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नेपाल का लापता विमान क्रैश, 4 भारतीयों समेत 22 लोग थे सवार

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Published : May 29, 2022, 11:24 AM IST

Updated : May 29, 2022, 6:24 PM IST

नेपाल के एक यात्री विमान का रविवार को एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया. इसमें तीन क्रू मेंबर समेत कुल 22 लोग सवार थे. स्थानीय लोगों ने नेपाली सेना को इस विमान के क्रैश होने की सूचना दी है. यात्रियों में चार भारतीय और तीन जापान के नागरिक शामिल थे. बाकी सभी नागरिक नेपाल के थे. आज सुबह 10.35 बजे के बाद से इस विमान से कोई भी संपर्क नहीं हो पाया. भारतीय दूतावास ने सहायता नंबर भी जारी किया है. (Nepalese aircraft missing).

नेपाल के तारा एयर का विमान  9 NAET लापता
नेपाल के तारा एयर का विमान 9 NAET लापता

नेपाल : नेपाल की तारा एयरलाइंस का विमान 9 NAET का एटीसी से संपर्क टूट गया. यह जुड़वा इंजन वाला विमान था. तारा एयर के 9 एनएईटी जुड़वां इंजन वाले विमान में 19 यात्री सवार थे. तीन क्रू मेंबर थे. यह पोखरा से जोमसोम के लिए सुबह 9:55 बजे उड़ा था. नेपाल के पोखरा हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी (Nepalese aircraft missing).

लापता विमान का मलबा मस्टैंग में दिखा
लापता विमान का मलबा मस्टैंग में दिखा

त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा प्रमुख ने बताया कि मस्टैंग के कोवांग में विमान का मलबा दिखा है. विमान की स्थिति को लेकर औपचारिक घोषणा होनी बाकी है. नेपाली सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तारा एयर का विमान मनापति हिमाल के पास लामचे नदी के मुहाने पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है.

लापता विमान का मलबा मस्टैंग में दिखा
लापता विमान का मलबा मस्टैंग में दिखा

राज्य टेलीविजन से मिल रही जानकारी के मुताबिक जोमसोम एयरपोर्ट पर एक धमाके की आवाज भी सुनाई दी. इस धमाके की पुष्टि वहां के ट्रैफिक कंट्रोलर ने की. लेकिन यह धमाका एयर क्राफ्ट से जुड़ा है, इसकी पुष्टि अभी तक किसी ने नहीं की. काठमांडू पोस्ट की खबर के मुताबिक जोमसोम हवाई अड्डे पर एक हवाई यातायात नियंत्रक ने बताया कि जोमसोम के घासा के पास एक तेज आवाज के बारे में एक अपुष्ट रिपोर्ट मिली.

helpline number indian embassy
भारतीय दूतावास ने सहायता नंबर जारी किया

विमान से अंतिम संपर्क लेटे-पास में हुआ था. जिला पुलिस कार्यालय, मस्टैंग के डीएसपी राम कुमार दानी ने एजेंसी को बताया कि तलाशी अभियान के लिए इलाके में हेलीकॉप्टर तैनात किया जा रहा है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फदींद्र मणि पोखरेल ने बताया कि लापता विमान की तलाश के लिए मस्टैंग और पोखरा से दो निजी हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. नेपाली सेना के हेलिकॉप्टर को भी तलाशी के लिए तैनात करने की तैयारी की जा रही है.

सेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर लेटे-पास और मस्टैंग के लिए रवाना : नेपाली सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने कहा कि नेपाली सेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर लेटे-पास और मस्टैंग के लिए रवाना हुआ है. यह लापता तारा एयर विमान का संदिग्ध दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र है. नेपाली मीडिया के मुताबिक, विमान में सवार सभी यात्री नेपाल के प्रसिद्ध मुक्तिनाथ मंदिर की तीर्थ यात्रा के लिए रवाना हुए थे. पुलिस अधिकारी रमेश थापा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से यहां बारिश हो रही है लेकिन सभी फ्लाइट्स सामान्य रूप से चल रही हैं. घाटी में उतरने से पहले प्लेन पहाड़ों के बीच उड़ान भरते हैं.

सबसे गहरी घाटी मस्टैंग : यह इलाका उन विदेशी पर्वतारोहियों के बीच मशहूर है जो पर्वतीय पगडंडियों पर ट्रेकिंग करते हैं. इसी रास्ते पर भारतीय और नेपाली तीर्थयात्री मुक्तिनाथ मंदिर की यात्रा भी करते हैं. इसी तरह मस्टैंग के मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि धौलागिरी के आसपास के पांच जिलों के सुरक्षा अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. मस्तंग नेपाल के पांचवें सबसे बड़े जिलों में से एक है जो मुक्तिनाथ मंदिर की तीर्थयात्रा की मेजबानी करता है. यह पश्चिमी नेपाल के हिमालयी क्षेत्र की काली गंडकी घाटी में स्थित है. मस्टैंग (तिब्बती मुंटन से जिसका अर्थ है 'उपजाऊ मैदान') पारंपरिक क्षेत्र काफी हद तक शुष्क है. धौलागिरी और अन्नपूर्णा पहाड़ों के बीच तीन मील लंबवत नीचे जाने वाली दुनिया की सबसे गहरी घाटी इसी जिले में है.

2016 में विमान हुआ था क्रैश : नेपाल खराब हवाई सुरक्षा रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है. यूरोपीय संघ ने सुरक्षा कारणों से सभी नेपाली एयरलाइनों को अपने हवाई क्षेत्र से प्रतिबंधित कर दिया है. बता दें कि साल 2016 में भी तारा का एक विमान लापता होने के बाद क्रैश हो गया था. जानकारी के अनुसार उत्तरी नेपाल के पहाड़ी इलाके में लापता हुए 23 यात्रियों को लेकर तारा हवाई जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में सभी यात्री मारे गए थे. गौरतलब है कि उड़ान का कुल समय 19 मिनट था, लेकिन उड़ान भरने के आठ मिनट बाद विमान ने संपर्क खो दिया था.

तारा एयर फोर्ब्स की 'सबसे असुरक्षित एयरलाइन्स' में शामिल : तारा एयर का गठन 2009 में यति एयरलाइंस के बेड़े से विमान का उपयोग करके किया गया था. इसका बेस त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आधारित है. नेपालगंज हवाई अड्डे पर एक माध्यमिक केंद्र है. एयरलाइन अनुसूचित उड़ानों और एयर चार्टर सेवाओं को एसटीओएल विमान के बेड़े के साथ संचालित करती है, जो पहले यति एयरलाइंस द्वारा प्रदान की गई थी. इसका संचालन दूरस्थ और पहाड़ी हवाई अड्डों और हवाई पट्टियों की सेवा पर केंद्रित है. फोर्ब्स ने 2019 में तारा एयर को 'सबसे असुरक्षित एयरलाइनों' में से एक की सूची में रखा था.

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Last Updated :May 29, 2022, 6:24 PM IST
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