ़ते मामलों को देख दहशत में लोग

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Published : Sep 9, 2021, 9:04 PM IST

Viral fever wreaked havoc in Bilaspur
बिलासपुर में कहर बन कर बरपा वायरल फीवर

बिलासपुर में वायरल फीवर (viral fever) के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. लोग दहशत में सांस ले रहे हैं कि कहीं कोरोना के तीसरे लहर की दस्तक तो नहीं है. बुखार, सर्दी, जुकाम और शरीर में दर्द ही वायरल फीवर के साथ कोरोना के भी लक्षण बताए जा रहे हैं.

बिलासपुरः वायरल फीवर (viral fever) के बढ़ते मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. शासकीय और अशासकीय अस्पतालों (Government and non-government hospitals) में रोजाना बड़ी संख्या में वायरल फीवर के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. शासकीय आंकड़ों (official statistics) में यह संख्या पूरे जिले में हजार से भी अधिक है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह मौसमी बीमारी (seasonal illness) है और हर साल यह बीमारी की दस्तक देती है.

बिलासपुर में कहर बन कर बरपा वायरल फीवर

कोरोना की दूसरी लहर (second wave of corona) के बाद जन-जागरूकता लोगों में बढ़ी है. यही कारण है कि लोग थोड़ी सी भी हरारत, सर्दी, जुकाम और तबियत के बिगड़ने पर अस्पताल पहुंच रहे हैं. लेकिन एक बात यह भी है कि बड़ी संख्या में जिले में वायरल फीवर (viral fever) के मरीजों के सामने आने से स्वास्थ्य महकमे (health department) में चिंता बढ़ गई है. मरीजों को पहले वायरल फीवर में 3 या 4 दिन में आराम मिल जाता था.

इसी तरह मौसमी सर्दी, जुकाम 6, 7 दिन या 8 से 10 दिन तक की होता था लेकिन इस बार वायरल फीवर 8 से 10 दिन तक और सर्दी जुकाम 10 से 15 दिन तक हो रहा है. कहीं इस तरह फैल रहे वायरल फीवर के मरीज मिलने से यह तो नहीं कि कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) ने दस्तक दे दी है? विभाग में भी हड़कंप है.

इस मामले में सिम्स मेडिकल कॉलेज (Medical college) के डॉक्टर (doctor) का कहना है कि वायरल फीवर (viral fever) एक मौसमी बीमारी होती है और इसमें मरीजों की संख्या अधिक रहती है. कोरोना के मामले में डॉक्टर ने कहा कि अभी सिम्स मेडिकल कॉलेज में बहुत कम संख्या में लोग कोरोना की जांच के लिए पहुंच रहे हैं और ज्यादातर लोग ऐसे हैं जिन्हें कहीं जाना है या उनके सर्विस में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देना है.

वही लोग अभी यहां पहुंच रहे हैं. डॉक्टर कहती हैं कि अभी इसे तीसरी लहर तो नहीं कह सकते, लेकिन तीसरी लहर आने के पहले ही हमें सावधानियां रखनी होगी.

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अघोषित रूप से बंद है कोरोना जांच

स्वास्थ्य विभाग वैसे तो कहता है कि वे कोरोना की जांच के लिए सभी हॉस्पिटल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (Hospitals and Community Health Centers) को निर्देश दे कर रखे हैं कि कोई भी जांच कराने आए तो उनकी कोविड-19 टेस्ट (covid-19 test) होनी चाहिए लेकिन हकीकत कुछ अलग ही है. स्वास्थ्य विभाग (health Department) ने अघोषित रूप से कोरोना की जांच बंद कर दी है और जिन लोगों की जांच हो रही है या तो वह किसी ऊंची पहुंच वाले हैं या ऊंची पहुंच वाले के एप्रोच से जांच करवा रहे हैं. कहीं ना कहीं जांच नहीं होने से कोरोना का विस्फोट न हो जाय, जनता में दहशत है.

वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ी

बिलासपुर में लगातार वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अकेले सिम्स मेडिकल कॉलेज में रोजाना 50 से 75 मरीज और जिला अस्पताल में 100 से डेढ़ सौ मरीज पहुंच रहे हैं. इसी तरह निजी अस्पताल और क्लीनिक में रोजाना 15 से 20 और 30 मरीज पहुंचते हैं. बात करें तो पूरे जिले में शासकीय और अशासकीय अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या लगभग 5 से 7 हजार रोजाना होगी. अगर यह वायरल फीवर है तो चिंता की बात नहीं और कहीं कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक है तो आने वाले समय में इसका परिणाम गंभीर हो सकता है.

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