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UTS App में होगा बदलाव, डॉ मनीष मिश्रा के आंदोलन के बाद पूर्व मध्य रेलवे ने क्रिस को लिखा पत्र

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Published : Feb 16, 2022, 2:08 PM IST

डॉ मनीष मिश्रा
डॉ मनीष मिश्रा

पटना के मनीष कुमार मिश्रा ने रेलवे की गलती के कारण बेइज्जती का बदला लेते हुए लंबी लड़ाई लड़कर रेलवे से अपनी मांग को मनवा लिया. रेलवे यूटीएस मोबाइल ऐप में बदलाव के लिए पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway Hajipur) राजी हो गया है. पढ़ें पूरी खबर.

वैशालीः पटना निवासी मनीष कुमार मिश्रा के लंबी लड़ाई के बाद रेलवे अधिकारी अन रिजर्व रेलवे टिकट यूटीएस ऐप्प में बदलाव के लिए तैयार हो गये हैं. पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर की ओर से यूटीएस मोबाइल ऐप में बदलाव के लिए क्रिस (Centre for Railway Information Systems) को लिख दिया है. इसकी पुष्टि पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने की है.

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UTS APP में होगा बदलाव

इसके लिए मनीष कुमार मिश्रा ने 2 सितंबर 2002 के बाद से लगातार 3 बार पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के बाहर 3 बार धरना दिया और प्रदर्शन किया. इसके अलावा 150 बार रेलवे के विभिन्न कार्यालयों का चक्कर लगाया. मनीष ने बताया कि रेलवे की गलती में सुधार के लिए एक बार अकेले, एक बार पूरे परिवार के साथ धरना दिया और अंत में अकेले आमरण अनशन के बाद रेलवे ने अपनी गलती मानी और सिस्टम में सुधार के लिए तैयार हुए.

क्या है मामलाः पटना के रहने वाले डॉ मनीष कुमार मिश्रा ने सितंबर 2021 में रेलवे की यूटीएस ऐप से सुपर फास्ट ट्रेन में सफर के लिए अनारक्षित टिकट खरीदा था. लेकिन 2 सितंबर को यात्रा के दौरान कोविड-19 के कारण उन दिनों सुपरफास्ट ट्रेन में अनारक्षित टिकट मान्य नहीं था. इस वजह से डॉक्टर मनीष मिश्रा और उनकी पत्नी के साथ ट्रेन सफर के दौरान अनारक्षित टिकट को अमान्य बताते हुए टीटी ने काफी बेइज्जती की और 600 रुपये का फाइन भी लगा दिया गया.

इसके बाद से डॉ मनीष मिश्रा डेढ़ सौ से ज्यादा बार रेलवे के कई दफ्तरों का चक्कर लगा चुके हैं. तीन बार वे धरने पर बैठे. लेकिन उनको जीत पिछले 2 दिनों से हाजीपुर रेलवे जोनल ऑफिस की मुख्य गेट पर आमरण अनशन पर बैठेने के बाद मिला. इस दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई थी. इसके बाद हाजीपुर सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.

तबीतय बिगड़ने के बाद भी डॉ मनीष भूख हड़ताल पर डटे रहे. अंततः रेलवे ने उनसे बातचीत कर डॉ मनीष की मांग को मान ली है. डॉ मनीष ने बताया कि आम लोग ऐप से टिकट कटा लेते हैं और बाद में उनको परेशानी झेलनी पड़ती है. इसलिए ऐप में इसकी सूचना होनी चाहिए कि कृपया टिकट लेने से पहले ट्रेन की जानकारी ले लें ताकि लोगों को बाद में यात्रा के दौरान परेशानी न हो. डॉ मनीष मिश्रा की बातों को मानते हुए रेलवे ने क्रिस को एक पत्र लिखा है जिसके जरिए ऐप में अब यह सूचना मिलेगी कि कृपया टिकट लेने से पहले ट्रेन की जानकारी ले लें.

सीपीआरओ बिरेंद्र कुमार ने बताया कि अनशन पर बैठने वाले व्यक्ति की बातें मान ली गई है, क्योंकि इससे आम लोगों को भी फायदा होगा. इसके लिए क्रिस को लेटर लिखा गया है और कहा गया है कि यूटीएस ऐप पर सूचना डिस्प्ले किया जाए कि कृपया टिकट लेने से पहले ट्रेन की जानकारी ले लें. रेलवे के इस कदम के बाद डॉ मनीष बाद व्यक्ति आमरण अनशन तोड़ दिया.

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