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हाई सिक्योरिटी सेल में बंद है यूपी-बिहार का मोस्टवांटेड रहा फिरदौस, जेल पुलिस बरत रही खास सतर्कता

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Published : Dec 17, 2022, 11:10 PM IST

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उत्तर प्रदेश व बिहार पुलिस के वांछित रहे फिरदौस अख्तर के शातिर दिमाग को देखते हुए उसे लखनऊ जेल की हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है. उस पर सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे नजर रखी जा रही है. पुलिस अब फिरदौस के रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है.

लखनऊ/पश्चिम चंपारण : उत्तर प्रदेश व बिहार पुलिस के वांछित रहे फिरदौस अख्तर के शातिर दिमाग को देखते हुए उसे लखनऊ जेल की हाई सिक्योरिटी सेल (High Security Cell of Lucknow Jail) में रखा गया है. उस पर सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे नजर रखी जा रही है. जेल के अधिकारियों के मुताबिक लखनऊ में दिनदहाड़े हत्या कर फरार होकर फिरदौस ने बेतिया जिले के नरकटियागंज में एक और हत्या कर दी थी. इसके बावजूद पुलिस उस तक नहीं पहुंच सकी. इसके बाद उसने बड़े ही शातिराना तरीके से एक पुराने मामले में कोर्ट में सरेंडर कर देता है. इसको लेकर जेल में काफी सतर्कता बरती जा रही है. जेल में जहां खूंखार आतंकवादी व अपराधियों को रखा जाता है, वहीं फिरदौस को भी रखा गया है.

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लखनऊ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी (Lucknow Jail Superintendent Ashish Tiwari) ने बताया कि फिरदौस अख्तर हार्डकोर अपराधी (firdous akhtar hardcore criminal) है. यही नहीं वह दो राज्यों में हत्या, लूट व रंगदारी के मामलों में वांछित रह चुका है. ऐसे में उसके शातिर दिमाग को देखते हुए अन्य बंदियों से अलग हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है. फिरदौस पर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है. फिरदौस को अन्य बंदियों के साथ रखने से खतरा बना रहने की आशंका है.


लखनऊ के एक कॉलेज से निकल कर बना रईस गैंग का शूटर : बिहार के शिकार पुर स्थित बरवा बरौली निवासी फिरदौस कभी बिहार के माफिया व राजनेता रहे सहाबुद्दीन के साथ उसके गैंग में काम करता था. बचपन से ही वह सहाबुद्दीन की तरह बनना चाहता था, लेकिन उसके पिता सुहैल ने उसे लखनऊ में पढ़ाई के लिए भेज दिया. यहां भी वह अपने असली किरदार में रहा. कॉलेज में असलहा लेकर घूमना, लोगों को धमकाना और मारपीट करना उसका शौक था. इसी के चलते वर्ष 2018 तक उसने इस कॉलेज में अपनी पैठ बना ली थी. लखनऊ के गुडंबा थाने में अब तक उसके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हो चुके थे. 3 अप्रैल 2018 को वह असलहे के साथ पुलिस के शिकंजे में फंस गया और जेल चला गया. जेल से छूटने के बाद वह वापस बिहार जाकर रईस खान के गैंग (gang of raees khan) में शामिल हो गया था. जिसके बाद उसने रंगदारी, पैसों के लिए हत्या करना जैसे अपराधों को अंजाम देकर पश्चिमी चंपारण में दहशत बना ली थी. वर्ष 2022 में लखनऊ में गोरख ठाकुर व बिहार के नरकटियागंज में प्रॉपर्टी डीलर राजेश श्रीवास्तव (Property Dealer Rajesh Srivastava)की हत्या करने के बाद वो यूपी-बिहार का बड़ा अपराधी बन गया है.

फिरदौस से 9MM पिस्टल का पता लगाएगी पुलिस : कैंट के प्रकाशनगर इलाके में 25 जून को घर में घुस कर बिहार के मोस्टवांटेड गोरख ठाकुर की हत्या के मामले में नामजद आरोपी बिट्टू जायसवाल समेत 3 लोग अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं. हालांकि हत्या में जिस 9एमएम पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था, वह अब तक बरामद नहीं की जा सकी है. ऐसे में कैंट पुलिस रिमांड में लेकर फिरदौस से हत्या में इस्तेमाल असलाह बरामद करवाने के अलावा उसके मददगारों के विषय में भी पता लगाएगी.

गोरख हत्याकांड मामले में आज होगी पेशी : फिरदौस शनिवार को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा. राजधानी के कैंट पुलिस की एप्लिकेशन का संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने फिरदौस को तलब किया है. इंस्पेक्टर कैंट राजकुमार (Inspector Cantt Rajkumar) ने कोर्ट को बताया था कि फिरदौस वीरेंद्र उर्फ गोरख ठाकुर की हत्या के मामले में नामजद आरोपी भी है. इंस्पेक्टर राजकुमार ने बताया कि वह ठेकेदार की हत्या के मामले में विवेचना कर रहे हैं व आरोपी को रिमांड के लिए तलब किया जाना आवश्यक है. विवेचक के अनुरोध पर प्रभारी सीजेएम सत्यवीर सिंह (Incharge CJM Satyaveer Singh) ने अभियुक्त फिरदौस को 17 दिसंबर को जेल से तलब किए जाने का आदेश दिया था.

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